Wednesday, January 22, 2020

गुरुग्राम मे राष्ट्रिय युवा दिन के उपलक्ष मे कार्यक्रम

स्वामी विवेकानंद जयंती के उपलक्ष पर 11 जनवरी 2020 को विवेकानंद केंद्र कन्याकुमारी शाखा गुरुग्राम के द्वारा द्रोणाचार्य राजकीय महाविद्यालय में भाषण प्रतियोगिता का आयोजन किया गया जिसमें सभी विद्यार्थियों ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया जिसमें कुल संख्या 104थी । एवं विवेकानंद केंद्र कन्याकुमारी के द्वारा चलाए जा रहे संपर्क अभियान के तहत राकेश दौलताबाद विधायक बादशाहपुर विधानसभा से संपर्क किया गया जिसमें उन्हें विवेकानंद शिला स्मारक और केंद्र  के द्वारा किए जा रहे सामाजिक कार्यों के बारे में अवगत कराया गया।

National Youth Day Celebration at Sonipat

Vivekananda Kendra( kanyakumari) Sonipat  organized Speech-Cum-Declamation competition on the occasion of "Samarth Bharat Parv"  in GVM Girls College, Sonipat on 11th Jan 2020, Wherein, over 100 young and inspired minds participated. Total 22-odd students delivered exceptionally wonderful Speeches and recited Poems on the teachings and inspirational incidents from life of Swami Vivekananda. Each participant was given two day's time to prepare their contents from given literature. Participants were allowed to speak for 5-minutes each and a committee of 3-Judges evaluated their performances. Based on the ratings of the Judges 6-students were selected for the prizes. Winners were given trophies along with literature on swami ji, Picture and booklets on "Rock -Memorial" and Booklet on Introduction of Vivekananda Kendra and its activities. The  Swaadhyay Group students organised whole event. The event was concluded with 10-minutes speech by Convener- Vivekananda Kendra ( Kanyakumari) Sonipat Branch on  Rock-Memorial and Mananiya Eknath Ranade Ji followed by vote of thanks by the Principal. Total 123 people were present in the event including Vivekanada Kendra Sonipat karyakartas and college teaching staff. Dr. P. M. Gaur Director Sahitya Academy Govt. of Haryana and Principal Of Ms. Jyoti Juneja presided-over the event.

National Youth Day Celebration at Janakpuri Nagar (Paschimi Vibhag)

“Arise, awake and stop not till the goal is reached” are few of many inspirational words which are lived and preached by Swamiji and till now carry the power to lead mankind. With this inspiration, Janakpuri Nagar, in association with RWA Govt. Press colony, celebrated the 157th Birth Anniversary of Swami Vivekananda, at Swami Vivekananda Park, Mayapuri, New Delhi.

On the occasion, members of RWA, residents of govt. press and nearby colony, and karyakartas from Janakpuri Nagar were present. Presence of around 50 people were observed. Program was scheduled for 09 – 10 in the morning. Karyakartas were present before an hour for necessary preparations. Program started off with 3 omkars and Shanti mantra followed by yogabhayas. As, swamiji gave the importance to a healthy body with the need of mental fitness, program was framed contained shithlikaran and suryanamaskar. Games were also being played like ghoomta kila, and pathhar daud. This was followed by geet “dhram ke liye jiye…” taken in lead and follow. Later, Trivendrum ji and Naresh ji shared in few words about Swamiji’s life and work. Neema didi shared knowledge of Kendra’s work and  activities. Sh. Surendra Vashishtha ji (Vice-president of RWA) spoke words of thanks and called for pursuing such activities in the park. Book stall was also put up from where people got the chance of purchasing related literatures of swamiji.
Program ended with Shanti mantra and Kendra prarthana.

स्थानिक कार्यकर्ता प्रशिक्षण शिविर 2019

विवेकानंद केन्द्र कन्याकुमारी के उत्तर प्रान्त के दिल्ली विभाग का स्थानिक कार्यकर्ता प्रशिक्षण शिविर 25 - 30 दिसंबर 2019 के बीच महाराजा अग्रसेन कॉलेज , वसुंधरा एन्क्लेव में संपन्न हुआ। शिविर में कुल 201 की संख्या  उपस्थित रही जिनमें  कुल 155 शिविरार्थी उपस्थित रहे। शिविर कुल चार मंडलों में विभाजित रहा जिनमें विक्रमशिला , तक्षशिला , नालंदा तथा विजयनगर रहे। इन मंडलों के अन्तर्गत कुल 12 गण विभाजित किए गए।

कुल 36 की संख्या ने संचालन कार्य निष्पादित किया तथा 15 ने  व्यवस्था कार्यों में योगदान दिया। शिविर की शुरुआत 25 दिसंबर संध्या 6:30 से परिचय सत्र से हुई जिसमें शिविर प्रमुख निखिल यादव जी ने सभी व्यवस्था टोलियों का परिचय करवाया। इसके पश्चात उत्तर प्रांत के प्रांत संगठक मानस जी ने परिचय सत्र संबोधित किया जिसका विषय ' हम यहां क्यों ' रहा। आगे के बौद्धिक सत्र स्वामी विवेकानंद तथा सिस्टर निवेदिता पर आधारित रहे।

सिस्टर निवेदिता विषय पर अर्पिता मित्रा दीदी ने मार्गदर्शन प्रदान किया तथा स्वामी विवेकानंद विषय मानस जी का रहा। आगामी बौद्धिक सत्र एकनाथजी तथा विवेकानन्द शिला स्मारक पर केन्द्रित रहे जिसे निखिल जी ने संबोधित किया। इसके पश्चात विषय 'विवेकानन्द केन्द्र: एक सेवा संगठन' इस विषय पर आदरणीय अशोक रैना जी ने अपना वक्तव्य दिया। बाद के बौद्धिक सत्र सेवा ही साधना से लिए गए  विषयों पर आधारित रहे जिनमें उद्देश्यपूर्ण जीवन विषय अल्कागौरी दीदी ने संबोधित किया , व्यस्कता की ओर विषय अमोल नेरकर जी का रहा। अनुशासन विषय पर बौद्धिक सत्र माननीय किशोर जी ने संबोधित किया।

शिविर के अंतिम दिन के बौद्धिक सत्र का ' हमारा कार्य : राष्ट्र पुनर्निर्माण ' रहा जिसे माननीय किशोर जी ने संबोधित किया। उन्होंने युवाओं को राष्ट्र निर्माण की इकाई कहा तथा पुनः भारत वर्ष के गौरव को प्राप्त करने के लिए आगे आकर योगदान देने पर बल दिया। शिविर में कुल पांच जीवन चरित्र सत्र हुए जिनमें दयानंद सरस्वती , वीर शिवाजी , गुरु गोबिंद सिंह , नारायण गुरु तथा पंडित दीन दयाल उपाध्याय जी के जीवन पर विभिन्न वक्ताओं ने प्रकाश डाला। प्रतिदिन दो केन्द्र वर्ग हुए जिनमें विभिन्न प्रकार के खेल हुए साथ ही आज्ञा अभ्यास पर ज्यादा जोर रहा। खेलों में बतिरे की फांक , टैंक युद्ध , कब्बड़ी आदि हुए। शिविर के अंतिम दिन सभी ने 108 सूर्य नमस्कार किए जोकि बहुत प्रेरणादाई रहा। प्रेरणा से पुनरुत्थान में प्रारंभिक परिचय वाले खेलों से शुरुआत हुई। इस सत्र में एक्शन सॉन्ग भी हुए तथा अंतिम सत्र में एक क्विज आयोजित की गई जिसमें सभी ने बढ़ चढ़ कर भाग लिया। इसी सत्र में दो आमंत्रित वक्ताओं ने भी अपने अनुभव साझा किए। कृष्ण पुरोहित जी ने "विवेकानंद केन्द्र: उत्तर - पूर्व भारत में "  विषय पर अपने अनुभव साझा किए। नेशनल वार मेमोरियल के डायरेक्टर कर्नल दिग्विजय बसेरा जी ने अंतिम सत्र में केन्द्र से अपने जुड़ने के अनुभव बताए। इसी सत्र में संपूर्ण भारत को एक सूत्र में बांधने वाले "एकात्मता सोत्र" का भी प्रतिदिन पाठ हुआ।

शिविर के समापन सत्र में आमंत्रित अतिथि महाराजा अग्रसेन कॉलेज के प्रिंसिपल संजीव तिवारी जी रहे। उन्होंने अपने संदेश में युवाओं को आगे बढ़कर भारत को ऊंचा उठाने की बात कही। शिविरार्थियों के अनुभव कथन के बाद पुष्पांजलि संपन्न हुई। इसके पश्चात सभी ने क्षेत्र- वार बैठक में हिस्सा लिया, साथ ही साथ केन्द्र प्रकाशन की पुस्तकें भी सभी ने क्रय कीं। इसके पश्चात शिविरार्थी अपने अपने गंतव्य के लिए रवाना हुए। आयोजक समूह के पूर्ण अवलोकन बैठक के बाद शिविर औपचारिक रूप से संपन्न हुआ।

प्रान्त कार्यकर्ता प्रशिक्षण शिबिर- गुजरात

विवेकानंद केंद्र, गुजरात प्रान्त द्वारा, प्रान्त कार्यकर्ता प्रशिक्षण शिबिर का आयोजन दिनांक 23 से 29 - दिसम्बर २०१९  के मध्य हुआ। वर्ग का आयोजन  एम. एम. चौधरी कला महाविद्यालय, राजेंद्रनगर, साबरकांठा जिले में था। शिबिर का उद्धेश्य ऐसे युवा कार्यकर्ताओ को प्रशिक्षित करना था, जो अपने स्थान में केंद्र गतिविधियों के सञ्चालन में दायित्ववान कार्यकर्ता के रूप में अपनी सक्रिय भूमिका निभाएंगे। शिबिर सूत्र  *“परस्परं भावयन्तम श्रेयः परमवाप्स्यथ”* था, एवं छह दिवस के दिन महात्म्य क्रमशः, उत्साह,  धृति, श्रद्धा, निर्भयता, अजातशत्रु एवं आत्मवत रखे गए थे ।

इस वर्ष विवेकानंद शिलास्मारक के 50वर्ष में प्रवेश के अवसर पर केंद्र ने संपर्क कार्य हाथ में लिया है, जिसका सूत्र है "एक भारत - विजयी भारत"। इसी अवसर को ध्यान में रखते हुए, विवेकानंद शिलास्मारक से संबंधित महापुरुषों के आधार पर २ मंडल  ( श्री रामकृष्ण मंडल, माँ शारदा मंडल ) एवं 7  गणों ( परमपूजनीय श्री माधवानंदजी, परमपूजनीय श्री गुरूजी गोलवलकर, परमपूजनीय श्री परमाचार्यजी, परमपूजनीय श्री चिन्मयानंदजी, परमपूजनीय श्री रंगनाथानन्दजी, श्री एस. के. आचारीजी, श्री एस. एम. पंडितजी ) का विभाजन किया गया।  इन गणों का सञ्चालन गणप्रमुख ने किया। साथ में मंडल प्रमुख भी गणों के प्रशिक्षण का सतत निरिक्षण कर रहे थे।

