Friday, September 12, 2025

Universal Brotherhood Day Festival - VK Patna

विवेकानन्द केन्द्र कन्याकुमारी की पटना शाखा द्वारा "विश्व बन्धुत्व दिवस" का आयोजन 11 सितम्बर 2025 बिहार विधान सभा के सभागार में किया गया। यह दिवस 11 सितम्बर 1893 को शिकागो धर्म संसद में स्वामी विवेकानन्द द्वारा दिए गए ऐतिहासिक भाषण की स्मृति में प्रतिवर्ष मनाया जाता है।


कार्यक्रम के मुख्य अतिथि बिहार के राज्यपाल श्री आरिफ मोहम्मद खान रहें। उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि विवेकानन्द का “विश्व बंधुत्व” संदेश आज भी अत्यंत प्रासंगिक है। शिकागो में उनके द्वारा उच्चारित शब्द “Sisters and Brothers of America” सम्पूर्ण मानवता को जोड़ने वाला उद्घोष था। धर्मों के संदर्भ में सार्वभौमिक स्वीकृति एकमात्र भारतीय संस्कृति में ही निहित है। आगे माननीय राज्यपाल ने कहा कि आज हमारा विश्व युद्ध, आतंकवाद, जलवायु परिवर्तन और सामाजिक-आर्थिक असमानता जैसी अनेक चुनौतियों से जूझ रहा है। ऐसे में विवेकानन्द का यह विचार कि “सभी धर्म सत्य की ओर ले जाने वाले मार्ग हैं” हमें सहयोग और समन्वय की दिशा दिखाता है। उन्होंने विशेष रूप से युवाओं को संबोधित करते हुए कहा कि नई पीढ़ी को केवल कैरियर ही नहीं, बल्कि कैरेक्टर निर्माण पर भी ध्यान देना चाहिए।
इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि पद्मश्री डॉ. आर. एन. सिंह (वरिष्ठ हड्डी रोग विशेषज्ञ, बिहार), श्री डी. एन. गौतम (भूतपूर्व आरक्षी महानिदेशक, बिहार), मा. रूपेश माथुर (अरुणाचल प्रदेश प्रान्त संगठक), डॉ. निर्मल श्रीवास्तव (नगर संरक्षक) और श्री ज्ञानेश्वर शर्मा (बिहार-झारखण्ड प्रान्त व्यवस्था प्रमुख) मंचासीन अतिथियों के रूप  उपस्थित रहकर इस उत्सव की शोभा बढ़ायें। कार्यक्रम की अध्यक्षता बिहार विधानसभा अध्यक्ष श्री नन्द किशोर यादव ने की।

राज्यपाल ने विवेकानन्द केन्द्र, पटना शाखा द्वारा संचालित युवा भारत कार्यक्रम की सराहना करते हुए कहा कि प्रतियोगिताएँ, कार्यशालाएँ, विशेषज्ञ संवाद और Leadership Development Camp जैसी पहलें युवाओं के व्यक्तित्व विकास और राष्ट्र-निर्माण में महत्वपूर्ण योगदान दे रही हैं। महाविद्यालयों में विवेकानन्द केन्द्र द्वारा संचालित होने वाले युवा भारत पोस्टर का उन्होंने उद्घाटन किया।

कार्यक्रम में पटना शहर के लगभग 475 से भी अधिक की संख्या में युवाओं, बुद्धिजीवियों और समाजसेवियों ने भाग लिया और स्वामी विवेकानन्द के विश्व बन्धुत्व संदेश को आत्मसात करने का संकल्प लिया।

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