- Samidha program at Bhilwara on 15-11-2015. Chief guest was Sri Hanumanth raoji, Treasurer of Vivekananda Kendra and Bagwandasji, Prant Pramukh, Rajasthan
- 20-11-2015 to 29-11-2015, books stall was held in book fair at dibrugrah.
- Kendra Varga in Jamdeshpur.
- Samidha at mysore : 61 karyakartas attended.
- Drawing Compitation of Samskar Varga children of Indira nagar vistar, Bangluru.
- Samskar varga at Madurai
- Total 8 program of Samidha held on 22nd and attendance was 400 : Samidha at Mangaldoi devbhumi, assam : 22/11/2015Samidha at Lakhimpur, assam : 22-11-2015samidha pg at Dibrugrah : 22-11-2015Samidha at Tejpur : 58, 22-11-2015Samidhaat Guwahati : Sri Ajay Dutta, renowned social activist was chief speaker. VivekanandaRock Memorial North East Karyalaya was in their house in Guwahati.
- Vivekananda Rock Memorial & Vivekananda Kendra Kanyakumari: Vijayawada branch conducted(Saphal Yuva - Yuva Bharat) Yuva Samparka programme in Siddhartha Pharmaceutical college, Vijayawada on 23/11/2015 from 10:00am to 11:30am. Topic: Born to Succeed. Speaker: Smt. Dr.Naga Lakshmi garu, MD,IMIS Ayurvedic Pharma Company, Vijayawada. Guest: Sri G.Sri Ram garu, Nagar Sanchalak, Vijayawada. Principal: Dr.Devala Rao garu. No. of participants: 140. Yuva Sammelan Registered: 31.
- Aanandalaya Acharya Prashiksan Shibir, Telugu Praant started yesterday at Kaushalam -Kenrda's Human Excellence Trg Centre, Hyd Main Resource Persons: Varsha Didi, Odisha Seva Prakalpa, Saha Prakalpa Sangathak, Binoti Didi, Aanandalaya Sampark Pramukh and Ajay Bhai, Aanandalaya Sangathak, Assam Praant.
- Samidha at Kolkatta : 19-11-2015 : 60
Thursday, November 26, 2015
Highlights of updates from various corners
लखनऊ में साधना दिवस
विवेकानन्द केंद्र कन्याकुमारी की लखनऊ शाखा के तत्वधान मे 19 नवंबर को ‘साधना दिवस’ मनाया गया। कार्यक्रम के मुख्य वक्ता श्री राजनाथ सिंह ‘सूर्य’ वरिष्ठ पत्रकार,स्तंभकार एवं राज्य सभा के पूर्व संसद थे। श्री राजनाथ सिंह जी ने माननीय एकनाथजी के जीवन के संसमरणों को बताया जो उनके समक्ष हुआ था। कार्यक्रम मे कुल 40 कार्यकर्ताओं ने भाग लेकर एकनाथजी प्रतिमा पर पुष्प अर्पित करते हुवे राष्ट्र कार्य का संकल्प लिया।
MEJSP Celebration in VKV
A mammoth procession was convened to commemorate the 100th birth anniversary of Mananeeya Ekanathji Ranade (Founder of Vivekananda Kendra & Rock Memorial) at Vallioor on 19th November 2015. The procession started at the waving of flag by Mr. Balaji, D.S.P., Vallioor. Shri. S.K. Subramanian, Correspondent, Vivekananda Kendra Vidyalaya was in the forefront. Shri Ayyappanji, Secretary of RDP, Vivekananda Kendra & Mrs. Janaki Pushpam, District Incharge, RDP, Vivekanada Kendra were the special guests.The procession started from Vallioor Murugan Temple and ended at Vivekananda Kendra Vidyalaya.The children’s band music was superb.Swami Vivekananda’s inspiring thoughts and slogans were highlighted and echoed at the procession in which nearly 1200 students, parents and public participated eagerly.
स्वामीजी के राष्ट्र पुनरुत्थान की छटपटाहट को जन-जन तक पहुंचाना हमारा लक्ष्य
नागपुर, नवम्बर 23 : विवेकानन्द केन्द्र कन्याकुमारी की अखिल भारतीय उपाध्यक्षा सुश्री निवेदिता भिड़े ने कहा कि स्वामी विवेकानन्द का विजन एकनाथजी का मिशन है। स्वामी विवेकानन्द ने सुप्त भारतीय समाज को अपनी ओजस्वी वाणी से जाग्रत करते हुए कहा था, “हे भारत, उठो! और अपनी आध्यात्मिकता से विश्वविजयी बनों।” स्वामीजी के इस आह्वान से ही भारत में नवचेतना का संचार हुआ। निवेदिता दीदी विवेकानन्द शिलास्मारक निर्माता और विवेकानन्द केन्द्र के संस्थापक श्री एकनाथजी रानडे की जन्मशती पर्व पर आयोजित “समिधा” समारोह को संबोधित कर रही थीं। उन्होंने कहा कि स्वामी विवेकानन्द कहा करते थे कि विश्व के कल्याण के लिए भारत का पुनरुत्थान आवश्यक है। स्वामी विवेकानन्द के इस विजन को एकनाथजी ने अपना मिशन बनाया और उन्होंने विवेकानन्द केन्द्र के माध्यम से स्वामी विवेकानन्द के “राष्ट्र पुनरुत्थान” की छटपटाहट को जन-जन तक पहुंचाने का लक्ष्य रखा।
नागपुर के मुंडले सभागृह में आयोजित इस समिधा समारोह में राष्ट्रीय पर्यावरण अभियांत्रिकी अनुसंधान संस्थान (NEERI) के निदेशक डॉ.श्री सतीश वटे बतौर अध्यक्ष तथा नागपुर मेडिकल कॉलेज के एसोसिएट प्रोफ़ेसर एवं विवेकानन्द केन्द्र नागपुर के नगर संचालक डॉ. जगदीश हेडाऊ व्यासपीठ पर विराजमान थे।
