Tuesday, May 17, 2016

लखनऊ मे व्यक्तित्व विकास एवं सूर्यनमस्कार,योग प्राणायाम प्रशिक्षण कार्यशाला

विवेकानन्द केन्द्र कन्याकुमारी, शाखा लखनऊ द्वारा व्यक्तित्व विकास एवं सूर्यनमस्कार,योग,प्राणायाम  प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला मे कुल 150 लोग उपस्थित थे जिसमे विद्यार्थी,शिक्षक,अभिभावक,युवा एवं केन्द्र के स्थानीय कार्यकर्ता भी सम्मिलित हुए। कार्यशाला का आयोजन आर्यावर्त इंस्टीट्यूट ऑफ हायर एजुकेशन के भव्य एवं विशाल परिसर मे किया गया।

सर्वप्रथम 25 युवाओं के एक समूह का गठन किया गया। जिसमे सभी युवा एम. एड. के छात्र थे।  सभी युवाओं को केन्द्र के कार्यकर्ता श्री प्रमोद सक्सेना, योग प्रमुख, कु. शोभिता टंडन,कु.शुभंगिनी चतुर्वेदी द्वारा केन्द्र के वरिष्ठ कार्यकर्ता डॉ. राखी खरबन्दा ( केन्द्र की विवेकानन्द सेंटर जो महाविद्यालयों मे चलता है की प्रमुख एवं  आर्यावर्त इंस्टीट्यूट ऑफ हायर एजुकेशन की मुख्य एकेडेमिक निदेशिका) एवं डॉ. निधि गुलाटी के मार्गदर्शन शिविर संचालन हेतु प्रशिक्षण प्रदान किया गया। सूर्यनमस्कार,आसन,प्राणायाम एवं चर्चा आदि को सम्पन्न करने का प्रशिक्षण प्रदान किया गया। प्रशिक्षण  दिवस दो दिन एवं अवधि 4 घंटे रखा गया। 20 युवाओं को 5-5 की 4 टोलियो मे विभक्त किया गया इसप्रकार कुल चार टोलियाँ बनी एवं 5 लोगो की एक टोली को हाल एवं मंच व्यवस्था मे रखा गया । प्रशिक्षण प्रदान करने वाली चार टोलियों को भगवान प्राची के नाम सूर्य,रवि,सवित एवं भाष्कर नाम प्रदान किया गया और 20-20 प्रशिक्षार्थियों को मिलाकर इन्ही नामों से गणों का नाम रखा गया। प्रशिक्षण प्रदान करने वाली 5-5 युवा कार्यकर्ताओं की जो चार टोली बनी थी उनमे से प्रत्येक टोली मे तीन प्रकार के दायित्व प्रदान किए गए प्रथम एक कार्यकर्ता द्वारा डेमो,एक द्वारा सूचना(इन्सट्रक्शन) देने वाला एवं तीन कार्यकर्ताओं द्वारा सुधार(करेक्सन) करने हेतु। कार्यक्रम की व्यवस्था मे 10 युवा कार्यकरता थे जिसमे 6 पंजीकरण एवं प्रमाणपत्र लेखन ,2 रिसेप्सन, एवं 2 अतिथि व्यवस्था मे दायित्व का निर्वाहन किया।

