Monday, May 30, 2016

मा.एकनाथजी की जन्मभूमि टिमटाला में ‘प्रेरणा शिविर’ संपन्न

Prerana-Shibir-Timtala 2016नागपुर, मई 15 : विवेकानन्द शिलास्मारक के निर्माता तथा विवेकानन्द केंद्र कन्याकुमारी के संस्थापक मा.श्री एकनाथजी रानडे की जन्मस्थली टिमटाला (अमरावती, विदर्भ) में एक दिवसीय "प्रेरणा शिविर" सम्पन्न हुआ।
15 मई, 2016 को संपन्न हुए इस शिविर में टिमटाला, जनुना, खिरसना तथा नीरसाना गांव के 135 युवा, 12 बालक-बालिकाएं और लगभग 40 प्रौढ़ व बुजुर्ग सहभागी हुए। शिविर में विवेकानन्द केन्द्र (विदर्भ विभाग प्रमुख) श्री आनंद बगड़िया, विवेकानन्द केन्द्र नागपुर के सम्पर्क प्रनुख और युवा 
प्रमुख श्री लखेश्वर चंद्रवंशी अमरावती नगर के संयोजक श्री संजय पाचखेड़े उपस्थित थे।
‘स्वामी विवेकानन्द एवं एकनाथजी के जीवन कार्य’ इस विषय पर बतौर मुख्य वक्ता लखेश्वर चंद्रवंशी ने कहा कि आत्मग्लानि से ग्रस्त भारत में आत्मविश्वास और चेतना की लहर जगानेवाले स्वामी विवेकानन्द के सन्देश हमारे कार्यों का आधार है। स्वामी विवेकानन्द के जीवन के अनेक प्रसंगों को बताते के बाद उन्होंने कहा कि स्वामी विवेकानन्द के संदेशों को देशभर पहुंचाने के लिए माननीय एकनाथजी ने विवेकानन्द केन्द्र की स्थापना की। उन्होंने स्वामीजी के समग्र साहित्य से चयनीत संदेशों को “हे हिन्दू राष्ट्र, उत्तिष्ठत! जाग्रत!!” नामक पुस्तिका में संकलित किया। एकनाथजी ने पूरे देश में स्वामीजी के “शिव भावे जीव सेवा” के संदेशों को साकार करने के लिए भरसक प्रयत्न किया। विवेकानन्द केन्द्र शिक्षा, साहित्य, संस्कार, राष्ट्रीय सुरक्षा और भारतीय संस्कृति के संवर्धन के लिए 12 प्रकल्प और अनेक उपक्रम चला रहा है। योग वर्ग, स्वाध्याय वर्ग और संकर वर्गों के माध्यम से देश के सभी आयु वर्गों तक स्वामीजी के सन्देश पहुंचा रहा है।
चंद्रवंशी ने कहा कि आज जब एकनाथजी की जन्मभूमि में इस शिविर का आयोजन हुआ है। यह भी एक प्रेरक अवसर है। इस शिविर में सैंकड़ों की संख्या में उपस्थित युवाओं, बालकों और गांव के बड़े-बुजुर्गों की उपस्थिति भी इस बात का संकेत है कि यहां विवेकानन्द केन्द्र का कार्य आप सभी के सहयोग से खड़ा होगा। एकनाथजी का जन्म इसी गांव में, टिमटाला में हुआ और आप सभी यहां के निवासी है। यह अपनेआप में गौरव की बात है।
इस अवसर पर श्री आनंद बगड़िया ने कहा कि किसी भी कार्य की शुरुवात प्रेरणा से होती है। स्वामीजी और एकनाथजी हम सभी की प्रेरणास्रोत हैं। कार्य खड़ा करना है तो जरुरी है कि सबसे पहले कार्यकर्ता तैयार हो। कार्यकर्ता श्रद्धा और भक्तिभाव से खड़ा होता है, पर कार्यकर्ताओं के लिए प्रशिक्षण जरुरी है। इस अवसर पर अमरावती नगर के संयोजक श्री संजय पाचखेड़े ने कहा कि हम टिमटाला में विवेकानन्द केन्द्र का कार्य खड़ा करना चाहते हैं। इसके लिए यहां के स्थानीय लोग भी हमारे साथ हैं और आप सभी शिविराथियों का भी यही मानस है। उन्होंने बताया कि शीघ्र ही प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया जाएगा।
इस शिविर में खेल, गीत और मंथन सत्र के संचालन के लिए विवेकानन्द केन्द्र की शाखा वर्धा के कार्यकर्ता श्री सावरकर, कुमारी प्रियंका अवचट, सुषमा और संजना ठाकरे उपस्थित थे। इस अवसर पर नवल बुक डेपो के संचालक श्री नरेन्द्र झाडे, स्थानीय निवासी श्री जगताप तथा बड़ी संख्या में स्थानीय लोग उपस्थित थे। शिविर में टिमटाला के निवासियों ने सभी भोजन कराया।  

VKRDP April Month Report

Dr. Minati Hazarika Lecture 2016, VKIC

Dr. Minati Hazarika Lecture 2016, VKIC
4th Minati Hazarika lecture went well today in Jorhat in association with Vivekananda Kendra Kanyakumari Branch Jorhat.
Attendance was 70. Dr Pabitra Pran Goswami, former Principal, Jorhat College presided over the meeting. He extended gratitude to VKIC for organising such an enriched lecture here in Jorhat and for contribution of VKIC in cultural domain.  Prof Anil Saikia, Former Principal, Moran Col
lege delivered the memorial lecture on Ballad Songs of Asom. Prof Saikia explained the origin, background, classification of ballads singing the songs in Harmonium. How the ballads give us an idea of the social scenario and culture of a particular time was very clearly depicted in the lecture.
Welcome address was delivered by Sri Saumitra Puzari, Saha Prant Pramukh, Assam Prant. The introduction of Vivekananda Kendra with special reference to VKIC was conducted by Sri Dipankar Mohanta, EC member, VKIC.
Kathakali Bhattacharjee offered the vote of thanks.
The comparing part was conducted by Sri Swarup Sharma, Vibhag Pramukh, Jorhat-Sivasagar Vibhag. Man. Pravinji, Smt Sova Rani Sarma, Prant Pramukh, Assam Prant, Kum Raboti baidau were present in the lecture. A follow up planning meeting from VKIC perspective was also there with organising team in presence of Man Pravinji after the program. We have planned Quest subscription, Quest article contribution, regular focused sitting with focussed group in Jorhat are finalised.