23 तारीख को पंजीयन एवं भजन संघ्या परिचय सत्र  से शिविर का आरंभ हुआ।

*बौद्धिक सत्र*

1) भारतमाता एवं राष्ट्रभक्त सन्यासी -स्वामी विवेकानंद ,

2) Swami   Vivekananda's Vision- Ma. Eknathjis Mission,

3) प्रणवमंत्र एवं केन्द्रप्रार्थना,

4) विवेकानंद शिलास्मारक -एक भारत विजयीभारत, 5) केंद्र कार्य की आवश्यकता,

6) मनुष्य निर्माण राष्ट्र पुनरुत्थान,

7) चतुसूत्री व संपर्क,

8) कार्यकर्ता गुण ओर विकास,

9) अनुशासन व दिनचर्या, और   

10) कार्यपद्धति विषयों पर रहे ।

*स्वाध्याय*  क्रमशः

1) चर्चा अधिकार एवं कर्तव्य,

2) पढ़कर - विवेकानंद शिलास्मारक प्रसंग ,

3) प्रत्यक्षदर्शन- सेवा के प्रकार,

4) नाट्य- स्थानिक समस्या एवं सकारात्मक प्रतिसाद

5) संवाद- पूर्णकालिक के साथ विषयों पर रहा । 



गीत मंत्र अभ्यास सत्र।

*नैपुण्य*

 1) उत्सव, 2) कार्य व्यवस्था, 3) योगसत्र, 4) चमु निर्माण” विषयों पर  सत्रों, भजन संध्या, प्रेरणासे पुनरुत्थान का आयोजन किया गया। प्रेरणा से पुनरुत्थान सत्र में अखिल भारतीय संयुक्त महासचिव मा. रेखादीदी का  मा. एकनाथजी के साथ कार्य, केन्द्रकार्य एवं उत्तरपुर्वांचल कार्य के अनुभव विषयों पर संवाद , एवं भारत माता पूजन आरती विशेष  प्रेरणास्पद रही।

*शारीरिक विभाग*  द्वारा गहन प्रशिक्षण हेतु प्रातः योगसत्र, श्रम संस्कार एवं सायं आज्ञाभ्यास, संस्कार वर्ग का आयोजन किया गया। शिबिर के मध्य सभी कार्यकर्ताओ ने 121 सूर्यनमस्कार उत्साह से किये ।

आहुति सत्र गुजरात प्रान्त प्रमुख आदरणी श्री नरेन्द्रभाई त्रिवेदी द्वारा लिया। शिबिर में शिबिराधिकारी आदरणीय श्री रमेशभाई शाह की प्रेरक उपस्थिति भी पूर्ण समय रही। साथ ही गुजरात प्रान्त सहसंचालक मा. डॉ. कमलेशभाई उपाध्याय, प्रान्त संपर्क प्रमुख आदरणीय श्रीनलिन भाई पंड्या, प्रान्त कार्यपध्दति प्रमुख श्री चिंतनभाई चुडासमा, प्रान्त साहित्य सेवा प्रमुख आदरणीय श्री महिपतभाई खुमाण की उत्साहवर्धक उपस्थिति रही ।

शिविर में प्रान्त के १८ स्थानो से ६० सहभागी एवं 22 सञ्चालन चमु में कुल ८२ कार्यकर्ता रहे | तथा एक राष्ट्रीय अधिकारी, 5 प्रांत अधिकारी, 3 विभाग अधिकारीओ की प्रेरणास्पद उपस्थिति रही।



शिबिर की कुछ अन्य स्मरणीय बाते :   

* 26 तारिख के प्रत्यक्ष दर्शन स्वाध्याय में सहयोग कुष्ठ यज्ञ ट्रस्ट के द्वारा चल रहे कुष्ठ रोगियों एवं मंदबुद्धि व्यक्तिओ की सेवा एवं सेवामूर्ति मा. श्री सुरेशभाई सोनी के साथ संवाद व प्रश्नोत्तरी विशेष प्रेरणास्पद रही।

* 27 तारीख को रायगढ़ ग्राम में ग्राम संपर्क किया गया, जिसके अंतर्गत रायगढ़ प्राथमिक शाला में 200 बच्चो का संस्कारवर्ग एवं भैरव मंदिर में ग्रामजनों के साथ भजन संध्या का अनुभव अविस्मरणीय रहा, साथ ही ग्रामजनों का आतिथ्य एवं सहयोग भी खूब प्राप्त हुआ।

* रिक्त समय में सहभागी सूर्यनमस्कार मंत्रो एवं स्थितियों की पूर्णता, गण गीत आदि का अभ्यास अपने गण में करते थे।             

* शिबिर दर्शन हेतु आने वाले  शुभचिंतक,  शिबिर के अनुशासित एवं उत्साह पूर्ण वातावरण से प्रभावित हुए। सत्र हेतु  एवं  शिबिर दर्शन हेतु  कुल 10 कार्यकर्ता एवं शुभचिंतक आये।

विवेकानंद केंद्र अजमेर में मैदानी खेल कार्यशाला का आयोजन

आज बच्चों में मोबाइल टीवी और सोशल मीडिया के प्रति इतनी सक्रियता हो चुकी है कि उन्हें बाहर के मैदानी खेल खेलने में रुचि ही नहीं बची जिससे बच्चों का सर्वांगीण विकास नहीं हो पाता है। बच्चों को कम से कम दो घंटा मैदानी खेल अवश्य खेलने चाहिए क्योंकि इससे हमारा शरीर एवं मन तरोताजा बनता है जिससे हमारे मस्तिष्क की क्षमता जैसे एकाग्रता, स्मरणशक्ति आदि का विकास होता है। आज यदि हमें कैंसर जैसी बीमारियों से बचना है तो मोबाइल के रेडिएशन से दूर रहना होगा और स्वामी विवेकानंद के विचारों का अनुसरण करते हुए अपने जीवन को उन्नत और श्रेष्ठ बनाने की दिशा में काम करना होगा। उक्त विचार पार्षद कीर्ति हाड़ा ने अध्यात्म प्रेरित सेवा संगठन विवेकानंद केंद्र कन्याकुमारी शाखा अजमेर द्वारा पांच दिवसीय आउटडोर विण्टर कैंप के समापन समारोह में धौला भाटा स्थित महाराणा प्रताप सामुदायिक भवन में व्यक्त किए। केन्द्र के युवा प्रमुख अंकुर प्रजापति के अनुसार इस पांच दिवसीय कैंप में बच्चों को आदर्श दिनचर्या, पर्यावरण संरक्षण, संतुलित आहार और श्रेष्ठ जीवन तथा एक भारत विजयी भारत की संकल्पना क्रमशः अखिल शर्मा, शुभ्रा यादव, रजनी यादव ने ली। कार्यालय प्रमुख कुलदीप कुमावत ने बताया कि बच्चों को सूर्यनमस्कार एवं आसनों के अतिरिक्त विभिन्न खेल जैसे मगरमच्छ दौड़, किसान लोमड़ी, सुरंग दौड़, चरण स्पर्श आदि  खिलाए गए। इस संपूर्ण कैंप के दौरान कैलाश, राकेश, समृद्धि शर्मा का सहयोग रहा। कैंप में 35 बच्चों ने सहभागिता की।

समर्थ भारत पर्व एवं विवेकानन्द जयंती का असम में कार्यक्रम

"समर्थ भारत पर्व" के उपलक्ष्य में असम के आनंदालय प्रकल्प के अंतर्गत विभिन्न चाय बागानों में "भजन संध्या एवं स्वामी विवेकानन्द जयन्ती" कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जैसा कि हमे ज्ञात है कि शिक्षा, स्वास्थ्य एवं संस्कृति के क्षेत्र में 2004 से असम में सेवारत विवेकानन्द केन्द्र का 'आनंदालय' प्रकल्प चाय बागानों एवं ग्रामीण बस्तियों में निवास कर रहें विभिन्न जनजातियों के सर्वागींण विकास के लिए संचालित किया जाता है। आनंदालय में बच्चें कहानी, खेल-कूद, गीत, पाठ-दान के बाद शाम को पुनः अपने अभिभावकों के साथ भजन संध्या के लिए एक साथ इस विशिष्ट पर्व की अवधि में उपस्थित हुयें। 25 दिसंबर 2019  से 12जनवरी 2020 तक ग्राम समिति सदस्य, बच्चों के अलग-अलग दिन करते हुए महिला सदस्यों के विशेष योगदान से भजन संध्या के माध्यम से अमृत सुरभि का भी कार्यक्रम किया गया। ॐ कार की छवि, दान में प्राप्त अन्न एवं दीपक के सम्मुख व्यवस्थित रूप से उपस्थित होकर गुरु, गणेश, शिव, देवी, राम, कृष्ण, मिश्र & जनजातीय गीत बच्चों, आचार्यो और अभिभावकों के द्वारा गाया गया तथा अंत में स्वामीजी द्वारा किया गया अद्भुत ध्यान & भारतवर्ष की सामर्थ्यता व गौरवशाली गाथा का वर्णन कोई एक जन द्वारा किया गया। 12 जनवरी को विवेकानन्द जयन्ती के दिन प्रायः सभी  आनंदालयों में "भारत माता पूजन" कार्यक्रम किया गया। जिसमें अखण्ड भारतवर्ष की भौगोलिक मानचित्र बनाते हुए दीपक रखकर पूजा अर्चना करते हुए राष्ट्र रक्षा का संकल्प लिया गया। वीर महापुरुष की जीवनी प्रसंग एवं भारतमाता की आरती के उपरांत जयघोष लगाया गया। कार्यक्रम की ऐसी ही कार्यसूची (रुपरेखा) प्रायः सभी जगह समान रही। निम्नलिखित स्थानों पर कार्यक्रम आयोजित किएँ गयें-
1) खनिकर,मौमारी,बकपरा, बोकुल (डिब्रूगढ़)
2) दुलियाबाम, (खोवांग)
3) हिंगरिजान चाय बागान, पोथालिबाम, गोजाली, सावरा लाइन (मोरान)
4) गोजापारा, (गोआलपारा)
5) रंगाजान, (गोलाघाट)
6) मोरियानी, (जोरहाट)

Vivekananda Jayanti Celebration in Panchakula

On the occasion of Swami Vivekananda Janyanti - National youth day, Vivekananda Kendra, Kanyakumari, branch Panchkula organized Sanskar Varga Ekatrikaran programm.  2 Sansakar Varga children participated in the programme ( Participants: Shardha vistar , Sec.11 : 29 children, Ramakrishna Vistar, Harmilapnagar: 19 children ).   14 Nagar karyakarta and 5 youth co-ordinator also participated in the program.  It was 3 hours programme having patriotic songs, games and some inspiring incidents sharing from Swami Vivekananda's life.