1मई को कक्षा 5 से कक्षा 12 तक के विभिन्न मुहल्लों एवं विद्यालयों के 78 विद्यार्थी प्रशिक्षण प्राप्त करने हेतु उपस्थित हुए। कार्यक्रम का शुभारंभ प्रोफेसर ओ. पी. सिंह,समाज कार्य विभाग लखनऊ विश्वविद्यालय, डॉ. रामकुमार तिवारी, वी.एस.एन.वी. स्नातकोत्तर महाविद्यालय,श्रीमती किर्ति तिवारी, खंड महिला विकास अधिकारी,प्रो.रत्ना सरकार, केन्द्र के संपर्क प्रमुख इंजीनीयर अशोक सिंह,श्रीमती शशि शर्मा, श्रीमती नम्रता सक्सेना, योग प्रमुख प्रमोद जी,प्रांत संगठक श्री शिवपूजन जी, आदि कार्यकरताओं के द्वारा दीप प्रज्ज्वलन एवं माँ सरस्वती तथा स्वामी विवेकानन्द की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित करके किया गया। सभी शिविरर्थियों को चार गणो मे विभक्त करके  चार सभागारों मे प्रशिक्षण हेतु भेजा गया। सभी गणो मे दो-दो करके कुल आठ मार्गदर्शक भी तय किए गए।  सूर्य गण के मार्गदर्शक श्री शिवपूजन जी एवं कु. शुभंगिनी,रवि गण मे प्रमोद जी एवं अभिषेक पाल,सवित गण मे शोभिता टंडन एवं श्री अशोक सिंह एवं भाष्कर गण मे शशि शर्मा एवं नम्रता सक्सेना मार्गदर्शक थे । भारत हमारी माँ है, गीत को शिविर गीत निश्चित किया गया जिसका अभ्यास सामूहिक एवं गण सह हुआ। गीत का सामूहिक अभ्यास कु. जुही एवं कु.रिया द्वारा कराया गया। सभी गणों मे चार महापुरुषों स्वामी विवेकानंद,महाराणा प्रताप,वीर सावरकर एवं चन्द्रशेखर आजाद के प्रेरक जीवन प्रसंग 10-10 मिनट मे श्री शिवपूजन जी , श्री प्रमोद जी, प्रो. ओ.पी.सिंह एवं श्रीमती किर्ति तिवारी द्वारा सुनाये गए।

सूक्ष्म जलपान एवं अल्प अंतराल के पश्चात व्याख्यान,प्रश्नोत्तर एवं समापन सत्र का शुभारंभ हुआ। ले.जनरल मानवेंद्र सिंह जी,पूर्व निदेशक इंडियन मिलेटरी एकेडेमी, देहरादून का मार्गदर्शन व्याख्यान एवं चर्चा के द्वरा शिविरार्थियों एवं कार्यकरताओं तथा अन्य उपस्थित लोगो को प्राप्त हुआ । जनरल सिंह ने देशभक्ति,अनुशासन,वीरता,लीडरशिप,विजुगीषी प्रवृति,साहस,राष्ट्रियता आदि विषयों को रोचक एवं प्रभावशाली रूप से प्रस्तुत किया। सबसे रोचक प्रश्नोत्तर सत्र हुआ जिसमे  शिविरार्थि बच्चों ने राष्ट्रीयहित,कश्मीर समस्या,isi का भारत मे कुचक्र, अंतर राष्ट्रीय  संबंध, सेना मे अनुशासन,प्रशिक्षण आदि विषयों से संबन्धित प्रश्न बच्चो द्वारा पूछे गए ।  कुछ रोचक प्रश्न इस प्रकार है कक्षा 7 की छात्रा अंशिका ने पूछा कि आईएसआई के विरुद्ध भारतीय सेना कुछ कर सकती है कि नहीं और यदि कर सकती है तो क्यों नहीं करती? एक बच्चे ने पूछा कि क्या देश सेवा करने के लिए सेना मे भर्ती होना जरूरी है?........ देश द्रोह क्या है? हमारे देश के युवा भारत मे शिक्षा प्राप्त कर नौकरी करने विदेश क्यों चले जाते है ? जनरल सिंह ने बच्चों के इन प्रश्नो एवं जिज्ञासायों का समाधान अत्यंत सुंदर एवं सहजरूप से दिया। उन्होने तिरंगे के तीनों रंगो मे हमारी संस्कृति,सभ्यता,देशभक्ति,समर्पण,त्याग आदि के विषय मे बच्चों को बताया। तीनों सेनायों के संबंध मे ज्ञानवर्धक एवं रोचक बातो को बताया।

समापन कार्यक्रम के सत्र मे मयंक सक्सेना ने गीत लिया और विवेकानन्द केन्द्र के संचालक डॉ. दयानन्द लाल(सेवानिवृत आईएएस) ने सभी का स्वागत किया। डॉ. राखी खरबन्दा ने धन्यवाद ज्ञापन किया। कार्यक्रम मे केन्द्र लखनऊ नगर प्रमुख श्री अरुनेन्द्र जी, सेवा प्रमुख श्रीमती मनोरमा लाल जी,संस्कार वर्ग प्रमुख श्रीमती लक्ष्मी सिंह एवं निधि गुलाटी तथा अन्य कार्यकर्ता भी उपस्थित रहे। समापन के बाद अभिभावकों से अपने क्षेत्र मे संस्कार वर्ग प्रारम्भ करने का आग्रह भी किया गया। जिसमे अनेक लोगो ने सकारात्मक रूप से सहयोग हेतु सहमति प्रदान की ।    

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