Tuesday, May 24, 2016

पाँच दिवसीय अनिवासीय व्यक्तित्व विकास शिविर

विवेकानन्द केन्द्र कन्याकुमारी शाखा लखनऊ द्वारा कक्षा 5 से 10 वी तक के विद्यार्थियो का व्यक्तित्व विकास शिविर का आयोजन गोमती नगर के विपुल खंड-5 मे किया गया।

शिविर 21 मई से 25 मई तक होगा। प्रथम दिवस शिविर का उद्घाटन केन्द्र के लखनऊ महानगर के संचालक डॉ. दयानन्द लाल (सेवानिवृत आई.ए.एस.) के द्वारा दीप प्रज्ज्वलन एवं स्वामी विवेकानन्द के प्रतिमा पर पुष्प अर्पित करके किया गया। अपने उद्घाटन उद्बोधन मे मा. संचालक जी ने शिविरर्थियों को स्वामी जी के जीवन चरित्र के विषय मे बताते हुए उनकी शिक्षायों के अनुसार जीवन जीने एवं प्रेरणा प्राप्त करने का आग्रह किया। उद्घाटन सत्र मे नगर प्रमुख श्री अरुनेन्द्र जी , योग प्रमुख प्रमोद जी, संस्कार वर्ग प्रमुख शोभिता टंडन,कु. शुभंगिनी,सेवा प्रमुख श्रीमती मनोरमा लाल, आदि वरिष्ठ कार्यकर्ता उपस्थित थे।

शिविर मे श्री प्रमोद जी एवं कु. शुभांगी द्वारा योग एवं सूर्यनमस्कर का प्रशिक्षण दिया गया। शारीरिक,मानसिक,एवं बौद्धिक क्षमता को बड़ाने हेतु डमरू दौड़,केन्द्र चलो,धरती आकाश पाताल आदि खेल भी हुए।

दिनचर्या एवं समय के महत्व विषय पर दो गणों स्वामी विवेकानन्द एवं भगिनी निवेदित मे समूह चर्चा भी हुआ। जिसमे सर्वज्ञ एवं सार्थक ने अपने-अपने गणो की प्रस्तुति दिया। समूह चर्चा का समिगप देश के प्रख्यात हिन्दी साहित्यकार एवं कवि डॉ. सर्वेश अस्थाना ने किया। शिविर मे कुल 29 शिविरार्थी भाग ले रहे है। 6 कार्यकर्ताओं की टीम प्रशिक्षण मे लगी है ।

इस प्रकार के अन्य चार शिविए 20 जून तक लखनऊ के विभिन्न स्थानो पर आयोजित किए जाएंगे जिसकी योजना बन चुकी है।

SamskarVarga Prashikshan Shibir in Ajmer

SamskarVarga Prashikshan Shibir in Ajmer May 2016
SamskarVarga Prashikshan Shibir in Ajmer May 2016  SamskarVarga Prashikshan Shibir in Ajmer May 2016

पटना में सात दिवसीय योग शिविर आयोजन

Yoga-Satra-Patana-May-2016
विवेकानन्द केन्द्र कन्याकुमारी की शाखा पटना द्वारा सात दिवसीय योग शिविर का आयोजन श्यामल हॉस्पीटल, मौर्या पथ, खाजपुरा में सुबह 6 बजे से 7 बजे तक किया गया। इस शिविर में कुल 19 प्रतिभागी रहे।

इस 7 दिवसीय शिविर का मुख्य उद्देश्य जन-जन तक योग की महत्ता को पहुँचाना है। आज दिनांक 16.05.2016 को योग शिविर का समापन किया गया। जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में आई० एम० ए० के पूर्व अध्यक्ष डॉ० अजय कुमार जी उपस्थित रहे। उन्होने योग की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए बताया कि पतंजलि के अष्टांग नियमों का हमारे जीवन में बहुत महत्व है उनका हम अपने जीवन में कितना पालन कर सकते है और उन्होंने कहा कि योग आधे घंटे की प्रक्रिया नहीं, बल्कि यह 24 घंटे चलने वाली प्रक्रिया है जिसके माध्यम से हम शरीर को स्वस्थ और मन को शान्त रख सकते है।

इस अवसर पर विवेकानन्द केन्द्र की पटना शाखा के नगर प्रमुख श्री ज्ञानेश्वर शर्मा जी ने केन्द्र का परिचय देते हुए बताया कि विवेकानन्द केन्द्र योग के माध्यम से स्वामी जी द्वारा बताये गए योग की संकल्पना को जन-जन तक पहुँचाने के लिए प्रतिबद्ध है। साथ ही उन्हें केन्द्र से नियमित जुड़ने और योग नियमित दिनचर्या का अंग बनाने के लिए आह्वान किया।

शिविर समापन के मौके पर श्यामल हॉस्पीटल के संचालक डॉ० संतोष सिंह ठाकुर मुख्य रूप से उपस्थित रहें।

Pariksha de hanste hanste in Chinchwad

Pariksha de hanste hanste in Chinchwad
Vivekananda Kendra Kanyakumari, Br.-Chinchwad had organized a 10 day long open shibir for students of 10th and 12 standard "Pariksha de hanste hanste" from 06/05/2016 to 16/05/2016. 20 students had participated in that shibir.

Shri Vishwasji inaugurated the shibir and gave valuable guidance to the student's on the opening day on 06/05/2016. The students were taught about simple techniques of studying, concentration, mind games, games on the ground and how to take notes, memory retention meditation etc. On the last day of the shibir Dr. Nilima Sardeshpande spoke about the Diet and daily routine. She interacted with the students and their parents to help them clear their doubts and misconceptions.

Our karyakrta's Mugdhatai, Sushritatai, Tejashri tai, Paradkar Kaka, Kulkarni kaka, Jagajeet, Rohit and Mandar put in lot of efforts for this shibir. We are thankful for the valuable guidance of Shri Vishwasji, Mrs. Sandhyatai, Mrs. Arunatai, Smt Tarode tai and Dr. Sardeshpande.