अजमेर मे किशोरी विकास कार्यशाला

संस्कारवान एवं सशक्त नारी ही समर्थ समाज और  विकसित राष्ट्र का आधार हो सकती है। इसके लिए देश के प्राचीन गौरव और संस्कारों के प्रति निष्ठा एवं आधुनिक समाज व्यवस्था के साथ तालमेल सीखने की आवश्यकता है। भारतीय जीवन में स्त्री ही मूल्यों एवं परंपराओं को आधुनिकता के साथ जोड़ने की महत्वपूर्ण कड़ी है किंतु फैशन की चकाचैंध में उसका यह नैसर्गिक गुण प्रकट नहीं हो पा रहा है। वर्तमान सिनेमा, टीवी धारावाहिकों एवं विज्ञापनों में स्त्री का जो स्वरूप प्रदर्शित किया जाता है वह धीरे-धीरे समाज का रोल मॉडल बनता जा रहा है और प्राचीन भारतीय रोल मॉडल जिनमें सीता, सावित्री, मैत्रेयी, गार्गी, रानी लक्ष्मी बाई और सिस्टर निवेदिता जैसे चरित्रों को विस्मृत होते जा रहे हैं जिसके कारण वर्तमान पीढ़ी संस्कारों से दूर हो रही है। वर्तमान में सोशल मीडिया जहां किशोरियों को अपने परिवार से अलग-थलग कर रहा वहीं इस एकाकीपन को दूर करने के लिए वह कुत्सित षड्यंत्रों का शिकार हो जाती हैं और ऐसे अपराधों की संख्या आज बढ़ती जा रही है। विवेकानंद केंद्र किशोरियों को न केवल आत्म सम्मान से जीने का मार्गदर्शन दे रहा है अपितु उन्हें शारीरिक, मानसिक, बौद्धिक, भावनात्मक और सामाजिक चुनौतियों के बारे में अवगत कराते हुए उनके सर्वांगीण विकास का प्रशिक्षण किशोरी विकास शिविरों के माध्यम से देने का प्रयास कर रहा है। उक्त विचार विवेकानंद केंद्र की प्रांत संगठक प्रांजलि येरीकर द्वारा राजकीय बालिका विद्यालय आदर्श नगर में विवेकानंद केंद्र कन्याकुमारी की अजमेर शाखा द्वारा आयोजित किशोरी विकास शिविर के अवसर पर व्यक्त किए गए।

इस अवसर पर जानकारी देते हुए केंद्र की सहनगर प्रमुख बीना रानी ने बताया कि किशोरी विकास शिविर में उपस्थित छात्राओं को व्यक्तिगत हाइजीन, विधिक साक्षरता तथा अन्य महत्वपूर्ण जानकारियां भी प्रदान की गई। इसके साथ ही खेल खेल में आत्मरक्षा का प्रशिक्षण भी प्रदान किया गया। किशोरी विकास शिविर के अवसर पर ग्रामीण सामाजिक विकास संस्थान के निदेशक रूपेश शुक्ला, डॉ नेहा कोटिया, शेफाली शर्मा, याशिका यादव और शेफाली सांखला ने भी अपने विचार प्रकट किए। इस अवसर पर प्राचार्या शांता भिरयानी ने भी मार्गदर्शन प्रदान किया।

शिमला मे राष्ट्रीय युवा दिवस आयोजन

शिमला, जाखू मे विवेकानंद जयंती, राष्ट्रीय युवा दिवस आयोजनका ।  स्वामी विवेकानंद जी की जयंती - राष्ट्रीय युवा दिवस के उपलक्ष पर विवेकानंद केन्द्र शाखा शिमला के युवा कार्यकर्ताओं द्वारा शिमला शहर के सबसे ऊँची चोटी जाखू की बर्फ़ीली पहाड़ी पर पुष्पांजलि के कार्यक्रम के द्वारा विवेकानंद जी के विचारों को जन जन तक पहुँचने का सफल प्रयास किया।

धार में राष्ट्रीय युवा दिवस का कार्यक्रम

धार, प्रकृति का रक्षण, सभी की जिम्मेदारी है तथा यह कार्य जैविक कृषि उपायों से ही संभव है।  यह उद्गार प्रसिद्ध कृषि वैज्ञानिक अजित केलकर ने यहाँ विवेकानंद केन्द्र, कन्याकुमारी शाखा धार की व्याख्यानमाला में व्यक्त किये। राष्ट्रीय युवा दिवस पर श्री केलकर ने  "आधात्मक प्रेरित सेवा एवं वैदिक कृषि चिंतन" विषय पर उद्बोधन देते हुए कहा कि प्रकृति का ज्ञान सरल व सहज है। पहले भूमि को अवांछनिय रसायनो से मुक्त करिये, जिससे धरती माँ को राहत स्वतः ही मिल सकेगी। उन्होने अनेक आधात्मिक अवधारणा को समझाते हुए, कृषि के विभिन्न आयामों से उनको जोड़ा। श्री केलकर ने उपस्थित श्रौताओं जिसमें बड़ी संख्या में कृषक भी उपस्थित थे, खेती तथा भूमि से संबंधित वैज्ञानिक दृष्टिकोण को समझा कर, पर्यावरण की चुनौतियों के लिए भी सजग किया। व्याख्यानमाला के पूर्व षिला स्मारक पर आधारित फिल्म का प्रदर्षन भी किया गया। कार्यक्रम अध्यक्षता लबरावदा ग्राम के वैदिक कृषक नरैन्द्र सिंह राठौर ने की। मंच पर केन्द्र के सह संचालक सुरेष राजपूरोहित भी उपस्थित थे।

पूर्व में कार्यक्रम का आरंभ अतिथियों द्वारा पुष्पार्पण से हुआ। तीन ओमकार प्रार्थना हितांषी ठाकुर ने गायी। अतिथि परिचय अभिनंदन सिंह तँवर ने दिया। अतिथि स्वागत सुरेष राजपूरोहित, गिरीष वड़नेरकर, गोविंद अग्रवाल व अविनाष ठाकुर ने किया। गीत सुनील सुपेकर ने प्रस्तुत किया। शांति मंत्र कुं. अंजलि ने गाया। संचालन मोहन कडूसकर ने किया तथा अंत में आभार नवीन राठौर ने माना।

कार्यक्रम में ही अतिथियों द्वारा स्थानीय आनंद वात्सल्य आश्रम, पीपलखेड़ा की वार्षिक पत्रिका ‘आश्रमवाणी’ का विमोचन भी किया गया।  सहयोग ट्रस्ट अध्यक्ष उदय वडनेरकर, सचिव सरदार सिंह तँंवर व भारत सिंह दसौंधी ने किया। उल्लेखनीय है कि नगर में उक्त व्याख्यानमाला सन् 1968 से आयोजित होती है तथा इसमें अनेक प्रसिद्ध वक्ता उद्बोधन दे चुके है। इस अवसर पर विधायक श्रीमति नीना वर्मा, सहित अनेक गणमान्य नागरिक उपस्थित थे ।

Yoga Conference 2020 - योग शास्त्र संगमं 3

With the main aim of propagating the study and understanding the Yoga Texts in day to day life, the Yoga Conference 2020 - योग शास्त्र संगमं by Vivekananda Kendra Kanyakumari and was organised with the collaboration of Central University of Kerala, Kasaragod and support by Indian Yoga Association at Vivekanandapuram, Kanyakumari from 9 to 11 January 2020 with 221 participants and 15 karyakartas in the organising team. The representation was from  15 states and also from 11 renowned institutions.  In all 54 papers were presented.
Vice president of Vivekananda Kendra, Kum Nivedita Bhide inaugurated on 9th morning at 9.30. Dr. Nagarathna, Chief consultant at SVYASA and Dr. K. Subrahmanyam  were the special guests for the inaugural program.
Respected NiveditaDidi explained that the basic intention of this Shastra Sangamam is to make ourselves and the world aware of the fact that we must not limit "Yoga" as a mere physical exercise, instead we must study and go through all the defining aspects of Yoga. She added "If we look around and observe the problems then we will notice that complexities of the Human mind is the basis of all. So through Yoga and the practices of Patanjali Yog Sutra we must make our mind clean and clear so as to function at our best  possibilities."
Various esteemed organisations and people working in Yoga across the Nation were part of this Sangamam like Yoga Bharathi, Vivekananda Yoga Therapy Kendra, Hindupur, Swasti Yoga Foundation Pune, New age India Mumbai, Mangalore University and central University of Kerala. Much revered Yogacharya from Vashishth Yoga Foundation Dr. Raghvendra Pai was the chief guest in the confluence.

https://youtu.be/BC8HXkQwLrs
 
Paper presentations were held simultaneously in Eknath hall and Vivekananda hall. Daily Yogasana, Pranayama and Dhyana practices were held in Patanjali, Chitrakoot and Dhyan Mandir respectively. Delegates were accommodated in Kashi, MatruMandir and Satyakam Buildings.
There were total 54 paper had been presented on various classical yoga text - patanjal yoga sutra, various hath yoga texts, yoga upanishads, omkar dhyan, thirumular thirumanthiram etc. The unique feature of the Sangamam was the recitation of Patanjala Yog Sutras by 22 participants. Recitation Competiton on PYS was held, for 11 participants.
Keynote addresses were delivered by :
Dr. T. V. Padmanabhan from Central University of Kerala on Pranayama in Vasistha Samhita
Dr. K. Subrahmanyam (Pro Chancellor, SVYASA University) on Bharat the land of Yoga
Sri N. V. Raghuram, (Yoga Bharathi, Bangalore) on Karma Yoga
Dr. S. Ramakrishna Sharma (Suratkal) on PYS and Sanskrit
In the evenings all participants visited Ramayana Darshnam, Bharat Mata Sadanam and later witnessed Bharatnatyam by the students of Vivekananda Kendra Vidyalaya, Kanyakumari.
In the afternoon of 10th January ll delegates visited Vivekananda Rock Memorial.  Participants were amazed with the exhibition of Sidhha Medicines and its astute knowledge which was presented by Dr.Ganapati ji in the morning of 11th January.
The valedictory session was chaired by  Dr. Subramanya Pailoor, Academic coordinator of Dept of Yoga Sudies from Central University of Kerala. Chief Guest, Shri Tarun Vijay, M.P (Rajyasabha) explained the various dimensions of Yoga in our lives. He also stated How Rama is an Ideal National Icon for the most dynamic country "Bharat". 