समारोह को संबोधित करते हुए निवेदिता दीदी ने कहा कि आज विवेकानन्द केन्द्र की 813 शाखाएं और प्रकल्प शिक्षा, संस्कार, सेवा और प्रबोधन के माध्यम से स्वामीजी के विचारों को समाज तक पहुंचा रही हैं। उन्होंने कहा कि हमारा भारत विविधताओं से भरा एक महान देश है, जहां ईश्वर को विभिन्न नामों और रूपों में पूजा जाता है। हमारे देश में अनेक भाषा, पंथ और उपासना पद्धति होने के बावजूद अपने आराध्य को ही सर्वश्रेष्ठ बताने के लिए संघर्ष नहीं होता, वरन हर व्यक्ति प्रत्येक दर्शन स्थल के सामने बड़ी श्रद्धा से शिश झुकता है। यही भारत की अध्यात्मिक शक्ति है जो सभी मत, सम्प्रदाय और पंथों को सबका सम्मान करना सिखाती है। आज भारत के इस आध्यात्मिक विचार की सम्पूर्ण विश्व को जरुरत है।
सच्चा अध्यात्म
निवेदिता दीदी ने कहा कि तिलक, पूजा और भगवान के सामने बैठकर मात्र जप करने से या ग्रंथों को रट लेने मात्र से कोई आध्यात्मिक नहीं हो जाता। पूजा-पाठ जीवन के लिए आवश्यक हो है ही पर हमें अध्यात्म को सही परिप्रेक्ष्य में समझना होगा। निवेदिता दीदी ने जोर देते हुए कहा कि अध्यात्म यानी आत्मीयता, त्याग और निःस्वार्थ सेवा। यह अध्यात्म हमारे जीवन के सभी आयामों में झलकना चाहिए। उन्होंने कहा कि बिजली, पानी, सड़क और बड़ी-बड़ी इमारतों के निर्माण को आज विकास का मानक बताया जा रहा है। यह भौतिक विकास जरुरी है लेकिन आध्यामिकता को भूला देने से भारत का निर्माण नहीं हो सकता। भारत के पुनरुत्थान के लिए अध्यात्म को जीनेवाले समाज का निर्माण करना होगा। पर इस कार्य के लिए आगे आएगा कौन? स्वामीजी कहा करते थे, मनुष्य केवल मनुष्य भर चाहिए, बाकि सब अपने आप हो जाएगा।
आगे निवेदिता दीदी ने विवेकानन्दजी के उस सन्देश का भी उल्लेख किया जिसमें स्वामीजी ने कहा था, “सिंह के पौरुष से युक्त, परमात्मा के प्रति अटूट निष्ठा से संपन्न और पावित्र्य की भावना से उद्दीप्त नर-नारी, दरिद्रों एवं उपेक्षितों के प्रति हार्दिक सहानुभूति लेकर देश के एक कोने से दूसरे कोने तक भ्रमण करते हुए मुक्ति का, सामाजिक पुनरुत्थान का, सहयोग और समता का संदेश देंगे।” निवेदिता दीदी ने जोर देते हुए कहा कि स्वामीजी के सपनों के ये युवा कौन है जो अपने देश और समाज के प्रति गहन आत्मीयता रखते हुए उनकी सेवा के लिए अपने जीवन का महत्वपूर्ण समय अर्पित कर सके। उन्होंने कहा कि एकनाथजी की जन्मशती पर पूरे देश में ‘सफल युवा-युवा भारत’ के माध्यम से ऐसे ही युवाओं को कार्य से जोड़ा गया है जो देश की सेवा के लिए अपने जीवन का निश्चित समय का दान कर सके।
अहंकार, ईर्ष्या और आलस्य संगठन में बाधक
दीदी ने कहा कि अहंकार, ईर्ष्या और आलस्य ये तीन विकार संगठन के कार्य में बाधा पहुंचाते हैं। वर्तमान में देश और दुनिया के सामने जो चुनौतियां है उसे प्रत्युत्तर देने के लिए हमें अपने कार्य को अधिक गति से आगे बढ़ाना है। एकनाथजी के जीवन में ऐसे कई प्रसंग आएं जहां उन्होंने प्रतिकूल परिस्थितियों में सफलताएं प्राप्त कीं। उन्होंने निश्चित समय सीमा में विवेकानन्द शिलास्मारक का निर्माण किया, विवेकानन्द केन्द्र की स्थापना की और कार्यकर्ताओं के सामने “निःस्वार्थ सेवा” का महान आदर्श रखा। यही कारण है कि आज अरुणाचल सहित उत्तर-पूर्वांचल में शिक्षा और संस्कारों के साथ ही देशभक्ति की चेतना जाग्रत हुई।
समिधा के मर्म को समझें
निवेदिता दीदी ने देशसेवा में कार्यरत कार्यकर्ताओं के समर्पण भाव को सबसे महत्वपूर्ण बताया। उन्होंने कहा कि समर्पण के बिना सेवा नहीं हो सकती। विवेकानन्द केन्द्र का कार्य राष्ट्रयज्ञ है और कार्यकर्ता इस यज्ञ में अपने तन, मन और धन की समिधा अर्पित करता है। ये समिधा उसका कमिटमेंट है, संकल्प है। यज्ञ में जिस तरह समिधा अर्पित की जाती है, उसी तरह संगठन में अपने संकल्प की समिधा अर्पित की जाती है। एक बार हमने संकल्प कर लिया तो किन्तु-परन्तु या यह-वह जैसी कारण बताने से संकल्प की पूर्ति नहीं होती। निवेदिता दीदी ने कहा कि संकल्प की पूर्ति पूर्ण समर्पण से ही हो सकता है। राष्ट्रकार्य में पूर्ण समर्पण ही कार्यकर्ता की समिधा है। त्याग, सेवा और आत्मबोध से संगठन का कार्य सातत्य से करना, यह प्रत्येक कार्यकर्ता के लिए आवश्यक है। राष्ट्रयज्ञ को प्रज्वलित करने के लिए ‘तिल-तिल जलना’ होगा, ताकि हमारा जीवन सफल ही नहीं तो वह सार्थक भी बन जाए।
अपने अध्यक्षीय भाषण में वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं निरी के निदेशक डॉ.श्री सतीश वटे ने कहा कि पर्यावरण जैसा गुरु नहीं। पर्यावरण हमें समर्पण सिखलाता है। हम अपनाप से पूछें कि क्या मैं वही समिधा हूं जिससे यह राष्ट्रयज्ञ प्रज्वलित हो रहा है? डॉ.वटे ने कहा कि पक्षी डालियों के हिलने से कभी भयभीत नहीं होते क्योंकि उनको अपने पंखों की शक्ति विश्वास होता है। हमारी शक्ति हमारे अन्दर है और हृदय से मिलनेवाली शक्ति को कोई पराजित नहीं कर सकता। विवेकानन्द केन्द्र ने समिधा अर्पित करने का आह्वान किया है। हृदय से अर्पित की जानेवाली यह समिधा इतनी बढ़े कि राष्ट्रयज्ञ के प्रकाश से सम्पूर्ण विश्व आलोकित हो सके।