We sincerely hope that this shibir helps the student not only with their exams but also further ahead in their life and future always to create a better and sincere citizen.

Karyakarta Prasikshan Shibir At Tezu

Karyakarta Prasikshan Shibir At Tezu 2016
Vivekananda Kendra Arun Jyoti, Tezu branch conducted Karyakarta Prasikshan Shibir at VKV Tafrogam, Tezu.

The shibir started at 5.00 pm on 24 March 2016 and concluded at 09.00 am on 29 March 2016. A total of 78 karyakartas had participated out of which 29 were brothers and 30 were sisters. The organizing team consisted of 19 karyakartas brothers 10 and 09 sisters.

Shri Kruleso Ngadong, Nagar Pramukh VK Tezu, inaugurated the program by lighting the lamp. The participants were grouped into 6 namely Amik Matai, Ringya Jwomalo, Bhagawan Buddha, Tangchow, Klumiya and Nani Intaya. Bhajan was conducted. After that the participants sat with their respective group members and introduced themselves. Various games were conducted and Shibir Geet was Rashtra ke liye Jiye. The main aim of the camp was to create more karyakartas to inculcate leadership qualities and to train them for handling Sanskar Varga and Kendra Varga.

The sessions on various topics including “Personality Development”, “Disciplinal”, “Swami Vivekananda as Nation Builder”, “Our Culture Our Pride Our Life”, “Vivekananda Kendra in Arunachal Pradesh”, “Patriotism in Action”, “Motivate for Sanskar Varga and Kendra Varga” and “Ahuti Satra”.

by Chow Chantkong Namchoom (Vivekananda Kendra Ignited Youth Forum Coordinator), Smt. K.K. Reena (Principal VKV Tafrogam ), Smt. Sailu Billai (Principal VKV Tezu), Shri Ambralum Gamre (IFCSAP Secretary Lohit Unit), Smt. Mantilu Tawsik (VK Tezu Sah Nagar Pramukh), Smt. Hage Bibijan (Viyvastha Pramukh VK Tezu), Ashok Atale (Nagar Sangthak Tezu) and Shri Rupesh Mathur (Prant Sangthak Arunachal Pradesh) respectively, improved the intellectual growth of  karyakartas.

In Various Activity of shibir Tejas, Shram Parihar, Manthan, Krida Yoga, Geet Abhiyas, Nipunya, Bhajan Sandhya, Prerana Se Punaruthan to improve Karyakartas.

CONCLUDING SESSION: The concluding session started at 9.00 pm with prayer followed by introduction of Dr. Tashi Talo Principal Indira Gandhi Govt. College Tezu.


Yoga Class held in VKAJ Roing

Yoga Class held in VKAJ Roing
Yoga Class held in Vivekananda Kendra Arun Jyoti, Roing from 4th may to 14th May 2016 on from 5.30am to 7.00am at Roing Town.

Total 32 participants had attended the yoga class in age group from 18 to 50 years.

In the Valedictory Function on 14th May started from 6.30am. The program was graced by Shri Ravi Dhawan (IAS) Deputy Commissioner Roing, Lower Dibang Valley District as the chief Guest at the presence of Shri Jatan Pulu, VKV Arunachal Pradesh Trust, Trusty Member and Shri Bishen Mepo Member VKAJ Roing.

The chief guest lauded the Nobel works of Vivekananda Kendra arun Jyoti in organizing such Events, also expressed the benefits of yoga in the improvement in the quality of life.

The welcome address given by miss Sumila Linggi, Nagar Pramukh VKAJ, Roing and report on Ten days yoga class given by Shri Yashik Pertin, Nagar Sanchalak VKAJ Roing and introduction on Vivekananda Kendra Services in Arunachal Pradesh given by Miss Bulia Pulu, Samprak Pramukh, VKAJ Roing.

One of the Participant Dr. Nangkong Yirang shared his personal experience and benefits in attending the yoga class, the entire yoga class instructed by Shri Ashok Atale, Nagar Sangthak, VKAJ Tezu. The ten days Yoga Class had Breathing and Loosening Exercises, Suryanamaskar, Aasan, Kriyas, Pranyam, Participants and discussion on ashthang Yoga  like - yam, niyam, aasan, pranyam. the Yoga demonstration by Chow Ashoka Singkai, Chow Meokhun Mungyak Karyakartas of Vivekananda Kendra Arun Jyoti, Namsai.

The programe concluded with the vote of thinks by miss Kago Yaji, Sah Samprak Pramukh VKAJ Roing.

Medical Camps at Namsai

Medical Camps at Namsai  Vivekananda Kendra Arun Jyoti organized some Free Medical Camps in Namsai district of Arunachal Pradesh from 10th May to 14th May 2016.

Three camps were organized at Mahadevpur IV, Dharampur and Dirak Miri villages of Lekang circle and two camps were organized at Monhofai and Joona kachari villages of Namsai circle. A total 860 patients were treated in these camps by the Mobile Medical Team of Vivekananda Kendra and free medicines were distributed.

It is to be mentioned that all the three villages under Lekang circle were flood affected and the recent flood created havoc in these areas. So, the medical camps bought relief to the ailing patients, most of them were elderly and children. Volunteers of Vivekananda Kendra, Namsai Nagar and Mahadevpur area, All Lekang Youth and Student Union (ALYSU), Adi Students Union of Lekang block joined hands with our medical team for the camps. The villagers appreciated the service provided at their doorsteps.