Annual day function in VKV Vallioor

We celebrated the 157th Janma Diwas of Swami Vivekananda, 30th Annual Day of Vivekananda Kendra Vidyalaya vallioor and National Youth Day on 11.1.2020 in a grand manner. The programme began  at 4.30 pm. It was compeered  in two language Tamil and English by our teachers. It is our 50th year of Rock Memorial  to highlight  this our teacher also said the quotes of swami Vivekananda in between the cultural programme.  On this occasion the programme was inaugurated by our honourable chief guest Mr.Tirupathi, Inspector of Police by lighting the lamp. The celebration was initiated with an invocation song sung by the students of Vivekananda Kendra Vidyalaya vallioor. Welcome address by our teacher K.Rajasri followed by Annual report by our Principal Mrs. N.Maheshwari.

The academic toppers as well as extra curricular activity toppers were honoured by giving prizes. The prizes were given by the chief guest, guest of honour, correspondent and principal. One of our teacher Mrs. Sowmiya read out the name of the winners. Chief guest Mr.Tirupathi addressed the audience. He also praised and appreciated the students who received the prizes in various curricular and co curricular activities. Mann. Ayyapanji, RDP Secretary, Kanniyakumari gave an eloquent speech on Swami Vivekananda  and also advised the parents to educate their  children.

Correspondent S.K.Subramanian  and guest of honour Mann.Ayyapanji, RDP Secretary, Kanniyakumari presented the memento to the chief guest. Vote  of thanks was proposed by our teacher Mrs.Chandra Selvi. Cultural programme was compered in two language. English by Miss.Santha Kumari and Tamil by Mrs.Muthulakshmi.  Quotes was said by our teachers Tamil by Mrs.Pavithra and English by Miss. Jeyasri. The programme was concluded by Kendra Prayer at 8.30 p.m.
Presided by :  S.K.Subramanian  (Correspondent, VKV Vallioor) ,  Chief guest :  Mr. Tirupathi , Inspector of Police, Vallioor,  Special Guest : Mann. Ayyapanji  [RDP Secretary, Kanyakumari]

Swami Vivekananda 157 Birth Anniversary Celebration in Chinchawad

Vivekananda Kendra Chinchawad organised Vivekananda Youth Marathon in collaboration with Yashasvi Group of Institutes on National Youth Day, 12 jan 2020 morning 6:30 to 8 to speared life and message of Swami Vivekananda. 500 youth participated in the event. In the concluding ceremony, informed them about Vivekananda Kendra and Vivekananda Rock Memorial, in addition to that, some of majore and important aspect of Vivekananda Rock Memorial.

His Excellency Shri. Ram Nath Kovindji, Honourable President of India visited Vivekananda Rock Memorial and Vivekananda Kendra

His Excellency Shri. Ram Nath Kovindji, Honourable President of India visited Vivekananda Rock Memorial and Vivekananda Kendra on 25th December and 26th December 2019. Tamil Nadu Governor Shri. Banwarilal Purohit, Tamil Nadu Adi Dravidar Welfare Minister V. M. Rajalakshmi and many dignitaries received him on 25th evening. The President spent nearly thirty minutes on the Rock Memorial where he spent some time in meditation. The picturesque background of the Memorial, the three seas and the inexplicable scintillating ambience filled with tranquility and the beauty of Sunset must have impressed our Honorable President as he made a mention about the unfading serenity of this wonderful place of pilgrimage during the course of his address. He offered His Pranams to Sri Ramakrishna, Holy Mother and Swamiji. His visit would be rejoiced in the days to come.

His Excellency Shri.Ram Nath Kovindji... Honourable President of India addressed the enlightened gathering of Dignitaries, Kendra Karyakarthas, Well-wishers, Teachers and Students at Eknath Hall, Vivekanandapuram, Kanyakumari on 26th December, 2019 during the Golden Jubilee Celebrations of Vivekananda Rock Memorial. Ma. Balakrishnanji, Ma.Pravin Dabholkarji and other Senior Members of Kendra were present. During his thought-provoking address His Excellency told that Vivekananda Rock Memorial is a distinct place of pilgrimage which ever emits positive vibrations. It leads the unrest mind towards tranquility. The spiritual magnetism of the Rock transformed Swamiji into a Global Messenger of Bharatiya Sanskriti after His Meditation. As Swamiji unequivocally told we have to give back our nation its lost individuality. Swami Vivekananda uttered in front of the world religious leaders that he was proud to belong to a religion which has taught tolerance and universal acceptance. His Excellency paid glorious tributes to Ma. Eknathji the Chief Architect behind Vivekananda Rock Memorial and Vivekananda Kendra for his untiring efforts in materializing this magnificent project involving the entire nation by his organizational skills. With the spirit of true Karmayogi, he materialized his chosen mission. The Hon'ble President also mentioned about the establishment of the living memorial of Swamiji-Vivekananda Kendra and acknowledged its services and its expansion. His Excellency's concluding message is very relevant. He told Vivekananda Rock Memorial stands as a confluence of diversities and teaches us ever to expand our small individual identities. He emphatically told that Swami Vivekananda's message would perennially inspire the people in the days to come. The President also visited Ramayana Darshanam and Bharat Mata Sadanam and witnessed the Audio-Visual Programme.

VKV Kallubalu Activities - Aug - Sept 2019

On 3rd August, 2019 an awareness program was conducted on the theme of “Wild life Protection” by Kumari. Kannika was attended by the students from class VI to X. On 3rd August, 2019 a Prashikshan Karyashala on Vivekananda Rock Memorial, “Ek Bharat Vijayaji Bharat” was organised for the staff and well wishers of VKV Kallubalu including Ex VKVians. The program was attended by 26 members.

On 5th August our Kabbadi (boys) team took part in State level inter-school Kabbadi tournament at NEW Horizon Gurukul, Bellandur. Parents’ – Teachers Meeting of class X students held on 5th August. Parents were briefed about the Board examination pattern and needed support for the students from home.

On 11th August 2019 Pre- Regional Mathematical Olympiad 2019exam was conducted in our vidyalaya 294 high school students from various schools attended the exam. On 15th August, 2019 Independence Day was celebrated exhibiting the spirit of patriotism and paying tribute to our ancestors who renounced themselves for our present well being. Shri. Bhaktha Priyan, chemical engineer and consultant hoisted flag and inspired the gathering by his thought moving lecture. He shared with pride that he was a part of fund raising team during the Vivekananda Rock Memorial construction.

On 15th August, 2019 a team of 21 girls and 22 boys from VKV Kallubalu took part in the Taluk level Independence day celebration and performed Mallakhamb in front of 4000 audience accompanied by H.M, A.H.M, Mallakhamb Coach and a staff of. The vernacular press “Vijaya Vaani” and “Praja Vaani” had published Mallakhamb demonstration pictures only while reporting the grandeur of Independence Day celebrations. Everyone appreciated the Management and staff of VKV for promoting such time-honoured Martial Arts among younger generation.

On 17.08.2019 Raksha Bandan was celebrated in vidyalaya. Shri. Nagesh B V, Retd. Director, Defence Quality Assurance Service, Govt of India was the chief guest of the occasion. He emphasised the brotherhood in our tradition from the time immorial. All the Students tied rachis and resolved to protect the culture and the country.

Raksha Bandan at nearby schools:
Place                              Attended by
Konasandra                      85
Haragadde                       112
Vadera Manchanahalli      222
Bommandanahalli            25

A Prashikshan shibir was organised on 25 August 2019 on " Vivekananda Shila Smarak : Ek Bharat Vijayi Bharat - Sampark Karyakram" Adharniya. Radha Devi Didi, Dakshin Prant Sanghatak guided through an inspiring Session. Shri. Nagesh ji, Member Sampark Toli, (during VRM construction he had taken part in fund raising through coupons) interacted on "Sampark - why & how" followed by the reading of Sampark sandesh material. Shri. Ravikumar, Samprak Pramukh EBVB, presented *Ek Bharat Vijayi Bharat* Sampark Abhiyan PPT. The program was attended by 33 people.

On 26.08.2019 Parents’ Meeting was arranged in our Vidyalaya from 05.00 p.m. to 06.00 p.m. Adharniya. Radha Devi Didi, Dakshin Prant Sanghatak of Vivekananda Kendra addressed the parents on “Vivekananda Shila Smarak – Ek Bharat Vijayi Bharat”.

On the occasion of Krishna Janmastami a procession of little Radha and Krishnas was arranged in Kallubalu village on 23.08.2019. Colourful Cultural programs attracted all the audience in Patanjali Sabhangan. Some of the parents also played the role of Yashodha.

Krishna janmastami celebrations in nearby places:
Place                                   Attended by
Bommandanahalli              215
Vaderamanchanahalli        55
BMTC staff quarters          35

On 30th August Students from our vidyalaya took part in Cluster level cultural competitions “Pratiba Karanji” at Government HP School, Krishnandoddi and won many prizes. The High school team reached Talk level also. On 4th September on the occasion of Ganesh Chathurthi, Pooja wasw performed in the Ganesha temple and Visarjana pooja was also took place followed by a small procession of ganesha Idol.

On 5th September two of our teachers attended the Taluk Level Teachers day celebration representing our vidyalaya. On 9th September the Teachers’ Day celebration was organized by students of class X. The students took the responsibilities of all the teaching & Non – Teaching staff and Secretary of the vidyalaya and they administered the vidyalaya entire day. In the concluding program Ma.Lalita Didi interacted with Staff and students on the Role of teachers in the contemporary society followed by the experience sharing of students.

On 13th September Sri. Thangaraja, Karyakartha, Vivekananda Kendra Kanyakumari visited the vidyalaya on his Bharat  Parikraman   with “VIVEKANANDA SHILA SMARAK : EK BHARAT VIJAYI BHARAT” message. His interaction inspired all and many of the students expressed their willingness to join in such yatra in future. On 14th September Universal Brotherhood Day celebration was organised i a grand manner. Shri. Muthuraman ji, Ex-chairman, Tata Steels, Sri. Rmakrishna ji, and Smt. Vijayalakshmi, Sahasra Deepika Residential School were the guests. Patriotic Song, Dance programs, a Darama depicting the roaring lecture of Swami Vivekananda at the Parliament of Chicago. All the participants and Guests were astonished by the Mallakamb performance in the program. The Guests addressed the children emphasising the relevance of Universal brotherhood in the contemporary world. They also assured their support for the vidyalaya in all its endeavours. The message of “Ek Bharat Vijayi Bharat” was also shared with all.