इससे पूर्व कार्यक्रम के प्रारंभ में श्री एकनाथजी रानडे पर डॉक्युमेंट्री फिल्म दिखाई गई। कार्यक्रम के दौरान ‘लर्निंग फॉर ए मैनेजर’ नामक पुस्तक तथा विवेकानन्द केन्द्र के कार्यों पर आधारित 2016 का विवेक रत्नाकर कैलेण्डर का विमोचन किया गया। डॉ.हेडाऊ ने कार्यक्रम की प्रस्तावना दी तथा केन्द्र की नगरप्रमुख गौरीताई खेर ने आभार व्यक्त किया। समारोह का संचालन अर्चना लापलकर ने किया। इस अवसर पर राष्ट्र सेविका समिति की प्रमुख संचालिका सुश्री शांताक्का, प्रमिलाताई मेढ़े, आर्ष विज्ञानं गुरूकुलम की आचार्य स्वामिनी ब्रह्मप्रकाशानन्दा सहित नगर ने गणमान्य नागरिक भारी संख्या में उपस्थित।
Samidha at Kanyakumari
Vivekananda Kendra Kanniyakumari conducted Samidha on 19th November 2015 at Headquarters from 10am to 1pm. The people who are associated with Vivekananda Kendra Kanniyakumari through Rural Development Programm, Natural Resource Development Programme, VKNagerkoil, Ex-Vivekananda Kendra Vidhyalya students as well as parent, Ex-VKK workers, Suppliers, Donors, Patrons, Subscribers, Well-wishers and Beneficiaries were called for Samidha. Around 700 people gathered.
While they were entering into the VK campus, went to Gangotri, then entered into Eknathji Samadhi for pushpanjali. Then they entered their particulars and received the calendars and assembled at VKV ground.
In the presence of Treasurer, Vivekananda Kendra, Samidha started with lighting the lamp by All India Vyavastha Pramukh of VK and MEJSPKK. MEJSP report was read. Ma. Balakrishnanji's Presidential Address, Aa. Krishnamurthyannaji's Felicitation and Swami Chaitanya Maharaji, MEJSP Margadarshan committee's Blessings were there. Two well-wishers shared their experience. Eknathji Film in Tamil was shown. Samarpanam, Samidha concluded with Prarthana.
Free Operation camp at Khonsa
Vivekananda Kendra Arun Jyoti ,Arunachal Pradesh recently organized one Free Operation Camp at District Hospital, Khonsa, Arunachal Pradesh. A team of Four Doctors from USA and Nagpur,Maharastra came all the way to serve the poor and needy of Tirap and Longding districts of Arunachal Pradesh. The camp was inaugurated on 16th November by Sri Chanwang Lowang, ZPC of Tirap district. A total 56 patients were operated during the camp for various ailments like Gall Bladder stones, Appendicitis, Hernia, Hydrocele, Ovarian Cysts etc.and all the operations were successful.
It is to be mentioned that in this year, this was the fourth surgical camp organized by Vivekananda Kendra in Assam and Arunachal Pradesh. A total 194 surgeries were conducted in these camps.
बिलासपुर में साधना दिवस
19 नवंबर 2015 को संध्या काल में विवेकानंद केंद्र बिलासपुर इकाई के कार्यालय में साधना दिवस मनाया गया इस अवसर पर बिलासपुर इकाई के पूर्णकालिक कुलदिप जी "मुख्य वक्ता" तथा बिलासपुर क्षेत्र के राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के विभाग संघ चालक काशीनाथ गोर जी "अध्यक्ष" के रूप में उपस्थित रहे। तीन ओमकार सहना ववतु तथा एक्य मंत्र के साथ कार्यक्रम का प्रारंभ हुआ । तत्पश्चात श्री एकनाथ रानाडे जी को श्रद्धा सुमन स्वरूप "वंदना अभिनंदन" तथा "शत-शत अभिनंदन श्री एकनाथ जी" यह दो गीत हुआ । विवेक वाणी के पश्चात कुलदीप जी का उद्बोधन प्रारंभ हुआ, जिसमें उन्होंने एक नाथ जी के जीवन से जुड़े छोटे-छोटे पहलुओं पर बड़ी ही सहजता एवं आकर्षक ढंग से प्रकाश डाला साथ ही रोचक व प्रेरणादायक प्रसंग भी बताये एवं अध्यक्षीय संभाषण में अध्यक्ष जी ने एकनाथ जी की कार्यकुशलता के बारे में संक्षिप्त परिचय दिया । चालीस कार्यकर्ताओं की उपस्थिति रही ।सभी लोगों ने ओंकार को पुष्प अर्पण कर प्रणाम किया तथा इस वर्ष के आगामी समय में विवेकानंद केंद्र का कार्य अपनी पूरी क्षमता के साथ तन-मन-धन लगाकर करने का संकल्प किया । समस्त प्राणियों के कल्याण की भावना के साथ "सर्वे भवंतु सुखिनः" तथा "केंद्र प्रार्थना" के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ।
Activities Updates From wai
21st June 2015 – International Yoga Day
Yoga practices at 3 places – Attendance 415
Yoga practices at 3 places – Attendance 415
Bharatiya Sanskriti Parisksha
Swadhyay Competition was held in month of September 2015 (dates 10 & 15) for Senior college youth on the book “Swami Vivekananda – Ek Prernastrot”.
Colleges enrolled – 2
Registration - 430
Attendance – 340
Swadhyay Competition was held in month of September 2015 (dates 10 & 15) for Senior college youth on the book “Swami Vivekananda – Ek Prernastrot”.