Friday, May 20, 2016

त्रिदिवसीय स्थानीय प्रशिक्षण शिविर

Karyakarta Prashikshan Shibir - Gaya 2016केन्द्र की गया शाखा द्वारा दिनांक 12मई से 15 मई 2016 तक त्रिदिवसीय स्थानीय प्रशिक्षण शिविर का आयोजन बिड़ला धर्मशाला, बोधगया में किया गया।
इसमें 4 कार्यक्रम लेने वालों के अलावे 4 महिलाएँ एवं 6 पुरूषों की सहभागिता रही। कार्यक्रम का संचालन श्री मुकेश कीर, बिहार प्रांत संगठक ने किया। प्रातः स्मरण, योगाभ्यास, प्रणायाम, गीता पाठ, चर्चा सत्र, श्रम संस्कार, भजन, देशभक्ति गीत का अभ्यास शिविर में कराया गया।

अंतःसुख की अनुभूति ही योग

yoga satra ajmer may2016विवेकानन्द केन्द्र कन्याकुमारी शाखा अजमेर द्वारा हरिभाऊ उपाध्याय नगर (मुख्य) में प्रातः 5.45 से 7.15 बजे तक योग एवं ध्यान सत्र का आयोजन
मनुष्य का शरीर मुख्य रूप पांच कोशों में विभाजित है जिनका आधार शरीर, मन, बुद्धि, प्राण एवं आनन्द है। आज मनुष्य शारीरिक रूप से अक्षम, प्रमादी एवं आलसी हो रहा है तथा मन से भी निरुत्साहित एवं संकल्पहीन हो गया है। बौद्धिक दासता से जकड़ा हुआ व्यक्ति अपने अंतःचेतना से अनभिज्ञ परम आनन्द से सर्वथा वंचित है। योग के नियमित अभ्यास से इन पांचों स्तरों पर न केवल निपुणता प्राप्त की जा सकती है अपितु आंतरिक सुषुप्त शक्तियों को भी जाग्रत किया जा सकता है। उक्त विचार योग शिक्षक डॉ. स्वतन्त्र शर्मा द्वारा विवेकानन्द केन्द्र कन्याकुमारी की स्थानीय शाखा के तत्वावधान में आयोजित किए जा रहे योग एवं ध्यान सत्र के तृतीय दिवस के योग अभ्यास एवं ध्यान सत्र में व्यक्त किए। यह योग सत्र 22 मई तक हरिभाऊ उपाध्याय नगर (मुख्य) स्थित सिद्धेश्वर महादेव मंदिर उद्यान में प्रातः 5.45 से 7.15 तक आयोजित किया जा रहा है।
डॉ. शर्मा ने बताया कि मनुष्य अपने जीवन से सुख चाहता है किंतु उन सुखों को भौतिक वस्तुओं, स्थितियों, परिस्थितियों, भावनात्मक अभिरूचियों, पसंद और रोमांच में ढूंढने का प्रयास निरंतर करता रहता है किंतु वास्तविक सुख इन सबमें न होकर हमारी मनःस्थिति में निहित होता है। इस मनःस्थिति का अन्वेषण करने के उद्देश्य से महर्षि पतंजलि के अष्टांग योग दर्शन पर आधारित स्वामी विवेकानन्द द्वारा प्रतिपादित राजयोग का अभ्यास विवेकानन्द केन्द्र द्वारा इस योग एवं ध्यान सत्र में कराया जा रहा है।
योग प्रमुख रविन्द्र जैन ने बताया कि इस योग सत्र में 86 प्रतिभागी भाग ले रहे हैं। आज के सत्र में प्रतिभागियों को सूर्यनमस्कार के गणशः अभ्यास के साथ ही क्रीड़ा योग भी कराया गया जिसके तहत हाथी घोड़ा पालकी खेल खेला गया। विवेकानन्द केन्द्र के सहनगर प्रमुख अखिल शर्मा ने बताया कि इस योग सत्र
 में योग आसनों का प्रदर्शन देवांश ओझा कर रहे हैं जबकि निरीक्षण टीम में सविता कौशिक, ओमप्रकाश छापरवाल, सीमा, महेन्द्र मूंदड़ा, प्रकाश पुरोहित, रामचन्द्र यादव तथा राजीव गुप्ता सम्मिलित हैं।

Tuesday, May 17, 2016

लोकनाथ नगर में केन्द्र परिचय शिविर

विवेकानन्द केन्द्र कन्याकुमारी पश्चिम बंगाल प्रान्त अन्तर्गत लोकनाथ नगर कार्य स्थान की ओर से "केन्द्र परिचय शिविर" का आयोजन 8 मई 2016 को श्रीभूमि में आयोजित किया गया । इस अवसर पर विवेकानन्द शिला स्मारक और केन्द्र पर आधारित फिल्म दिखाई गई। इसके बाद विकास जायसवालजी ने प्रार्थना और उसके बाद बौधिक खेल और फिर योग और प्राणायाम सिखाया। प्रोफेसर राकेश दास और मालविका चटर्जी जी ने स्वाध्याय वर्ग लिया। साथ ही मन को एकाग्र करने के साथ ही अधिक श्रम करने की प्रेरणा दी। प्रान्त संगठक मनोज दास ने सभी नए कार्यकर्ताओं को केन्द्र के उद्देश्य बताते हुए युवाओं के मन में आएं प्रश्न का समाधान किया।

27 व्यक्तियों ने कार्यक्रम में हिस्सा लिया। 

VKNARDEP April Month Newsletter

In this month’s newsletter, ever clever Tenali Raman is explaining the Ruler the holistic approach to Health. In our happenings section, we have our usual training programmes on ‘Sustainable Agriculture’, workshop on Varma practices and Mason training at a far-off Dist of Perumbalore of Tamilnadu.

In the wisdom section, we have Shri.M.P.Pandit, a famous Aurobindite writing on Tao – The Universal Spirit, renowned Environment Journalist Darryl D’Monte hammers the point that Economy and Environment should go hand in hand and finally Albert Einstein explains the ‘Real Liberation’   

Personality Development Camp Nagpur

The Nagpur branch of Vivekananda Kendra Kanyakumari had organized a residential Personality Development Camp from 24th to 27th April, 2016 at Ravindra Nagar Sabhagruha. 81 children from the age group of 10 years to 16 years participated in the camp. The theme of the camp was “Atulya Bharat” – Incredible India. 

The inaugural session started at 10.30 am on 24th April with prayer. Shri Vaibhav Joshi , Shibir Pramukh, in his inaugural speech motivated the children and congratulated them for choosing to attend the camp. He also told them the schedule and activities they will be performing during the 4 days. Ma. Gauritai Kher, Nagpur Nagar Pramukh, told stories to the children and also told them how this camp will help them to develop their personality and to become good and responsible future citizens. The children were divided into six groups. The groups were named after the famous personalities from the fields of science and spirituality – Shriramakrishna Paramahansa, Swami Vivekananda, Bhagini Nivedita, APJ Abdul Kalam, Vikram Sarabhai and Jayanta Naralikar. One more group named Ma Sharada group was formed separately for 30 organizing team karyakartas. Every evening from 5 to 6 pm lectures and activities were organized for this group.