As a support to the extra efforts of students, the Vidyalaya started providing Ragi Malt, to all the students enabling their extended stay in school campus for their studies everyday from 19th September. It helps the children who are going home early also to have a comfortable returning. On 21st September Bala Sabha and Parents meeting of KG section was organised. All the parents enjoyed the colourful cultural programs by kids. Ma. Lalita didi interacted with the parents regarding the efforts by the vidyalaya for the holistic development the children.

Kr. Varun Kumar of class X secured first place in Javelin Throw at District Level Sports Meet on 21st September. Block Educational Officer and Physical Education director appreciated him and wished to succeed in State level also.  On 22nd September a team of volunteer doctors from NIMHANS conducted a workshop on “Happy analysis”. Students of class IX and X attended in the interactive program.  Another such program on “Health awareness” was organised on 29th October for the students. Midterm examination for class X and Summative Asscessment – 1 for class VIII & IX started from 23 September. The exam started from 25th September for KG to Class VII. Navarathri Celebration begun on 30th September in vidyalaya. The worship of Devi with the arrangement of dolls of Ramayana scene made everyone feel blessed.

Sthanik Karyakarta Prashikshan Shivir Haryana

Sthanik Karyakarta Prashikshan Shivir was organised at Faridabad during 25th to 29th December 2019. Total Participants were 16 including 4 sisters. Organising team was of 10 Karyakartas including 2 sisters. Kendra Varg, Sanskar Varg, Bauddhik satra based on Sadhana of Service, stories of Haryana's great personalities and also contemporary topics like condition of Women in Haryana - challenges and response were some of the sessions.

Free Surgery Camp at Dibrugarh and Tinsukia

From 9th to 12th December 2019, Vivekananda Kendra Kanyakumari organized two specialized medical camps at Dibrugarh and Tinsukia, Assam. A Free General Surgery Camp was organized at Marwari Arogya Bhawan and Hospital, Dibrugarh and a Free Video Endoscopy Camp was organized at Vivekananda Kendra Medical Center, Laipuli, Tinsukia.

Doctors from Mahatma Gandhi Mission Medical College, Kamothe, Navi Mumbai rendered their voluntary services during the free general surgery camp. A total 9 surgeries were successfully done for patients of Tirap, Changlang and Lower Dibang Valley districts of Arunachal Pradesh. Screening camps were conducted at three locations and 22 patients were screened for surgeries.

The free video endoscopy camp was conducted by Dr. Vinayak Kulkarni, a renowned Gastroenterologist from USA. A total 19 endoscopies were done. Mitra Medical Services LLP. , New Delhi provided man-power and machines for the camp.
Both the camps were inaugurated on 8th December at Vivekananda Kendra Vidyalaya, Laipuli, Tinsukia. Distinguished Guests and Doctors participated in the inaugural function. All the guests Doctors were felicitated with Assamese Phulam Gamosa. Sri Sashi Bhushan Goel, Tinsukia Nagar Sanchalak of Vivekananda Kendra welcomed the guests. Sri Pravin Dabholkar Ji, Joint General Secretary of Vivekananda Kendra Kanyakumari delivered a lecture on the 50th anniversary of Vivekananda Rock Memorial. Dr. Gangadhar Maddiwar, a volunteer surgeon and pioneer of free surgery camps in remote areas through, Remote Area Medical Corp. (RAM), USA beautifully narrated his journey from a medical doctor to a medical social worker. Dr. U.C. Das, a veteran surgeon of upper Assam also addressed the gathering.

This is to be mentioned that the free surgery camp, organized by Vivekananda Kendra Kanyakumari in Arunachal Pradesh and Assam completed 12 years and till date 1007 poor and needy patients were successfully operated. 

Green Rameswaram Newsletter Nov 2019

Antonio Guterres, Secretary-General's remarks at opening ceremony of UN Climate Change Conference COP25 on 12th December should be an eye opener for every one of us. He says….

“We stand at a critical juncture in our collective efforts to limit dangerous global heating.

By the end of the coming decade we will be on one of two paths.

One is the path of surrender, where we have sleepwalked past the point of no return, jeopardizing the health and safety of everyone on this planet.

Do we really want to be remembered as the generation that buried its head in the sand, that fiddled while the planet burned?

The other option is the path of hope.

A path of resolve, of sustainable solutions.

A path where more fossil fuels remain where they should be – in the ground – and where we are on the way to carbon neutrality by 2050.

That is the only way to limit global temperature rise to the necessary 1.5 degrees by the end of this century.”

We the volunteers of Green Rameswaram project – “Think Globally and Act Locally”. In our own small way, like a Rama’s squirrel trying to reduce the carbon footprint in our project area of Rameswaram.

This month’s newsletter has the following highlights:

Dr. Sanjay Banerji in his blog writes about Formulation of the SDGs Rev 1.
Shri.C.Rengarajan writes on Tirtha Yatra - Pilgrimage to Holy Places.
Regular awareness programmes by Hand in Hand Inclusive Development Services, Chennai.
Smt.A.Abirami, Programme Officer of C.P.R. Environmental Educational Center writes about the herbal plant – Avarai.
Plantation of palm trees as a part of ‘Landscaping and beautification’.
A new series of power point presentation on Eco-tourism.
Shri.Karthikeyan writes on ‘Green Finance’ which is quite new to the Indians.
Revival and Renovation of Water bodies – Teertha Pooja and survey of two Traditional water bodies and finally Building Social capital.

Click here for this month’s newsletter.

With best wishes,

विवेकानन्द केन्द्र नागपुर में गीता जयंती का कार्यक्रम

भगवान श्रीकृष्ण ने कुरुक्षेत्र की युद्धभूमि में अर्जुन के सम्मुख जो ज्ञान की गंगा बहाई, वह वाणी श्रीमद्भगवद् गीता के रूप में सर्वत्र उपलब्ध है। यह गीता माँ ही है जो हमारा पोषण करती है, हमें ध्येयमार्ग पर चलने के लिए प्रेरित करती है, उस योग्य बनाती है। इसलिए आचार्य विनोबा भावे ने गीता को "माऊली" अर्थात् माता कहा है। उक्त विचार व्यक्त करते हुए विख्यात सिविल इंजीनियर, संस्कृत तथा गीता मर्म के ज्ञाता श्री श्रीनिवास वर्णेकर ने गीता के उपदेशों को अपने जीवन में अंगीकार करने का आग्रह किया। श्री वर्णेकर रवींद्र नगर स्थित हनुमान मंदिर सभागृह में विवेकानन्द केन्द्र की ओर से आयोजित गीता जयंती समारोह को संबोधित कर रहे थे।

श्री वर्णेकर ने आगे कहा कि गीता में परिवार शब्द नहीं है किन्तु गीता में परिवार संदेश समाया है। गीता स्वार्थ से परमार्थ, व्यष्टि से समष्टि, मैं से हम अर्थात् विश्व या यह सम्पूर्ण सृष्टि ही अपना परिवार है, इसका बोध कराती है। गीता माँ की उंगली पकड़कर हम चलते हैं तो हमारा जीवन सही दिशा में रहेगा।

उन्होंने आगे कहा कि संसार में गीता एकमात्र ऐसा ग्रंथ है जिसकी जयंती मनाई जाती है। ऐसा महान और अद्वितीय ग्रंथ होने के बावजूद भी आज भी अपने ही देश में गीता अध्ययन के प्रति उदासीनता दिखाई देती है। इसलिए आज आवश्यकता है कि गीता ज्ञान के प्रसार के लिए समाज को जगाना होगा।

श्री वर्णेकर ने अपने संबोधन के दौरान गीता के अलग-अलग अध्यायों के दौरान अर्जुन के प्रश्न, उनकी मनोदशा और उसपर भगवान श्रीकृष्ण का मार्मिक उत्तर का उल्लेख किया है। साथ ही गीता के श्लोकों का उदाहरण देते हुए उन्होंने धर्म, अर्थ, काम और मोक्ष इन चारों पुरुषार्थों के मर्म को समझाया। आइए, हम गीता पढ़े, पढ़ाएं और उसे अपने जीवन में अपनाएं।

उल्लेखनीय है कि विवेकानन्द केन्द्र की ओर से देशभर में गीता जयंती मनाई जाती है। इस समारोह में भारी संख्या में गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।

Rural Development Programme August Month Activities

Service activities

“Through 75 Balwadis, 1758 rural Children were nurtured. In all the Balwadis, Malt along with hygienically prepared, highly nutritive lunch with vegetables were served during the day and in the evening vitamin-rich cereals were provided to the children”.

Eye camps were conducted at 5 places, in Kanyakumari, Tirunelveli and Thoothukudi districts in which 517 were treated for their eye ailments and 75 underwent a cataract operation. 15 persons were given eye medicines and 18 persons were given spectacles.

In our Medicare Programme, 1688 patients were examined and treated for various common ailments, through 14 Rural Medical Centers in Kanyakumari, Nellai and Thoothukudi districts.

3 tailoring units are functioning well in Nellai district with the total attendance of 75.

Cultural activities

Yoga Varga has been conducted at two places in Aruppukottai and Kovilpatti where 26 persons attended.

Vivekavani Subscriptions 618 collected and two two years, two three years 3 life and one Patron.

Shivalinga Pooja conducted at 3 places in Kanyakumari District where 214 devotees participated.

Under ‘Adopt a Granny Programme’, 27 destitutes and old people were provided with monthly solatiums, in the form of rice, dhal,oil,etc., for their livelihood and 124 persons were provided with rice only in Southern five districts of Tamilnadu.

94 women are being benefited in 5 Self Help Groups in Kanyakumari district.

Durga Pooja was conducted at 3 places in Kanyakumari District and 248 devotees participated.

Through various branch centers, including Thoothukudi A.O. And book stalls, literature books were sold for Rs.82,685/- .

Monthly Deepa poojas were organized in 224 village temples in five districts of Southern Tamilnadu, in which 8413 ladies participated and offered prayers for the welfare of the self, family and the society.

In 175 Sanskara Vargas, 6702 students participated. The students were taught about the values of Indian Culture through games, lectures & lessons. The feelings of oneness were strengthened among the participants, through patriotic songs and games.

Under Amrita Surabhi Scheme, our Kendra workers collected 1168 Kgs of rice from Southern five districts.

Parents meeting were conducted at 39 places, in five districts in which 984 devotees participated.