Colleges enrolled – 2
Registration - 430
Attendance – 340
For “1 day Camp” - workshop of 3 hours was arranged.
Sessions conducted were Kendra parichay, Krida Yoga, Geet satra, group discussions
Attendance 15
Sessions conducted were Kendra parichay, Krida Yoga, Geet satra, group discussions
Attendance 15
Activities Updates From Satara
12 January 2015 : Workshop for Self-Help groups
A workshop of 4 hours was conducted for Mahila Pramukhs of Self-help groups in collaboration with District Central Co-operative Bank. These Mahila Pramukhs handle, from 10 to 100 Self-help groups.
In the workshop sessions taken were –
a) Family management – concept of parivar – health & time management by Smt. Geeta Deshmukh
b) Organizational Behavior (based on Seva Sadhana) by Ku. Jyoti Herkal.
c) Games d) Group discussion
a) Family management – concept of parivar – health & time management by Smt. Geeta Deshmukh
b) Organizational Behavior (based on Seva Sadhana) by Ku. Jyoti Herkal.
c) Games d) Group discussion
- Our behavior with family- society – surroundings (including plants, animals)
- For basic needs of family necessary ‘Artharjan’ is essential.
- While living successful life efforts for ‘Saarthakata’ necessary.
- Understanding ‘Self’- not only Body, mind, intellect
- Importance of Inter-relatedness
- Everyone’s likings, thinking pattern different – acceptance necessary
- Combined efforts for Family well-being
- Expansion of ‘I’ to ‘We’
- Oneness concept
Pointers for Organizational Behavior –
- Mostly human beings needs to live in a group
- When people of different temperaments come and live together, mutual adjustment is a universal problem; as in the family so in the organization.
- The conduct of the members in the group speaks for the organization
- Strong will is required to live and work together
- The intensity of the feelings for mission would make us adjust with any member in the group
- The norms of communication for keeping the constructive atmosphere
- WHAT TO SPEAK (ii) WHOM TO SPEAK and (iii) WHERE TO SPEAK.
- The best service you can offer to the organization is not to speak ill of anybody
- If oneness is there then motives are not imputed and Bhavartha of words is taken
“Samarth” Workshop for teachers : 1 May 2015
“Samarth” workshop for teachers was arranged. 23 teachers (Mahila -9, Men – 14) from 5 schools participated in the workshop. Additionally 5 karyakartas were in organizing team. The workshop constituted of Bauddhik Sessions which included interactions and live role plays, games and Yogabhyas sessions. Book stall was arranged.
Prashikshan Shibir on “Core of Yoga”- PPT : 26 May 2015
Prashikshan Shibir on “Core of Yoga”- PPT : 26 May 2015
A three hour workshop was arranged. In this, Vivekananda Kendra Parichay session, “Core of Yoga”- PPT and Yogabhyas were conducted. 51 participants attended the Prashikshan shibir (Mahila -21, Men -31. Out of which 8 doctors, 10 teachers, 12 college students, 21 grushasti).
Shri. Basavraj Deshmukh (All India Prashikshan Pramukh) conducted the Prashikshan, Shri. Pralhad Parate ( VK Satara) conducted Yogabhyas session. Niyojan baithak was conducted in which 4 sectors (Education, Government, Mahila, and Entrepreneur) were decided and every sector was given a coordinator.
Accordingly the decided sectors were contacted and on the occasion of International Day of Yoga, “Core of Yoga”-ppt was conducted at 11 places by 6 prashikshanarthis from the Prashikshan Shibir as below:-
No.
|
Date
|
Conducted
by |
Place
|
Attendance
|
1
|
5 June
2015 |
Dr.
Shilpa Revale |
Zilla
Parishad Hall, Satara |
51
teachers |
2
|
10 June
2015 |
Shri.
Basavraj Deshmukh |
Manufacturers
Association (MIDC Satara) |
20
Manufacturers & Assistants |
3
|
11 June
2015 |
Shri.
Pralhad Parate
(Nagar
pramukh, VK Satara) |
Tapola
(Mahabaleshwar) |
50
teachers from 30 schools |
4
|
12 June
2015 |
Smt.
Geeta Deshmukh
(Vyavastha
Pramukh, VK Satara) |
Rajwada
vistar at Satara |
21
Mahila |
5
|
14 June
2015 |
Shri.
Basavraj Deshmukh |
Koteshwar
vistar at Satara |
52
attendance |
6
|
15 June
2015 |
Shri.
Vishwanath Bedekar
(Sah
Nagar pramukh, VK Satara) |
MIDC,
Maharashtra scooters |
72
attendance |
7
|
17 June
2015 |
Shri.
Basavraj Deshmukh |
Rayat
Shikshan Sanstha, Satara |
205
principals |
8
|
17 June
2015 |
Shri.
Vishwas Lapalkar |
Rayat
Shikshan Sanstha, Satara |
270
junior college principals |
9
|
19 June
2015 |
Ku.
Jyoti Herkal |
Aryangla
Govt. Medical College, Satara |
48
teachers and senior college youth |
10
|
19 June
2015 |
Shri.
Basavraj Deshmukh |
Govt.
Police officers |
120
police (80 men, 40 women) |
11
|
21 June
2015 |
Shri.
Anil Gohad
(Jilha
Sampark Pramuk, Satara) |
Shahupuri
vistar, Satara |
46
|
Bharatiya Sanskriti Parisksha
Swadhyay Competition was held in months August –September 2015 for Senior college youth on the book “Swami Vivekananda – Ek Prernastrot”.
Colleges enrolled – 6
Registration - 508
Attendance - 390
Swadhyay Competition was held in months August –September 2015 for Senior college youth on the book “Swami Vivekananda – Ek Prernastrot”.
Colleges enrolled – 6
Registration - 508
Attendance - 390
Friday, November 20, 2015
18th century Rameswaram marvel getting new life
Mohabeer Dharmasala in Rameswar am once provided shelter to thou sands of pilgrims visiting Rameswaram -the island in Gulf of Mannar known for its spirituality , natural beauty and cultural ethos. Unfortunately, this 18th-century building fell into ruin due to lack of care and maintenance. A group of heritage enthusiasts is now giving it a face lift. "Architecturally unique with exquisite domes at the entrance, this building can be an attraction for not just pilgrims but also tourists visiting Rameswaram. We have almost finished the restoration work and it will be open for public in December," said Asaithambi Gurusamy , conservation architect who is in charge of the project.