The topic for the first day was ‘Self Confidence’. Kum. Shivani Dani, Director of Money Bee company, Nagpur delivered a lecture on Sw. Vivekananda and self confidence which was followed by a group discussion session. Ways to overcome fear and how to develop self confidence were discussed. Sau Gauri Deshpande concluded the session.

The Topic for the second day was ‘Discipline’. Shri Chintan Magia explained the importance of discipline in simple interactive and effective way. Shri Lakheshwar Chandravanshi conducted the group discussion session after the lecture.

‘Bravery’ was the topic for the third day. Col. Sunil Deshpande, Director of Prahar School, motivated the children by his own war experiences. The lecture was followed by Question Answer session. Small stories of bravery were given to each group. Every group had to perform a skit based on the story.

On the concluding day i.e. 27th April, Ma. Vishwasji Lapalkar, Maharashtra and Goa Pranta Sangathak, delivered a lecture on ‘Renunciation and Service’. The lecture was followed by Question Answer session.

The main attraction of the camp was ‘Prerana se Punarutthan’ – a session after dinner – in which the theme ‘Atulya Bharat’ was highlighted through small skits and songs. A group of young karyakartas (age between 12 to 16 years) who regularly conduct the Samskar vargas, presented the theme in three parts of 30 mins. every day.

In the creative session, envelop making and one stroke painting was taught. Dr. Hemant Wagh told the importance of conserving the environment. He conducted a workshop named ‘Fruit Basket’. He told how to collect seeds of different fruits and how the seeds will be helpful in saving mother Earth. Many seeds of different fruits were shown to the children and their role was explained very well. The children actively participated in this workshop.

The concluding programme was conducted by the participants Vedant Lande and Shreya Dabe. All the parents were invited for the programme. The participants demonstrated Surya namaskars, group songs, small skits etc. Ma. Vishwasji Lapalkar, the main speaker was introduced by Shri vipin Vaidya, Saha Shibir pramukh. The vote of thanks was delivered by Dr. Vilasji Deshpande, Nagar Sahasanchalak. Sthanik Karyakartas worked hard to make the camp successful. 

Free Medical camps in Changlang

The Swasthya Seva Manch (Medical Service Forum) Vivekananda Kendra Arun Jyoti organized six Free Medical camps in rural areas of Changlang district of Arunachal Pradesh. Camps were organized in New Chingsa and Namchik Havi of Kharsang circle, New Khimiyong of Mioa circle, Sohelaktong and Upper Bubang of Kantang circle and Khuchep of Changlang circle. A total 381 patients were examined in these camps and free medicines were distributed among the patients. 75 children were also given with Deworming medicines.

The Mobile Medical Team of Arun Jyoti discussed various health related issues like clean and safe drinking water, sanitation, balanced diet with the villagers. Vivekananda Kendra is giving more emphasis on health awareness in the remote and rural areas of Arunachal Pradesh.  

लखनऊ मे व्यक्तित्व विकास एवं सूर्यनमस्कार,योग प्राणायाम प्रशिक्षण कार्यशाला

विवेकानन्द केन्द्र कन्याकुमारी, शाखा लखनऊ द्वारा व्यक्तित्व विकास एवं सूर्यनमस्कार,योग,प्राणायाम  प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला मे कुल 150 लोग उपस्थित थे जिसमे विद्यार्थी,शिक्षक,अभिभावक,युवा एवं केन्द्र के स्थानीय कार्यकर्ता भी सम्मिलित हुए। कार्यशाला का आयोजन आर्यावर्त इंस्टीट्यूट ऑफ हायर एजुकेशन के भव्य एवं विशाल परिसर मे किया गया।

सर्वप्रथम 25 युवाओं के एक समूह का गठन किया गया। जिसमे सभी युवा एम. एड. के छात्र थे।  सभी युवाओं को केन्द्र के कार्यकर्ता श्री प्रमोद सक्सेना, योग प्रमुख, कु. शोभिता टंडन,कु.शुभंगिनी चतुर्वेदी द्वारा केन्द्र के वरिष्ठ कार्यकर्ता डॉ. राखी खरबन्दा ( केन्द्र की विवेकानन्द सेंटर जो महाविद्यालयों मे चलता है की प्रमुख एवं  आर्यावर्त इंस्टीट्यूट ऑफ हायर एजुकेशन की मुख्य एकेडेमिक निदेशिका) एवं डॉ. निधि गुलाटी के मार्गदर्शन शिविर संचालन हेतु प्रशिक्षण प्रदान किया गया। सूर्यनमस्कार,आसन,प्राणायाम एवं चर्चा आदि को सम्पन्न करने का प्रशिक्षण प्रदान किया गया। प्रशिक्षण  दिवस दो दिन एवं अवधि 4 घंटे रखा गया। 20 युवाओं को 5-5 की 4 टोलियो मे विभक्त किया गया इसप्रकार कुल चार टोलियाँ बनी एवं 5 लोगो की एक टोली को हाल एवं मंच व्यवस्था मे रखा गया । प्रशिक्षण प्रदान करने वाली चार टोलियों को भगवान प्राची के नाम सूर्य,रवि,सवित एवं भाष्कर नाम प्रदान किया गया और 20-20 प्रशिक्षार्थियों को मिलाकर इन्ही नामों से गणों का नाम रखा गया। प्रशिक्षण प्रदान करने वाली 5-5 युवा कार्यकर्ताओं की जो चार टोली बनी थी उनमे से प्रत्येक टोली मे तीन प्रकार के दायित्व प्रदान किए गए प्रथम एक कार्यकर्ता द्वारा डेमो,एक द्वारा सूचना(इन्सट्रक्शन) देने वाला एवं तीन कार्यकर्ताओं द्वारा सुधार(करेक्सन) करने हेतु। कार्यक्रम की व्यवस्था मे 10 युवा कार्यकरता थे जिसमे 6 पंजीकरण एवं प्रमाणपत्र लेखन ,2 रिसेप्सन, एवं 2 अतिथि व्यवस्था मे दायित्व का निर्वाहन किया।