Sampark programme team organised in Vallioor and VKRDP & VKV 142 persons participated. Sri. S.K.Subriramanian - correspondent VKV, Vallioor, Sri.Sankaranarayanan committee member, Ayyappan VKRDP Secretary, Ms.Maheswari Principal VKV participated in it.. Social workers refresher camp was held from 05.07.2019 to 08.07.2019 at Kanyakumari and 22 workers participated.All Social Workers visited Thiruparappu falls.On 8th July Vahana pooja was performed.

1008 Deepa Pooja conducted on 18.08.2019 in Uthragosamangai Arulmigu Mangaleswarar swami Temple, where 812 devotees participated from Ramand district. Before Deepa Pooja Cultural class and Balwadi students’ dramas and songs were staged. Guru Purnima was celebrated at Southern five districts. Nearly at 77 places and 7263 participated in this programme.

On 16/08/2019 in memory of Shri Ramalinga Aasari and Smt. Ramalakshmi lunch with

sweets were distributed to 461 children in 22 balwadis of Kanyakumari district.

On 15.08.2019 Independence day was celebrated in 75 Balwadis and nearly 8402 people

participated.

Eknath Memorial Day has been conducted at 41 balwadies in five districts where 1001

persons attended.

On 23rd August Krishna Jeyanthi day Anna Pooja celebrated in grand mannar at sankarankovil . All local well wishers participated. The function was held in Krishna marriage hall at Sankarankovil.Vivekananda Kendra General Secretary Sri Bhanudasji, Sri Krishnamoorthi- Vivekavani Editor, and more than 200 persons attended the pooja and all were served with prasatham.Sri Sekar organised the programme. 5400 kg rice collected.

Krishna Jeyanthi Day has been conducted at 76 balwadies in five districts where 6581

persons attended.

Education aid has given to 25 students worth of Rs.3,38,025 for their term fees & tution fees etc., which was sponsered by Mohankumar Trust at Trichy.

Rural Block level competitions held in Southern five districts

Total No.of. competitions - 44, Schools - 360, Students -6051,

Parents - 262, Teachers - 434

Urban competitions held in Thoothukudi & Ramnad districts

Total No.of. competitions - 3, Schools - 40, Students -459,

Parents - 72, Teachers - 64

“Sri Rama Jeya Rama” Mantra was chanted during Deepa Pooja, Shivalinga Pooja and daily with our Balwadi school children, cultural class students and during monthly meetings by our Balwadi teachers and Social Workers. This month nearly 8, 37,928 times mantras were chanted in 84 localities.

This month, we have distributed the rice which was collected through Amrita

Surabhi and Anna Pooja to Balwadi children, old poor people and the institutions

as mentioned below :

1. Mouzhanagurusamy madam, Thottiodu - Kanyakumari district - 110 Kgs

2. Sasthankovil, Attoor - Kanyakumari district - 25 Kgs

3. Indhu Middle School, A.Thirumalapuram - Tirunelveli district - 100 Kgs

INSPIRING INCIDENTS

P.Packiasaroja – Peyankuzhi – Kanyakumari district

On 04.04.2018 during the eye camp at Kanyakumari I happened to near a conversation between two women about our free service with Aravind Eye Hospital. One lady had already got operated and the other lady was clearing her fear and doubts about the care – taking nurses in the hospital though they were admitted for free treatment. She also expressed her gratitude towards Kendra service workers for their deep concern and guidance rendered before admission in the hospital. The nursing care in pouring eye drops and feeding them in time was appreciated much by her. Theirconversation encouraged me to serve such helpless aged people more and more.

C.Saraswathi – Ambai – Tirunelveli district

On April 1st I visited sister. Alagammal, the former Social worker of Vivekananda Kendra at her home. She narrated a surprising incident happened in her family. A few months back she had suffered a lot due to ill health and was admitted in the hospital. She was hospitalized for more than one month. As there was not much improvement in the medical treatment she started chanting Bhagavad Gita Slogans with deep faith. To the great surprise of the doctors marvelous improvementwas seen and she was discharged from the hospital. They followed the same when her elder sister met with an accident and there was a fracture in her leg. Doctors felt that even though the affected part was operated she would not be able to walk as earlier. They chanted Gita slogans faith fully during thetreatment and now her sister is quite normal. When I heard this I was thrilled with the effect of practicing Gita slogans with sincere faith. Really Bhagavad Gita was not a more book, it was a

spiritual wealth.

V.Janakipushpam – Vallioor – Tirunelveli district

On 18th April we went to Ilayarkulam village for collecting paddy. Due to poor rainfall during the previous two years the village had suffered a lot. But this year they were blessed with enough rainfall

and hence they welcomed us whole heartedly and each family provided us one measure of paddy. I told them about the pathetic condition of our Creche building. A well-wisher named Sudalaiyandi explained me that in 1982 the Creche was started in our house only. Then we arranged for the separate building by collecting some amount from the villagers. Though we thought of demolishing it something hurdles the work. As there is fine harvest this year we will arrange for it. His involvement towards Vivekananda Kendra touched my heart.

P.Tamilselvi- Thoothukudi – Thoothukudi district

For the Annapooja to be held on 14th April, the Tamil New Year Day I went to Sawyerpuram Kamatchi Rice Mill to collect rice. The owner of the mill welcomed me and enquired about the services of Kendra. I informed him that due to poor harvesting the previous year’s collection was not as expected and hence we found it very difficult to provide rice for the needed. He was much regretted and asked why I hadn’t approached him. He also assured me that here after if there exists circumstances like that contact him through phone. He would arrange for the needed rice. Really I was impressed by his helping tendency and service mindedness. Only because of such persons our work is easier and flexible.

V.Somasundari – Checkkarakudi – I – Thoothukudi district

One day I was teaching General Knowledge to the kids. I started asking each one about their family and whom and what they like most in their family. At once a girl named Ramya stood up and told that there were Lakshmi and Rajeswari in her home. Soon Muthumari would come. She liked them so much. I know that she is the only child in her home. Hence I asked who they were. To my surprise she told me that Lakshmi was the cow in her house and Rajeswari – the little cub. Another cub is going to be born. She moreover explained me that as per my instruction only she called them in the names of Gods. Her dedication and faith towards me touched my heart.

जोधपूर में विमर्श का अयोजन

समाज में समय-समय पर जो विकृतियां आ जाती है, उसके निवारण का उपाय आध्यात्म ही है। न्यायपालिका व कार्यपालिका की कार्य प्रणाली विज्ञान और आध्यात्म के सामांजस्य पर ही निर्भर करती है। कालान्तर में समाज में उत्पन्न विकृतियों के निवारण हेतु कानूनी उपायों के साथ साथ समाज में जीवन मूल्यों की पुनः प्रतिस्थापना भी आवश्यक है। राजस्थान उच्च न्यायालय के न्यायाधीश श्री पुष्पेन्द्र सिंह भाटी विवेकानन्द केन्द्र कन्याकुमारी शाखा जोधपुर द्वारा आयोजित ‘‘सामाजिक विकृतियां, कानून एवं आध्यात्म” विषयक विमर्श कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के तौर पर सम्बोधित करते हुए व्यक्त किये।
श्री भाटी ने बताया कि वस्तुतः समाज कानूनों के निर्माण की भूमिका निभाता हैं। समाज निरन्तर परिवर्तनशील है, अतः न्यायपालिका के निर्णय भी तदनुसार परिवर्तित व परिवर्धित होते रहते है। वर्तमान में भारत में 70 प्रतिशत जनसंख्या युवा है, जिनके समक्ष सबसे बड़ी चुनौती इन्टरनेट के सदुपयोग को लेकर है। भारतीय परिवार के संस्कारों से ही वर्तमान सामाजिक विकृतियों को दूर किया जा सकता है।

न्यायाधीश श्री भाटी ने बताया कि समाज में समरसता, संस्कारशीलता व उच्च आदर्शों को स्थापित करने के लिये विमर्ष जैसे विचारषील व चर्चात्मक कार्यक्रमों की महत्ती आवष्यकता है। सदन में उपस्थित छात्राओं को इंगित करते हुए श्री भाटी ने कहा कि वर्तमान में छात्राएं व महिलाएं अपनी आन्तरिक शक्ति को पहचाकर समाजिक कंटको व दुष्कर्मियों से निपटने के लिये स्वयंसिद्धा बने। समाजिक विकृतियों को सुधारने के लिये कानून और आध्यात्म में सामांजस्य आवश्यक|

मुख्य अतिथी के रूप में केन्द्रीय जल शक्ति केबिनेट मंत्री श्री गजेन्द्र सिंह शेखावत ने बताया कि स्वामी विवेकानन्द के आदर्षों पर चलकर ही सामाजिक विकृतियों पर विजयी पाई जा सकती है। श्री शेखावत ने बताया कि जिस गति से समाज को क्षरण करने की ताकतें मजबूत हो रही है, उससे दुगुनी गति से समाज केे रचनात्मक कार्यों को बढावा देना होगा। तभी हम हमारे संस्कार, संस्कृति, समाज व देष की रक्षा कर पायेंगे।

जल शक्ति मंत्री श्री शेखावत ने पीने के पानी की सीमितता व प्रदूषण के संकट के बारे में बताते हुए कहा कि जल को जगदीष मान कर इसका समुचित प्रबन्धन व संचयन वर्तमान समय की  महत्ती आवश्यकता है। इस अवसर पर न्यायाधीश श्री पुष्पेन्द्र सिंह भाटी व केन्द्रीय जल शक्ति केबिनेट मंत्री श्री गजेन्द्र सिंह शेखावत के कर कमलों द्वारा विवेकानन्द केन्द्र हिन्दी प्रकाषन विभाग द्वारा प्रकाशित स्वामी विवेकानन्दजी की जीवनी ‘स्वामी विवेकानन्द: समग्र जीवन दर्षन‘ का विमोचन भी किया गया। योद्धा सन्यासी स्वामी विवेकानन्दजी की इस जीवनी विमोचन के अवसर पुस्तक के अनुवादक श्री महावीर प्रसाद जैन ने पुस्तक परिचय दिया।

विवेकानन्द केन्द्र कन्याकुमारी राजस्थान प्रान्त के प्रान्त प्रमुख श्री भगवान सिंह ने विवेकानन्द केन्द्र का परिचय देते हुए विवेकानन्द शिला स्मारक के 50 वर्ष पूरे होने पर ‘एक भारत विजयी भारत’ अभियान के बारे में बताया। कार्यक्रम के प्रारम्भ में विवेकानन्द केन्द्र हिन्दी प्रकाषन विभाग के प्रमुख अशोक माथुर ने अतिथियों का स्वागत कर उनका परिचय दिया। स्टील भवन में आयोजित इस विमर्श कार्यक्रम में प्रान्त संगठक प्रांजलि येरिकर, हिन्दी प्रकाशन के प्रकल्प संगठक श्री दीपक खैरे, प्रान्त समिति सदस्य अशोक खण्डेलवाल, यादवराज कुमावत, प्रेमरतन सोतवाल, चन्द्र प्रकाश अरोड़ा, मोहनलाल तंवर, महेश बोहरा, भूपेन्द्र जोषी, हरि, मघराज, श्याम मालवीय, सुषील, हिमांषु, गोपाल, लिच्छाराम, विष्वा, पूनम, गोमती सहित बड़ी संख्या में गणमान्य प्रबुधजनों व विद्यालयी छात्राओं ने सहभाग लिया। कार्यक्रम का संचालन के.के. बोराणा ने किया।