It was after seeing the poor condition of the building that members of an architecture company , with the help of the Vivekananda Kendra, began to restore the Mohabeer Dharmasala a year ago. " As its name suggests, the dharmasala used to serve pilgrims. Later, it was used as a government office and was left unused leading to deterioration of the whole structure," said Gurusamy .
"The building was constructed using lime mortar and brick with a Madras terrace roofing. When we first surveyed the building, it was in a very bad stage. It had lost its character. A part of the Madras terrace had collapsed. We had to start from scratch and it was challenging," he said.
The restoration team removed the doors and windows and replaced them with fresh wooden ones with an antique touch suitable to the style of the building.The renovated Mohabeer Dharmasala will be open for the public in December and will host ethnic events and film shows. The first floor will house the office of Green Rameswaram project -an initiative of Vivekananda Kendra that aims at ensuring a green and hygienic pilgrimage to those visiting the holy island.
The building will also feature an exhibition on the green technologies used in the restoration process. "In Rameswaram, a number of ancient buildings face ruin. This initiative shows many old buildings in the town can be restored in a similar way ," said Gurusamy.
Courtesy : Times of India : 18-Nov-2015
Thursday, November 19, 2015
Vivekananda Kendra Vidyalaya (NEC) Baragolai selected in final in CBSE Cluster-I Kho Kho Tournament
Vivekananda Kendra Vidyalaya (NEC) Baragolai took part in CBSE Cluster-I Kho Kho Tournament from 17th to 19th October 2015 in ‘under 19’ category (both boys’ and girls’ teams) at Budding Buds Senior Secondary School, Tinsukia. Both the teams of the Vidyalaya played 4 matches each in total and both teams became the champions of the Cluster-I. In both the categories 21 teams (10 boys’ teams & 11 girls’ teams) played. Final matches were played between our Vidyalaya and Hindustani Kendriya Vidyalaya, Tinsukia (Boys’ Category) and between our Vidyalaya and Budding Buds Senior Secondary School (Girls’ Category). Kr. Suraj Lama (Class-X) and Km. N. Puspa (Class-IX) were adjudged the Best Players of the tournament. Prizes were distributed on 19th October 2015. Both the teams of our Vidyalaya are going to play in the National Championship from 14th to 18th December 2015 at Sant Ishar Singh Public School, Chhahar (Via Dirba), District-Sangrur, Punjab.
औरंगाबाद में योगसत्र
विवेकानंद केंद्र औरंगाबाद और DNA BARCODING विभाग के संयुक्त तत्वाधान मे डॉ बाबा साहेब आंबेडकर विश्वविद्यालय के भारतीय खेल प्राधिकरण के हॉल मे दिनांक 16 नवम्बर से 20 नवम्बर तक 5 दिवसीय योग व् प्राणायाम सत्र का आयोजन किया गया। इस सत्र मे औरंगाबाद जिले के विज्ञानं शाखा के चयनित कुल 200 विद्यार्थियो ने सहभाग लिया जिसमे 120 बहने व् 80 भाई शामिल हैं। योग सत्र की शुरुआत 3 ॐ कार प्रार्थना से आरम्भ हुई। सत्र मे शिथिलीकरण सूर्यनमस्कार आसन प्राणायाम खेल व् ध्यान का प्रशिक्षण दिया जायेगा। इस योग सत्र मे विवेकानंद केंद्र औरंगाबाद के कुल 10 कार्यकर्ताओ द्वारा प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
धार में समीधा वर्ग
स्व को राष्ट्र सेवा में अर्पित कर देने से ही जीवन की सार्थकता बनेगी व इस भाव से कार्य करना ही सद्गुण हैI उक्त उद्गार विवेकानन्द केन्द्र कन्याकुमारी के राष्ट्रीय महासचिव श्री भानुदास जी ने धार शाखा द्वारा आयोजित समिधा वर्ग (दिनांक 12/11/2015) में व्यक्त कियेI कार्यालय में आयोजित इस कार्यक्रम में उन्होंने कहा की राष्ट्र सेवा का कार्य परम पुनित कार्य हैI तथा जो इस पथ पर चलता है सफलता स्वत: ही उसके कदम चूमती हैI उन्होंने स्वामी जी एवं एकनाथ जी के चरित्र से सीखने का आव्हान करते हुए उपस्थित कार्यकर्ताओ को राष्ट्र सेवा के यज्ञ में स्वयं को समिधा बनाकर समर्पित करने की प्रेरणा भी समझाईI कार्यक्रम को केन्द्र के मध्यप्रांत संचालक मनोहर देव जी ने भी संबोधित कियाI उन्होंने केन्द्र के कार्यो को समझाते हुए कार्यकर्ताओ से पुरे मनोबल से राष्ट्र सेवा करने का आव्हान कियाI
कार्यक्रम का शुभारम्भ मंगलाचरण व गीत से हुआI केन्द्र परिचय श्री भारत सिंह दसोंधी ने दियाI शांति मंत्र एवं केन्द्र प्रार्थना से कार्यक्रम का समापन हुआI कार्यक्रम में मध्यप्रांत संगठक सुश्री शीतल जोशी, इन्दौर नगर संगठक श्री अतुल गभने, इन्दौर विभाग प्रमुख नंदन जोशी जी व धार नगर के सभी कार्यकर्ता उपस्थित थेI
पटना में योग सत्र
योग जीवनशैली का अभिन्न अंग है, जो विवेकानन्द केंद्र द्वारा अपने योग वर्ग और योग सत्रों में अपनाया जाता है। यहाँ विवेकानन्द केंद्र कन्याकुमारी पटना शाखा द्वारा 23 अक्टूबर 2015 से 31 अक्टूबर 2015 तक, शिवराम अपार्टमेंट, पूर्वी लोहानीपुर, कदमकुआँ, पटना में योग सत्र आयोजित किया गया। जिसमें कुल उपस्थिति 16 ,13 बहनें एवं 3 भाई रहें। अंतिम दिन सभी ने अपना योग सत्र के अनुभव को बताया। योग सत्र के समापन में डा.पंकज जी, प्रशिक्षण प्रमुख ने केंद्र का परिचय विस्तृत रूप से दिया।
श्रीराम काम्प्लेक्स ,पूर्वी लोहानीपुर,कदमकुआँ,पटना में 2 नवम्बर से 8 नवम्बर 2015 तक विवेकानन्द केन्द्र कन्याकुमारी शाखा पटना द्वारा योग सत्र का आयोजन किया गया। जिसमे 8 बहनें उपस्थित रही। योग सत्र में अपने जीवन में योग के महत्त्व को को बताया गया। योग सत्र के समापन में श्री धर्मदास जी, नगर संगठक पटना ने केंद्र के गतिविधियों प्रकल्प का परिचय दिया।
विवेकानन्द केंद्र कन्याकुमारी शाखा पटना के नए कार्यालय का उद्घाटन श्री रविन्द्र किशोर सिन्हा, माननीय सांसद राज्यसभा के द्वारा 162,पाटलिपुत्र कॉलोनी पटना में किया गया। जिसमे कुल कार्यकर्ताओं की संख्या 50 रही। कार्यक्रम का सञ्चालन डा.श्री निर्मल श्रीवास्तव नगर संचालक ने किया।
Location:
Bihar, India
Vivekananda Kendra Vidyalayas Arunachal Pradesh Trust September and October Month Activity Report
I have heard an anecdote of a boy who happened to cogitate at the people who are restless and unhappy. One day he asked his grandmother about it. She replied “It is not possible for life to make a selfish person happy, whatever temporary satisfactions may come along. But...” She added, “Life can give you joy if you live for the joy of others,” The teachers who comprehend this may become more selfless which help them to be affectionate and working beyond the comfortable frontier. The unselfish teacher becomes a model to the students and his/her footsteps are followed by many.