1मई को कक्षा 5 से कक्षा 12 तक के विभिन्न मुहल्लों एवं विद्यालयों के 78 विद्यार्थी प्रशिक्षण प्राप्त करने हेतु उपस्थित हुए। कार्यक्रम का शुभारंभ प्रोफेसर ओ. पी. सिंह,समाज कार्य विभाग लखनऊ विश्वविद्यालय, डॉ. रामकुमार तिवारी, वी.एस.एन.वी. स्नातकोत्तर महाविद्यालय,श्रीमती किर्ति तिवारी, खंड महिला विकास अधिकारी,प्रो.रत्ना सरकार, केन्द्र के संपर्क प्रमुख इंजीनीयर अशोक सिंह,श्रीमती शशि शर्मा, श्रीमती नम्रता सक्सेना, योग प्रमुख प्रमोद जी,प्रांत संगठक श्री शिवपूजन जी, आदि कार्यकरताओं के द्वारा दीप प्रज्ज्वलन एवं माँ सरस्वती तथा स्वामी विवेकानन्द की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित करके किया गया। सभी शिविरर्थियों को चार गणो मे विभक्त करके  चार सभागारों मे प्रशिक्षण हेतु भेजा गया। सभी गणो मे दो-दो करके कुल आठ मार्गदर्शक भी तय किए गए।  सूर्य गण के मार्गदर्शक श्री शिवपूजन जी एवं कु. शुभंगिनी,रवि गण मे प्रमोद जी एवं अभिषेक पाल,सवित गण मे शोभिता टंडन एवं श्री अशोक सिंह एवं भाष्कर गण मे शशि शर्मा एवं नम्रता सक्सेना मार्गदर्शक थे । भारत हमारी माँ है, गीत को शिविर गीत निश्चित किया गया जिसका अभ्यास सामूहिक एवं गण सह हुआ। गीत का सामूहिक अभ्यास कु. जुही एवं कु.रिया द्वारा कराया गया। सभी गणों मे चार महापुरुषों स्वामी विवेकानंद,महाराणा प्रताप,वीर सावरकर एवं चन्द्रशेखर आजाद के प्रेरक जीवन प्रसंग 10-10 मिनट मे श्री शिवपूजन जी , श्री प्रमोद जी, प्रो. ओ.पी.सिंह एवं श्रीमती किर्ति तिवारी द्वारा सुनाये गए।

सूक्ष्म जलपान एवं अल्प अंतराल के पश्चात व्याख्यान,प्रश्नोत्तर एवं समापन सत्र का शुभारंभ हुआ। ले.जनरल मानवेंद्र सिंह जी,पूर्व निदेशक इंडियन मिलेटरी एकेडेमी, देहरादून का मार्गदर्शन व्याख्यान एवं चर्चा के द्वरा शिविरार्थियों एवं कार्यकरताओं तथा अन्य उपस्थित लोगो को प्राप्त हुआ । जनरल सिंह ने देशभक्ति,अनुशासन,वीरता,लीडरशिप,विजुगीषी प्रवृति,साहस,राष्ट्रियता आदि विषयों को रोचक एवं प्रभावशाली रूप से प्रस्तुत किया। सबसे रोचक प्रश्नोत्तर सत्र हुआ जिसमे  शिविरार्थि बच्चों ने राष्ट्रीयहित,कश्मीर समस्या,isi का भारत मे कुचक्र, अंतर राष्ट्रीय  संबंध, सेना मे अनुशासन,प्रशिक्षण आदि विषयों से संबन्धित प्रश्न बच्चो द्वारा पूछे गए ।  कुछ रोचक प्रश्न इस प्रकार है कक्षा 7 की छात्रा अंशिका ने पूछा कि आईएसआई के विरुद्ध भारतीय सेना कुछ कर सकती है कि नहीं और यदि कर सकती है तो क्यों नहीं करती? एक बच्चे ने पूछा कि क्या देश सेवा करने के लिए सेना मे भर्ती होना जरूरी है?........ देश द्रोह क्या है? हमारे देश के युवा भारत मे शिक्षा प्राप्त कर नौकरी करने विदेश क्यों चले जाते है ? जनरल सिंह ने बच्चों के इन प्रश्नो एवं जिज्ञासायों का समाधान अत्यंत सुंदर एवं सहजरूप से दिया। उन्होने तिरंगे के तीनों रंगो मे हमारी संस्कृति,सभ्यता,देशभक्ति,समर्पण,त्याग आदि के विषय मे बच्चों को बताया। तीनों सेनायों के संबंध मे ज्ञानवर्धक एवं रोचक बातो को बताया।

समापन कार्यक्रम के सत्र मे मयंक सक्सेना ने गीत लिया और विवेकानन्द केन्द्र के संचालक डॉ. दयानन्द लाल(सेवानिवृत आईएएस) ने सभी का स्वागत किया। डॉ. राखी खरबन्दा ने धन्यवाद ज्ञापन किया। कार्यक्रम मे केन्द्र लखनऊ नगर प्रमुख श्री अरुनेन्द्र जी, सेवा प्रमुख श्रीमती मनोरमा लाल जी,संस्कार वर्ग प्रमुख श्रीमती लक्ष्मी सिंह एवं निधि गुलाटी तथा अन्य कार्यकर्ता भी उपस्थित रहे। समापन के बाद अभिभावकों से अपने क्षेत्र मे संस्कार वर्ग प्रारम्भ करने का आग्रह भी किया गया। जिसमे अनेक लोगो ने सकारात्मक रूप से सहयोग हेतु सहमति प्रदान की ।    

Yoga Satra Varga Prashikshan in Kamrup


Vivekananda Kendra Kamrup Vibhag has organised a Yoga Satra Varga Prashikshan on 1st May 2016 at VK Panbazar from 6.30am to 9.30am in  presence of Meera Didi.

47 Karyakartas were present from different yoga vargas of Guwahati. The names were listed before in Yoga varga core team baithak, whom we need to include for this prashikshan. We have targeted Karyakartas whom are regularly involved in Yoga satra or regularly participating in varga and can conduct satra after prashikshan.
1 :  Four ganas are formed. The ganas sit and plan for 30 min practical. The new karyakartas in gana conduct with demonstration and instruction. 
2 : Then all ganas came together. Sit in gana and feedback and correction.
3 : In concepts, the ganas discuss and present Dharmachakra, Akandamandalakar and Yujjate Anane Iti Yoga. 