भगवद्गीता का संदेश है युद्ध करो

विवेकानंद केंद्र का गीता जयन्ती महोत्सव संपन्न | प्रत्येक मनुष्य के जीवन में आंतरिक तथा बाहरी युद्ध हो रहा है। इसमें विजयी होने के लिए आज कृष्ण का संदेश देने का कार्य भगवद्गीता ़द्वारा हो सकता है। गीता के द्वारा मोह दूर हो सकता है साथ ही पुरूषार्थ जागरण भी संभव है। गीता का प्रासंगिक संदेश समाजोत्थान के लिए व्यक्ति तटस्थ न होकर आक्रामक बने तभी भारत विजयी हो सकता है। महाभारत के युद्ध में भगवान कृष्ण द्वारा अर्जुन को युद्ध करने के लिए प्रेरित किया जाना केवल धर्म स्थापना ही न होकर अच्छे लोगों के रक्षण तथा दुष्टों के विनाश के लिए भी था। आज समाज में बढ़ती हुई विकृतियों को दूर करने के लिए भले ही हमारे पास कृष्ण न हों किंतु युवाओं के रूप में अर्जुनों की कमी नहीं है। हमें केवल उन्हें संस्कार एवं मूल्य परक शिक्षा देनी होगी जो भगवद्गीता के माध्यम से ही संभव हो सकती है। केवल गीता के अध्ययन से ही यह संभव नहीं होगा बल्कि गीता के संदेश को आचरण में उतारने हेतु युवाओं को प्रशिक्षित करना होगा। समाज को संस्कारवान एवं चरित्रवान युवा देने का कार्य आज विवेकानन्द केन्द्र पूरे भारतवर्ष में कर रहा है। उक्त विचार विवेकानंद केंद्र कीे जीवनव्रती कार्यकर्ता एवं प्रान्त संगठक प्रांजलि येरीकर ने होटल आराम वैशाली नगर में आयोजित गीता जयन्ती महोत्सव के अवसर पर व्यक्त किए।

नगर प्रमुख अखिल शर्मा ने बताया कि इस अवसर पर गीता पर आधारित प्रश्नोत्तरी का संचालन महर्षि दयानन्द सरस्वती विश्वविद्यालय, अजमेर के योग विभाग के डाॅ0 लारा शर्मा ने किया। इस अवसर पर विजेतागण के बालकिशन ईणानी, कुशल उपाध्याय, राधा राठी, समीर शर्मा, को कर्मयोग की पुस्तक नगर संचालक डाॅ0 श्याम भूतड़ा ने भेंट की। डाॅ0 अनिता खुराना ने कर्मयोग श्लोक संग्रह का सस्वर वाचन किया तथा विवेकानन्द केन्द्र की उपाध्यक्ष पदम्श्री निवेदिता भिड़े द्वारा प्रेषित गीता जयन्ती पत्र का वाचन भी हुआ।

इससे पूर्व प्रातः 6.00 बजे विवेक योग संगम के तहत सुभाष उद्यान में आसन, प्राणायाम, सूर्यनमस्कार तथा क्रीड़ा योग का आयोजन भी हुआ।

भगवत गीता युवाओं का ग्रंथ है

भगवत गीता का पारायण युवावस्था से ही प्रारंभ होना चाहिए। गीता में जीवन जीने की कला भगवान श्रीकृष्ण ने बताई है, और यह हर व्यक्ति को अपने युवा काल में ही ज्ञात होनी चाहिए। भगवत गीता में आज के व्यक्तिगत और सामाजिक हर समस्या का समाधान है। उक्त विचारों से युक्त विवेकानंद केंद्र के राष्ट्रीय उपाध्यक्षा पद्मश्री निवेदिता भिड़े का पत्र आज गीता जयंती के उपलक्ष पर विवेकानंद केंद्र, गीता भवन, जोधपुर में पढ़ा गया। इसके पहले संपूर्ण भगवत गीता का पारायण किया गया। 18 अध्यायों के 700 श्लोकों का सामूहिक परायण 30 से भी अधिक सहभागीयों ने, जिसमें युवा बड़ी संख्या में शामिल थे, ने किया। भगवत गीता के उपदेशों को जीवन में उतार कर विवेकानंद केंद्र के संस्थापक एकनाथजी रानाडे ने विवेकानंद शिला स्मारक का निर्माण आज से 50 वर्ष पूर्व सफलतापूर्वक किया था। इस गीता प्रेरित घटना का भी स्मरण इस उपलक्ष में किया गया। कार्यक्रम में विवेकानंद केंद्र के प्रांत समिति के सदस्य श्री चंद्र प्रकाश अरोड़ा, विभाग प्रमुख श्री प्रेम रतन सोतवाल, संपर्क प्रमुख श्री गिरीश सोनी, प्रकल्प संगठक श्री दीपक खैरे, केंद्र के अनेक कार्यकर्ता, योग शिक्षक और शुभचिंतक उपस्थित थे।

Sadhana Diwas Celebration in Delhi

Sadhana Divas was held at Patel Nagar Vistaar, Janakpuri Nagar, Uttar Prant. The brief of activities is as follows:
1. Diya was lighted and the proceedings began.
2. Message of Ma. Nivedita Didi was read and discussed by the Kaaryakartas.
3. A planning for Sampark at Vistar level was discussed and some deadlines have been arrived at.
4. It was concluded with offering flowers on the pictures of Omkar, Bharat Mata and Ma. Ekanath Ji, followed by Prarthana.

प्रतिवेदन विवेकानन्द केन्द्र कन्याकुमारी शाखा लखनऊ - जुलाई से अक्टूबर

०४ जुलाई को स्वामी विवेकानन्द की पुण्यतिथि पर केन्द्र कार्यालय पर कार्यक्रम हुआ जिसमें ३५ संख्या रही।
इस माह में दो शनिवार केन्द्र कार्यालय पर केन्द्र वर्ग हुआ जिसमें संख्या २३ रही। तीन संस्कार वर्ग हुए जिसमें संख्या ७५ रही।

अगस्त

४ अगस्त को 'एक भारत विजयी भारत' के महासम्पर्क  हेतु सम्पर्क प्रशिक्षण शिविर  आयोजित किया गया जिसमें संख्या १७ रही।

१४ अगस्त को कश्मीर अतीत, वर्तमान, भविष्य - समस्या और समाधान विषय पर लखनऊ विश्वविद्यालय के मालवीय सभागार में विमर्श आयोजित हुआ जिसमें प्रख्यात कश्मीरी विचारक श्री सुशील पंडित जी का व्याख्यान हुआ एवं जिज्ञासा समाधान भी किया गया। कार्यक्रम की संख्या ४५० रही।

इस माह चार शनिवार को केन्द्र कार्यालय पर केन्द्र वर्ग हुआ जिसमें संख्या ४१ रही। तीन संस्कार वर्ग हुए जिसमें संख्या ७२ रही।

सितम्बर

८ सितम्बर को संस्कार वर्ग के बच्चों के मध्य शिकागो उद्बोधन प्रतियोगिता आयोजित की गई जिसमें  संख्या २१ रही।

११ सितम्बर को 'विश्व बंधुत्व दिवस' के अवसर पर लखनऊ केन्द्र द्वारा शिकागो सम्भाषण प्रतियोगिता का अंतिम चरण आयोजित हुआ जिसमें मुख्य अतिथि बेसिक शिक्षा मंत्री डॉ. सतीश चन्द्र द्विवेदी जी रहे। कार्यक्रम की संख्या ६०० रही।

इस माह में चार शनिवार को केन्द्र वर्ग हुए जिसमें संख्या ३६ रही तथा तीन संस्कार वर्ग हुए जिसमें संख्या ६० रही।

अक्टूबर

१६ अक्टूबर से २० अक्टूबर तक स्थानीय कार्यकर्ता प्रशिक्षण शिविर का आयोजन इंदिरा गांधी इंस्टीट्यूट ऑफ कॉपरेटिव मैनेजमेंट में हुआ जिसमें शिविरार्थियों की संख्या २२ एवं कार्यकर्ताओं की संख्या ७ रही। शिविर में स्वामी सुजयानन्द, प्रो. सी.वी वर्मा, डॉ. डी. एन लाल, प्रो. एस. पी त्रिपाठी, डाॅ. शैलजा भट्टाचार्या, प्रो. शीला मिश्रा, प्रो. मृदुला सहाय, प्रो. महेश झा, प्रो. पी. के सिंह, श्री अरूणेन्द्र श्रीवास्तव, श्री अश्विनी जी, सुश्री शोभिता टण्डन एवं श्री दुर्गेश मिश्रा उद्बोधन हुआ।

२० अक्टूबर को भारत परिक्रमा पर निकले हुए श्री थंगाराजा जी का स्वागत लखनऊ में किया गया। अगले दिन २१ अक्टूबर को केन्द्र कार्यालय पर उनका ओजस्वी उद्बोधन हुआ जिसमें केन्द्र के कार्यकर्ता सम्मिलित हुए। प्रिंट एवं इलेक्ट्रानिक मीडिया ने श्री थंगाराजा जी का इंटरव्यू लिया। तदुपरान्त ग्यारह बाइक एवं दो गाड़ियों की एक रैली केन्द्र कार्यालय से हज़रतगंज तक श्री थंगाराजा जी के साथ गई एवं उन्हें शुभकामनाओं सहित विदा किया।

इस माह तीन शनिवार को केन्द्र वर्ग आयोजित हुआ जिसमें संख्या ३१ रही। इस माह में एक नया संस्कार वर्ग प्रारम्भ हुआ। कुल चार संस्कार वर्ग हुए जिसमें संख्या ६० रही।

Mobile Pathological Laboratory Launching

Vivekananda Kendra Arun Jyoti Arunachal Pradesh launched a Mobile Pathological Laboratory on 23rd November 2019. The launching program was organized at New Chingsa Rang Fraa Mandir, Kharsang of Changlang district. After seeking blessings from Almighty Rang Fraa the priest sprinkled holy water and chanted Rang Fraa Prarthana. The program was attended by the villagers of New Chingsa village. Dr. Vijay Tungar, Consultant Pathologist of Hedgewar Blood Bank, Nagpur, Sri Nokchan Songthing, Tirap Vibhag Pramukh of Vivekananda Kendra Arunachal Prant and Sri Shyamal Chakroborty, Principal, Vivekananda Kendra Vidyalaya, Kharsang were present during the program. Dr. Vijay Tungar explained about the Mobile Pathological Laboratory and its benefits. In the mobile lab 36 various blood tests can be done accurately at a very short time and even printed reports of the result can be generated. This handy laboratory will be very useful especially for the remote villages, where diagnostic facilities are not available. After the meeting, eight blood samples were examined for blood glucose by the Swasthya Seva Team. Reports were given to the patients within 15 minutes.