There are many activities which happened during the month of September & October that reflect such unselfish endeavors of teachers, parents, well-wishers etc.
One such example is the inception of VKV Dollungmukh. The untiring works of a few namely Er.RatanTebin, Er.KinaTamik, Shri.MagaTasso, VKV Alumnus have taken lead to materialize the dream of the local populace of Dollungmukh to set up a VKV there.
Inauguration ofVKV Dollungmukh: The 34th VKV of Arunachal Pradesh was inaugurated in Dollungmukh on 28 September 2015.Shri BengiaTolum, Nyishi Elite Society president and Shri.Rakesh, Executive Director NHPC Subansiri Project jointly inaugurated the VKV in the presence of Dr. Joram Begi, Director of all the VKVs of North Eastern Region & Trustee of VKVAP Trust, other dignitaries, a large number of well-wishers, officials of NHPC and parents. It was encouraging to see the enthusiasm of people who have assembled there. NHPC is committed for the creation of infrastructure under its CSR scheme.
Varsharambha Ceremony of VKV- Dollungmukh: - The first Varsharambha Ceremony of VKV- Dollungmukh was conducted on 30th September Sri.Unnikrishnan.P.M, Education Officer, VKVAPT, Shri.Rudra Prasad Dhungana from VKV- Banderdewa and I could be part of the Varsharambha. A good number of parents attended the programme. The team under the leadership of Shri R.Murugan and his team are set to make a big difference in the area with their selfless work. The school is having class I to III with 72 Students in roll. Out of 72, 26 (boys) students are hostellers.
Glimpse of Vivek Kiran Activities :- The unique service project namely ‘Vivek Kiran’ undertaken by VKVAPT in collaboration with Navajbai Ratan Tata Trust for strengthening the formal education system of Kimin circle saw varied activities during the last two months. Some of them are 5day residential camp for Anganwadi workers wherein Smt. Sulabha Kulkarni and Smt. Meghna Paranjpe from Jnana Prabodhini, Solapur Maharashtra guided the participants; Health checkup in all the Anganwadis, covering 750 students; Science camp for Government school teachers, setting up of a resource centre at VKV Sher etc.
Chintan Baithak of VKVAPT: A Chintan Baithak was organized by VKVAPT from 12th October to 15th October at Dibrugarh. Administrative committee members, Cluster in charges, VKVAPT core team members, one the senior Principals were participants in the same. The meeting was facilitated by Dr. Ajit Kanitkar, a well known management expert from Pune, Maharashtra. Mananeeya Nivedita Didi, all India Vice President of Vivekananda Kendra participated in the Baithak on 13th& 14th October for a short duration. The Chintan Baithak took stock of the works of VKVs in the last more than 35 years in terms of present context in order to chart out a roadmap to be followed to remain as a premier educational institution contributing to the development of Arunachal Pradesh. Various topics were dealt with in the Baithak by brainstorming, sharing of experiences, group discussion and presentation, case studies etc.
Workshop for Principals: A five day workshop for selected Principals of various VKVs of Arunachal Pradesh was conducted in VKV Nirjuli from 25th to 29th October 2015. 18 Principals and 3 cluster- in charges attended the workshop. The workshop was designed to provide updated inputs in order to equip the Principals with skills to execute diverse roles effectively. Sri Aravind Gore, an eminent teacher trainer and academician from Maharashtra was the main resource person. Sri Pravinji, Secretary VKVAPT was present in the inaugural ceremony. All the members of VKVAPT core team, Cluster In charges were present in the entire program. The training event was marked by activities tailor-made to develop various skills.
Prachodaya Shibir: The Shibir for the high achievers studying in Class IX in different VKVs of the state was held in VKV Itanagar from 29th to 31st October. A total number of 159 students (62 Boys and 97 girls) from 21 secondary and Higher Secondary VKVs attended the Shibhir.
The Shibir had a good beginning with the apt inauguration program in which Shri Mige Kamki, Deputy Commissioner, Capital Complex & Dr.T.P.Sasikumar, former Scientist, ISRO & ADRIN attended. Organizing team was moved by the enthusiasm & receptiveness of the participants throughout the Shibir.
The sessions by Dr. T. P. Sasikumar, exposure visits to nearby localities and institutions, interview schedule with the alumnus of VKV Shri. Kaling Tayeng, IAS & Swami Vishveshananda Maharaj, talk on Physics by Dr. Anuradha Panigrahi, Associate Professor, DN College, Itanagar were some of the highlights of the programme.