In between games, subtle points of theory of Yoga were discussed. 

Friday, May 6, 2016

अजमेर में योग सत्र का समापन

Yoga-Satra-ajmer-apr-2016वैशाली नगर शहीद भगत सिंह उद्यान में चल रहे योग एवं ध्यान सत्र का समापन हुआ। समापन सत्र में महर्षि दयानंद सरस्वती विश्विद्यालय अजमेर के योग शिक्षक डॉ लारा शर्मा का प्रेरणादायी उद्बोधन एवं मार्गदर्शन प्राप्त हुआ । इस योग सत्र के समापन पर ही उपस्थित साधकों ने संकल्प लिया है कि वे इसी उद्यान में नियमित योग वर्ग का आयोजन होगा।

Thursday, May 5, 2016

Viswabhanu Feb - March 2016

बिलासपुर में योग सत्र

Yoga-Satra-in-Bilashpur-apr-2016विवेकानंद केंद्र कन्याकुमारी शाखा बिलासपुर द्वारा योग सत्र का आयोजन किया गया, यह योग सत्र 10 दिनों का था, जो कि 15 अप्रैल से 25 अप्रैल तक प्रातः 5:45 से 7:30 तक प्रतिदिन गणेश एनक्लेव, कोनी, बिलासपुर में हुआ, जिसमें योग-आसन, योग की उच्च क्रियाएं एवं योग के सिद्धांतों को बताया गया तथा प्रतिदिन क्रमिक अभ्यास के माध्यम से सिखाया गया । चार महिलाएं एवं कुल 17 योग प्रशिक्षार्थी की उपस्थिति दैनिक रूप से रहती थी, इसका प्रारंभ "तीन ओंकार एवं सहनाभवतु" से तथा समापन "सर्वे भवंतु" से होता था ।

अजमेर में समर कैंप

Outdoor Summer Camp Ajmer 2016गर्मी के मौसम में वैसे ही बच्चे दिनभर घर पर टीवी और कम्पयूटर से चिपके रहते हैं लेकिन सुहानी शाम को यदि खेलने के साथ साथ यदि संस्कार भी मिलने लगें तो माँ बाप तुरंत ऐसे समर कैंप में बच्चों को भेजने के लिए लालायित रहते हैं और यदि यह समर कैंप विवेकानन्द केन्द्र कन्याकुमारी जैसा ‘आध्यात्म प्रेरित संगठन’ लगा रहा हो तो कहना ही क्या।

ऐसा ही नज़ारा विवेकानन्द केन्द्र कन्याकुमारी की स्थानीय शाखा द्वारा 8 से 16 वर्ष की आयु के बच्चों के लिए आउटडोर समर कैंप में देखने को मिला जिसका आयोजन वैशाली नगर के शहीद भगत सिंह उद्यान में शाम 5 से 7 बजे तक हो रहा है। 50-60 बच्चों का झुण्ड लेकिन पूर्ण अनुशासित एवं अलग अलग गतिविधियों के लिए उत्साहित। जहाँ एक ओर नाट्य विधा का प्रशिक्षण दिया जा रहा था वहीं आत्म रक्षा के लिए जूडो कराटे। बच्चों के आत्मविश्वास को बढ़ाने के लिए भाषण कला का प्रशिक्षण दिया जा रहा है तो वहीं भूत गली, गुलमा की पोटली, राम राजा रावण, नमस्ते जी, मतीरे की फांक, रथ दौड़, टेंक युद्ध, किसान लोमड़ी, बम फटा, मैं शिवाजी और न जाने कितने ही खेल जिनमें बच्चे मस्ती में डूब जाते। मस्ती का आलम यह कि जब खेलों के बाद सूर्यनमस्कार और व्यायाम सिखाए जाते तो भी जबरदस्त उत्साह का प्रदर्शन। नगर प्रमुख महेश शर्मा बताते हैं कि जब यह आउटडोर समर कैंप शुरू हुआ तो पहले दिन तो माता-पिता बच्चों को छोड़ कर चले गए लेकिन दो तीन दिन के बाद जब घर पर बच्चों में चमत्कारिक सकारात्मक परिवर्तन देखने को मिला तो विवेकानन्द केन्द्र की गतिविधियों को देखने के लिए वे भी उद्यान में ही आने लगे और बच्चों को देख कर हर्षित हो रहे हैं। विवेकानन्द केन्द्र की पत्रिका केन्द्र भारती के सह-सम्पादक उमेश कुमार चैरसिया से जब बात की गई तो वे बताते हैं कि यह समर कैंप बाकी समर कैंपों से बिलकुल अलग है। इस समर कैंप में बच्चों का शारीरिक विकास तो होता ही है इसके साथ-साथ खेलों में भाग लेने से परस्पर समन्वय की भावना का विकास भी होता है। व्यायाम सूर्यनमस्कार से मानसिक ऊर्जा मिलती है और फिल्मी गीतों की बजाय भजन, देशभक्ति गीत और देश के अमर वीरों की ओजस्वी गाथाएं रोचक ढंग से सुनने से उनका आध्यात्मिक एवं मनोवैज्ञानिक विकास भी होता है। समर कैंप के अंत में जोशीले जयघोषों से जब पूरा पार्क गूंज उठता है तब पार्क में आने वाला प्रत्येक व्यक्ति इस नज़ारे को देखने के लिए ठहर जाता है। उन्होंने बताया कि इस समर कैंप में अब तक नगर के अनेक गणमान्य लोगों ने अपने जीवन के अनुभवों से बच्चों को लाभान्वित किया जिसमें सुप्रसिद्ध हृदयरोग विशेषज्ञ डाॅ. आनन्द अग्रवाल, स्वप्न कुमारमंगलम, डाॅ. रश्मि शर्मा, दिव्या सोमानी, भवानी कुशवाह और अंकित शांडिल्य प्रमुख हैं। जब हनुमानजी के जीवन से जुड़े प्रसंगों को कहानी में पिरोकर जब विवेकानन्द केन्द्र के सहनगर प्रमुख अखिल शर्मा ने सुनाया तो बच्चे गदगद हो उठे। अखिल शर्मा ने कहा कि इन प्रसंगों से बच्चों में मैनेजमेण्ट, दृढ़ इच्छाशक्ति, कर्तव्यपरायणता, समर्पण और सेवा जैसे गुणों का विकास होता है। समर कैंप का प्रमुख आकर्षण अंत में होने वाली क्विज प्रतियोगिता होती है जिसमें भारत की विश्व को देन और भारत के गौरवपूर्ण सामाजिक, आर्थिक, राजनैतिक और धार्मिक इतिहास से संबंधित रोचक प्रश्न पूछे जाते हैं। इससे बच्चों का बौद्धिक विकास और आत्मविश्वास भी बढ़ रहा है। विवेकानन्द केन्द्र की नगर संगठक श्वेता टाकलकर कहती हैं इस समर कैंप के बाद बच्चों को तीन दिवसीय आवासीय संस्कार वर्ग प्रशिक्षण शिविर में भाग लेने के लिए प्रेरित किया जा रहा है जहाँ बच्चे पूरे दिन का टाइम मैनेजमेण्ट और अपने व्यक्तित्व विकास के लिए आवश्यक चीजों के बारे में जानेगें और अभ्यास करेंगे तथा जीवन में आवश्यक नैतिक मूल्यों को भी आत्मसात कर सकेंगे। यह आवासीय शिविर भी मई के अंतिम सप्ताह में अजमेर में ही लगाया जाएगा। संस्कार वर्ग प्रमुख योगेश भारती बताते हैं कि यह समर कैंप विवेकानन्द केन्द्र के युवा कार्यकर्ताओं द्वारा ही संचालित हो रहा है जिनमें अमरेन्द्र, रितेश, वर्षा, करण, देवांशु और पार्थ अपना योगदान दे रहे हैं। विवेकानन्द केन्द्र की विभाग सह-संचालक कुसुम गौतम कहती हैं कि इस प्रकार के समर कैंप अजमेर के अन्य क्षेत्रों में भी लगाए जा रहे हैं जों 1 मई से शास्त्री नगर के प्रह्लाद पार्क संख्या तीन में और 15 मई से गांधी भवन उद्यान, आदर्श नगर में शाम 5 से 7 आयोजित होंगे। विभाग प्रमुख डाॅ. स्वतन्त्र शर्मा ने बताया कि इस समर कैंप का समापन 24 अप्रैल को अजमेर विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष डाॅ. शिवशंकर हेड़ा के सान्निध्य में होगा तथा इस समर कैंप के बाद शहीद भगत सिंह उद्यान में ही नियमित रूप से दो घण्टे का साप्ताहिक संस्कार वर्ग आयोजित करने की योजना है जिससे बच्चों का सर्वांगीण विकास सुनिश्चित हो सके।