This is to be mentioned that Dr. Vinay Gowardhan, an octogenarian Doctor from Nagpur donated the device for the needy patients of Arunachal Pradesh. The induction of this laboratory with the latest technology will definitely boost up the existing mobile medical facilities being rendered by Vivekananda Kendra Arun Jyoti in the eastern part of Arunachal Pradesh since last two decades.

मयूर स्कूल में विद्यार्थी व्यक्तित्व विकास कार्यशाला संपन्न

अच्छी आदतें ही श्रेष्ठ स्वभाव का आधार - विवेकानन्द शिला स्मारक के 50वें वर्ष के अवसर पर हुआ आयोजन

बचपन से जिन संस्कारों को मानव अपनी आदतों में ढाल लेता है वही संस्कार उसका स्वभाव बन जाते हैं। अच्छी आदतों को किशोरावस्था में ही अंगीकार कर लिया जाता है तो पूरा जीवन सफल और प्रभावी हो जाता है। जीवन में प्रोएक्टिव होना अर्थात पहल करना। जब हम अंतिम लक्ष्य को दृष्टिगत रखते हुए कार्य करना सीखने लगते हैं तो  कार्य की समझ, दूसरों के दृष्टिकोण का अनुभव तथा समूह में मिलकर कार्य करने जैसे गुण स्वमेव ही विकसित होने लगते है। स्वामी विवेकानन्द ने इसी को मनुष्य में छिपे हुए देवत्व के प्रगटीकरण का मार्ग बताया है। उक्त विचार विवेकानन्द केन्द्र के जीवनव्रती कार्यकर्ता दीपक खैरे ने विवेकानन्द शिला स्मारक के 50 वें वर्ष के अवसर पर मयूर स्कूल में आयोजित विद्यार्थी संपर्क कार्यशाला के दौरान व्यक्त किए। नगर प्रमुख अखिल शर्मा ने बताया कि विद्यालय के प्राचार्य अधिराज सिंह से भेंट कर विवेकानन्द केन्द्र के संस्थापक एकनाथ रानडे के जीवन एवं शिला स्मारक की विजयगाथा के बारे में भी बताया गया। विवेकानन्द केन्द्र के रविन्द्र जैन, कुसुम गौतम, बीना रानी, अंकुर प्रजापति, कुलदीप कुमावत तथा मयूर स्कूल से सिंधु चतुर्वेदी, रसल एन्थोनी, शीलू रामचंदानी तथा करूणा टण्डन का सहयोग रहा।

एचएमटी में जीवन कार्य संतुलन पर व्याख्यान का आयोजन

दिन के सफल नियोजन से ही सफल जीवन संभव - विवेकानन्द केन्द्र कर रहा है संपर्क कार्यक्रम में योग द्वारा जनजागरण

जीवन में सफलता अर्जित करने के लिए प्रत्येक पल महत्वपूर्ण है। समय के पूर्ण नियोजन से ही सबकुछ प्राप्त हो सकता है। विवेकानन्द केन्द्र के संस्थापक एकनाथ रानडे के जीवन को देखते हुए जब हम नियोजन की बात करते हैं तो यह नियोजन इस रूप में हो कि जैसे हम कभी मरने वाले ही नहीं है किंतु जब इस पर क्रियान्वयन की बात आए तब ऐसा भाव हो कि हमारे पास केवल एक ही दिन है और वह है आज। प्रत्येक घंटे के अंतराल पर नियोजन का पुनरावलोकन भी बहुत आवश्यक है। स्वामी विवेकानन्द कहते हैं कि प्रत्येक व्यक्ति की क्षमता असीमित होती है लेकिन उसे पहचानना कठिन होता है। अपनी क्षमताओं की तुलना जब दूसरों होने लगती है तब हम कमजोर हो जाते हैं जबकि यह बात वैज्ञानिक रूप से सिद्ध हो चुकी है कि कठिनतम परिस्थितियों में भी व्यक्ति अपनी विलक्षण क्षमताओं का परिचय देता है किंतु यदि हम मुसीबत से घबरा जाते हैं तब वह क्षमता भी विलुप्त हो जाती है। जीवन की श्रेष्ठता के लिए कुछ बातों को अपनाना अत्यंत महत्वपूर्ण है जिन में सर्वप्रथम प्रातःकाल उठकर योग प्राणायाम इत्यादि करना तथा उसके बाद अपने स्वयं को अपडेट करना। जीवन में निरंतर संवाद चलता रहना चाहिए जिससे हम अपने व्यक्तित्व के विभिन्न आयामों का प्रगटन कर सकें। उक्त विचार विवेकानंद केंद्र के जीवनव्रती कार्यकर्ता दीपक खैरे ने हिंदुस्तान मशीन टूल्स के प्रशिक्षण कार्यक्रम में जीवन कार्य संतुलन विषय पर प्रकट किए। वे विवेकानंद केंद्र कन्याकुमारी के शिला स्मारक के 50 वर्ष के अवसर केन्द्र की अजमेर शाखा द्वारा आयोजित  संपर्क कार्यक्रम के तहत अपना संबोधन दे रहे थे।
कार्यक्रम की अध्यक्षता एचएमटी के जनरल मैनेजर श्री नवीन जी गोखरू ने की। उन्होंने विवेकानंद केंद्र द्वारा किए जा रहे कार्य की आवश्यकता तथा स्वामी विवेकानंद की शिक्षाओं के समाज में प्रचार और उनसे युवाओं को प्राप्त प्रेरणा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने हेतु इंगित किया। नगर प्रमुख अखिल शर्मा ने विवेकानंद केंद्र द्वारा किए जा रहे कार्यों की संक्षिप्त प्रतिवेदन प्रस्तुत किया। इस अवसर पर विभाग संपर्क प्रमुख रविंद्र कुमार जैन, युवा प्रमुख अंकुर प्रजापति तथा कार्यालय प्रमुख कुलदीप कुमावत भी उपस्थित थे।

PDHH workshop for MSW students in Dibrugarh University

In "Centre for Social Work Studies" of Dibrugarh University for MSW Students,  "Pariksha De Hanste Hanste" Yoga & Stress Management Type Workshop was conducted on 29th October to 2nd November 2019.
28 students actively participated in the workshop. In last Day of Workshop Certificate Distribution Type program was held by leading through their Faculty named Prof. Monuj Dutta and on behalf of Vivekananda Kendra Following Karyakartas were present during 5 days Workshop-Sri Santanu Deb (Vibhag Pramukh Tinsukia- Dibrugarh), Sri Rahul Das (Vyavatha Pramukh Dibrugarh), Ram Kripal (Aanandalaya Sangathak Dibrugarh) & other member of Yoga Team.

Maharashtra Prant Activities – July to Oct 2019

1. International Yoga Day: Held at 148 places, participants 28612. Lectures, Demonstrations, discussions, Training on Yoga. MSRT Camp was held in Chinchwad, near Pune.

2. College Students get-together was held on 2 July in Belgavi. Subjects like Time Management, Man-making for Nattion-buliding, Social Service were discussed for inspiring the youth.

3. Compilation of articles written by Hon. Parameshwaranji, Heartbeats of Hindu Nation was translated in Marathi as हिंदू राष्ट्राची हृदय स्पंदने (Hindu Rashtrachi Hriday Spandane). Set of three books was published on 4 July in Nagapur  and on 24 July in Pune.

4. Samarth Workshop for teachers was held on 6 and 7 July. Theme – Samarth Shikshak, Samarth Bharat. Subjects like Oneness of Universe, Power of Words, Circle of concern v/s. circle of influence, Teacher as Nation builder, Daily five Yajnas were covered.

5. Gurupaurnima Utsav programmes were held at 47 places with 1525 participants. Knowing and accepting Dayitava was main theme. Senior Karyakartas guided Karyakartas on this subject and they took their Dayitva before Onkar.

6. 56 persons from Maharashtra attended Spiritual Retreat in Kanyakumari in August 2019.

7. Universal Brotherhood Day: Held at 12 places. Participants 3000. Prominent lectures: ‘Need for Ideal Thinking and Lifestyle’ by Shri. Nilesh More at Wardha, ‘Jagadguru Bharat’ by Shri. Siddharam Patil at Ngapur, ‘Swami Vivekanada’s Universal Brotherhood’ by Shraddha Vyas at Pune.

8. Personality Development Workshop was held on 22 September at Wardha. 52 Students attended. Through Games, Action Songs, Group Discussions, Video clip on VRM, Pranayam students were guided for Personality development.

9. On the occasion of Deepawali, workshop for preparing decorative lamps (Akashakandil) was held in Prashikshan va Seva Prakalp, Pimlplad (near Nashik). 51 resident students from Vivekashram participated and prepared lamps using eco-friendly materials such as paper, cloth, wood.

10. As a yearly activity, during Deepawali, Nashik Branch collected sweets and other Deepawali eatables, clothes from society and distributed in 30 tribal villages adopted by Prashikshan va Seva Prakalp, Pimlplad (near Nashik). This is 31st year of this activity.

11. Youth Competitions (भारतीय संस्कृती परीक्षा): Examination held Swami Vivekananda’s Biography book (युगनायक). 4500 college students appeared. 10 one-day local camps held. 800 students participated. Prant level 3-day camp planned in December 400 students expected.

12. Ek Bharat Vijayee Bharat: Started with Sampark with Chief Minister and Governor. 2000 Sampark so far.

Free Cataract Surgery Camp at Chapakhowa

Vivekananda Kendra Kanyakumari, in association with District Blindness Control Society, Tinsukia conducted one Free Cataract Surgery Camp at First Referral Unit, Chapakhowa, Assam on 30th October 2019. Dr. G.S. Gogoi, Ophthalmologist of Tinsukia Civil Hospital and his OT team, rendered their valuable services during the camp. 26 elderly and needy patients of the nearby villages were successfully operated during the camp. The surgery camp was supported by India Development and Relife Fund,USA.
This is to be mentioned that this is the fourth such camp in this financial year and we operated a total 96 patients successfully. We have a target of 200 surgeries by March 2020.