Dr. T. P. Sasikumar covered myriad of topics relevant to the students and motivated them to have higher Goals in life. Some of the other activated like Swadhaya and presentation of the topic selected from ‘Spiritualizing life” a compilation of Mananeeya Eknathiji’s lectures, Yogasana, Pranayam, Prayer sessions etc added the value to the high achievers camp.
Reaching out to the neighborhood schools: - Many VKVs conducted personality development Camp namely Sadgamaya for the students of neighboring schools during the Mid Term Break. Altogether 959 students attended the camp in various VKVs. The students were exposed to the routine life, inspirational lectures,Games, Group discussion etc. VKVs Amliang, Sunpura, Jirdin, Balijan, Nirjuli, Yazali, Tafrogam, Jairampur, Banderdewa conducted the camp. We are yet to receive report of some of the schools.
Career information Program: A career counseling program was arranged in VKV Roing and Nirjuli with the help Sri.S.Majumdar, Faculty, Cost and Management Accountancy, Kolkata. The students were exposed to the world of work and the role of account related studies were dealt in the programme.
Vimarsh Conducted: In continuation to the Vimarsh series which has been taken up as a part of the yearlong celebration of the Mananeeya Eknathji Janma Shati Parva, many VKVs conducted Vimarsh on different topics in the month of September. VKVs Jairampur, Koloriang, Kuporijo, Raga, Roing, Nirjuli, Amliang, Ziro, Sunpura conducted Vimarsh during the last two months. Mananeeya Nivedita Didi, Vice President of Vivekananda Kendra was present for Vimarsh in Nirjuli on the topic of Dharma.
Major Celebrations:-Universal Brotherhood Day, Krishna Janmashtami and Ganesh Chaturthy were celebrated with great enthusiasm in all the VKVs. During the Universal Brotherhood Day celebration “SPIRITUALIZING LIFE” a compilation of Mananeeya Eknathji’s Lectures, was released by the Chief Guest, Sri. Mohesh Chai, Hon’ble MLA at VKV Tafrogam and he spoke on Mananeeya Eknathji’s life and message and contribution for the Man Making and Nation Building following the footsteps of Swami Vivekananda. While expressing his gratitude to Vivekananda Kendra for its selfless contribution through VKVs and Arun Jyoti project for Arunachal Pradesh, he remembered all the workers who were and are tirelessly working to develop the state.
Pride to Arunachal Pradesh:- Kum. Toyir Kamgo and her friends of VKV Jirdin were selected to participate in the Expo Science, Mexico an International event which is scheduled at Tampico City, Tamaulipas, Mexico from 6th to 9th December, 2015. The selection for the event was based on the performance of them in National Children Science congress 2014 conducted in Bangalore. Km.Toyir Kamgo had presented their group’s project entitle "Impact of Firewood Collection on Weather and Climate in Jirdin Village, West Siang District, Arunachal Pradesh. Let us cheer them up!
All said and done well, however, an important reminder to make here is about the need of busy academic activities in the coming months for the early completion of syllabus to earn enough time for revision. Please see that not a single stone remains unturned and not a single student remains unattended. Let all our children excel.
लखनऊ में व्यक्तित्व विकास युवा कार्यशाला
विवेकानन्द केन्द्र कन्याकुमारी की लखनऊ शाखा के तत्वधान मे 5 नवंबर को सहजनवा के बाबू रामजी सिंह महाविद्यालय मे एक दिवशीय व्यक्तित्व विकास युवा कार्यशाला का आयोजन किया गया । जिसमे पाँच महाविद्यालयों के 130 छात्रों के साथ-साथ लगभग 30 शिक्षकों एवं गणमान्य स्थानीय लोंगों ने भाग लिया।
कार्यशाला का उद्घाटन श्री राम चन्द्र राय महाप्रवंधक वित्त उत्तर-पूर्व रेलवे गोरखपुर ज़ोन एवं विवेकानन्द केन्द्र के अखिल भारतीय संयुक्त महासचिव श्री किशोर जी ने किया। मुख्य वक्ता के रूप मे प्रो. विनोद सोलंकी,इंगलिश विभाग गोरखपुर विश्वविद्यालय थी।
कार्यक्रम मे योगाभ्यास,प्राणायाम, समूह चर्चा तथा प्रस्तुतीकरण कराया गया। समूह चर्चा के लिए पाँच गणो का गठन किया गया था जिसको श्री रवि प्रकाश, श्री अरुनेन्द्र,श्री अवधेश, अश्वनी ,डॉ. आलोक गुप्ता ने चर्चा को संपादित किया।
कार्यक्रम के समापन सत्र मे डॉ. वेद प्रकाश पाण्डेय, पूर्व प्राचार्य सेवरही महाविद्यालय कुशीनगर, मुख्य वक्ता थे।
कार्यशाला के मे योजना बनी की स्थानीय शहीद स्मारक जो अत्यंत ही अपेक्षित है, उसका सुंदरीकरण 29 नवंबर को एक साथ एकत्रित होकर किया जाएगा। और प्रत्येक शहीद दिवस पर कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा। इस स्मारक की विशेषता है कि 1942 के आंदोलन मे यहा पर अंग्रेज़ो से संघर्ष करते हुवे 16 नागरिक शहीद हो गए थे। वर्तमान मे यह अत्यंत अपेक्षित अवस्था मे है।
Tuesday, November 17, 2015
लखनऊ में किशोरी विकास शिविर
विवेकानन्द केन्द्र कन्याकुमारी शाखा लखनऊ द्वारा 8 नवम्बर को एक दिवसीय ‘किशोरी विकास शिविर’ का आयोजन किया गया। लखनऊ विश्वविद्यालय के कैलाश महिला छात्रावास के प्रांगण मे आयोजित कार्यशाला मे 7 महिला महाविद्यालय एवं लखनऊ विश्वविद्यालय के 20 विभागों की 85 छात्राओं ने कार्यशाला में भाग लिया। लखनऊ केन्द्र के कार्यकर्ताओं एवं महाविद्यालय तथा विश्वविद्यालय के प्रोफेशर भी लगभग 30 की संख्या मे कार्यशाला मे सम्मिलित हुवे।