summer-camp-in-ajmer-2016

Revival and Renovation of Traditional Water bodies

In this month, the furry squirrel is championing the cause of Rameswaram – “The anchor of Indian renaissance” by way of a blog by Shri.Narendra Joshi. You will also find a detailed report from our partners Hand in Hand on Solid Waste Management at Rameshwaram and C.P.Ramaswami Iyer Foundation on Mangala Vanam.
We continue to work on the “Revival and Renovation of Traditional Water bodies”. This time you will see the report on Brahma Teertham and our efforts in beautifying a few streets of Rameshwaram by colouring the old neglected buildings. This month Update

विवेकानंद केंद्र अजमेर द्वारा योग एवं ध्यान सत्र

विवेकानंद केंद्र कन्याकुमारी शाखा अजमेर द्वारा अजमेर के रामकृष्ण विस्तार में स्थित शहीद भगत सिंह उद्यान में योग एवं ध्यान सत्र का आयोजन 15 April 2016 से 24 April 2016 तक  किया जा रहा है। इस योग सत्र का उद्घाटन नगर निगम अजमेर के महापौर श्री धर्मेन्द्र गहलोत द्वारा किया गया। श्री धर्मेन्द्र गहलोत ने इस प्रकार के आयोजनों की आवश्यकता पर बल दिया। राजस्थान प्रान्त प्रशिक्षण प्रमुख तथा अजमेर के विभाग प्रमुख डॉ. स्वतंत्र शर्मा ने बताया कि इस वर्ष २१ जून को आयोजित होने वाले योग दिवस से पूर्व अजमेर विभाग में सात योग सत्र लगाने की योजना पर कार्य किया जा रहा है। आगामी योग सत्र की जानकारी देते हुए बताया कि अगला योग एवं ध्यान सत्र शास्त्री नगर के प्रह्लाद उद्यान संख्या तीन, अजमेर में लगाया जायेगा जिसके लिए पंजीकरण शुल्क रूपये १००/- रखा गया है।
विवेकानंद केंद्र कन्या कुमारी शाखा अजमेर द्वारा रामकृष्ण विस्तार स्थित शहीद भगत सिंह उद्यान में सांयकाल ५-०० से ७-०० बजे तक 8 से 16 वर्ष के आयु के बालक बालिकाओं हेतु आउटडोर समर कैंप का आयोजन किया जा रहा है। इस समर कैंप का उद्देश्य नियमित संस्कार वर्गों की श्रंखला स्थापित करना है। इस कैंप में सभी बच्चे बहुत उत्साह से भाग ले रहे हैं तथा माता पिता भी बच्चों का उत्साह वर्धन कर रहे हैं। कैंप का समपह २४ अप्रैल को अजमेर विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष माननीय शिवशंकर जी हेडा द्वारा किया जायेगा।

Program of Sanskar Varga Children at Durgapur

Vivekananda Kendra Kanyakumari, Durgapur Branch Organized a Program for Children of Sanskar Varga on 14th April at Ganatantra Colony, M.A.M.C, Durgapur-10, Yugabotar Sri Sri Harichand Thakur Mandir. There was 150 participants in the program. The program was conclude by Sri Subatrata Mukherjee, Sri Ruhidas Ghosh, Sri Bikash Debnath, Subir Ranjan Das, Gour Roy, Nikhil Biswas, Mukunda Mondal, Gopal Tikader, Kashi Thakur. Parents also attanted the concluding program.
There was special drama session in the program. Participants presented drama on Various theme on life of Swami Vivekananda. 

VK Rural Development Program March 2016 Activity Report