कार्यक्रम का उद्घाटन लखनऊ विश्वविद्याल के कुलपति प्रो. एस.बी. निमसे तथा विवेकानन्द केन्द्र के लखनऊ महानगर शाखा के संचालक श्री दयानन्द लाल(आइ.एए. एस.) ने किया। उद्घाटन सत्र के मुख्य वक्ता प्रो. शैलेंद्र नाथ कपूर,पूर्व विभागाध्यक्ष प्राचीन भारतीय इतिहास एवं पुरातत्व विभाग, लखनऊ विश्वविद्यालय थे। उद्घाटन सत्र मे लखनऊ विश्वविद्याल चीफ प्रोवोस्ट प्रो. आर.के.सिंह, छात्र कल्याण अधिष्ठाता प्रो.अनिल शुक्ला,कैलाश छात्रावास की प्रोवोस्ट प्रो. शीला मिश्रा,बॉटनी विभाग की प्रो.रत्ना कटियार आदि मुख्य गणमान्य महानुभावों की उपस्थिती रही।
उद्घाटन सत्र के मुख्य वक्ता प्रो. शैलेंद्र नाथ कपूर ने भारतीय नारी के गौरवपूर्ण इतिहास के अनेक उदाहरण प्रस्तुत करते हुवे वर्तमान परिप्रेक्ष्य मे उसकी प्रासंगिकता को अति आवश्यक बताया। प्रो. कपूर ने स्वामी विवेकानन्द एवं सिस्टर निवेदिता से संबन्धित अनेक प्रसंगों को बताते हुवे कहा कि आज की नारी को इनसे प्रेरणा प्राप्त करनी चाहिए। इससे उनको मार्गदर्शन एवं जीवन का उदेश्य प्राप्त होगा।
माननीय कुलपति ने अपने उद्बोधन मे आभार जताया की विवेकानन्द केन्द्र इसप्रकार का कार्यक्रम लखनऊ विश्वविद्यालय के साथ मिलकर कर रहा है। माननीय कुलपति ने इस प्रकार के कार्यक्रमों को भविष्य मे भी करते रहने का आग्रह किया। लखनऊ केन्द्र के संचालक माननीय श्री दयानन्द लाल जी ने उद्घाटन सत्र के सभी अतिथियों को धन्यबाद ज्ञापन करते हुवे कहा की केन्द्र की लखनऊ शाखा युवाओं के प्रेरणा स्रोत स्वामी विवेकानन्द के दर्शन पर आधारित व्यक्ति निर्माण से राष्ट्र पुनरुउत्थान के कार्यक्रमों को संचालित करता रहेगा।
कार्यक्रम का दूसरा सत्र समूह चर्चा का था। व्यक्तित्व विकास पर चर्चा हेतु अनुसूइया,गार्गी,सावित्री,शारदा,निवेदिता नाम के पाँच गणों का गठन किया गया। समूह चर्चा का विषय डॉ. राखी खरबन्दा,लखनऊ महानगर दक्षिण की संचालिका ने प्रस्तुत किया। डॉ.श्वेता तिवारी,सुश्री माहेश्वरी मिश्रा,श्री अरुनेन्द्र श्रीवास्तव,श्री प्रमोद सक्सेना, श्री शिवपूजन,अश्वनी ने गण प्रमुख के रूप मे चर्चा को संपादित कराया। सभी गणों मे योगाभ्यास,प्राणायाम भी कराया गया।
कार्यक्रम के समापन सत्र मे मुख्य वक्ता श्रीमती सुतापा(IPS) पुलिस महानिदेशक महिला प्रकोष्ठ उत्तर प्रदेश पुलिस थी। सुतापा जी ने नारी को अपनी आंतरिक शक्तियों को जागृत करने की आवश्यकता पर बल दिया। स्वामी विवेकानन्द के विचारों के अनुसार नारी शक्ति जागरण हेतु प्रयास करने का संकल्प भी दिलाया। समापन सत्र मे श्री दयानन्द लाल,संचालक लखनऊ केन्द्र ने केन्द्र की गतिविधियों से शिविरर्थियों एवं अतिथियों को परिचित कराया। धन्यवाद ज्ञापन प्रो. शीला मिश्रा ने दिया।
योजना स्वरूप एक स्वाध्याय मण्डल का गठन किया गया जिसमे रुचि रखने वाले विद्यार्थी दीपावली बाद प्रत्तेक रविवार को सम्मिलित होंगे समूह चर्चा के साथ-साथ योगाभ्यास करेंगे।
VKNARDEP Oct Month Newsletter
This month newsletter we bring you two panels from Gramodaya Park that explain the importance of traditional water harvesting and water management systems which exist throughout South India. The Traditional water bodies (TWB) which we are renovating as part of the Green Rameshwaram projects are part of this larger systems. The principles behind these systems are explained in these panels. They should be understood to realize the context and importance of the renovation work that is being carried out by VK-nardep in Rameshwaram. It is both sacred and ecologically significant work. Today we have identified all the lost traditional water bodies in the island and have started renovating them. We have already successfully renovated 16 of these endangered water bodies.
In 'the happenings' section you can get a glimpse of our work in various fronts including sustainable agriculture, renewable energy and traditional medicine. We are happy to announce that we have conducted the national level seminar on Varma-Siddha therapy for joints and nerve problems. The function brought together more than 200 traditional Vaidyas and medical professionals and the event became an important step in conserving the traditional knowledge and disseminate it. Koodankulam Project Director Dr.Suresh and Kendra Vice-President Sri.Balakrishnanji graced the occasion. The regular training programmes on bio-methanation plant, extension activities in the form of study tour visits and construction of bio-methanation plants have been conducted.In Green Rameshwaram you can see the renovation works being carried out at the heritage building and also the phyto-treatment work through Vettiver and the newly discovered buried 'Parasuramar Teertham'.
In our publication section we introduce our 'manual for good hygienic practices' and a book on traditional medicines for daily use. Both are books published under the 'Green Rameshwaram' project with patronage from UNICEF. In our wisdom section we have Sri Aurobindo explain the importance of nature in evolution, the Japanese concept of equanimity of vision (banbutsu seidou) and we have a potter-Artist Rupert Spira explaining painter Paul Cézanne's saying that “A time is coming when a carrot, freshly observed, will trigger a revolution": "Cézanne meant that if we could see even a simple everyday object such as a carrot, as it truly is, our experience would be revolutionized."
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