"समर्थ भारत पर्व" के उपलक्ष्य में असम के आनंदालय प्रकल्प के अंतर्गत विभिन्न चाय बागानों में "भजन संध्या एवं स्वामी विवेकानन्द जयन्ती" कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जैसा कि हमे ज्ञात है कि शिक्षा, स्वास्थ्य एवं संस्कृति के क्षेत्र में 2004 से असम में सेवारत विवेकानन्द केन्द्र का 'आनंदालय' प्रकल्प चाय बागानों एवं ग्रामीण बस्तियों में निवास कर रहें विभिन्न जनजातियों के सर्वागींण विकास के लिए संचालित किया जाता है। आनंदालय में बच्चें कहानी, खेल-कूद, गीत, पाठ-दान के बाद शाम को पुनः अपने अभिभावकों के साथ भजन संध्या के लिए एक साथ इस विशिष्ट पर्व की अवधि में उपस्थित हुयें। 25 दिसंबर 2019 से 12जनवरी 2020 तक ग्राम समिति सदस्य, बच्चों के अलग-अलग दिन करते हुए महिला सदस्यों के विशेष योगदान से भजन संध्या के माध्यम से अमृत सुरभि का भी कार्यक्रम किया गया। ॐ कार की छवि, दान में प्राप्त अन्न एवं दीपक के सम्मुख व्यवस्थित रूप से उपस्थित होकर गुरु, गणेश, शिव, देवी, राम, कृष्ण, मिश्र & जनजातीय गीत बच्चों, आचार्यो और अभिभावकों के द्वारा गाया गया तथा अंत में स्वामीजी द्वारा किया गया अद्भुत ध्यान & भारतवर्ष की सामर्थ्यता व गौरवशाली गाथा का वर्णन कोई एक जन द्वारा किया गया। 12 जनवरी को विवेकानन्द जयन्ती के दिन प्रायः सभी आनंदालयों में "भारत माता पूजन" कार्यक्रम किया गया। जिसमें अखण्ड भारतवर्ष की भौगोलिक मानचित्र बनाते हुए दीपक रखकर पूजा अर्चना करते हुए राष्ट्र रक्षा का संकल्प लिया गया। वीर महापुरुष की जीवनी प्रसंग एवं भारतमाता की आरती के उपरांत जयघोष लगाया गया। कार्यक्रम की ऐसी ही कार्यसूची (रुपरेखा) प्रायः सभी जगह समान रही। निम्नलिखित स्थानों पर कार्यक्रम आयोजित किएँ गयें-
1) खनिकर,मौमारी,बकपरा, बोकुल (डिब्रूगढ़)
2) दुलियाबाम, (खोवांग)
3) हिंगरिजान चाय बागान, पोथालिबाम, गोजाली, सावरा लाइन (मोरान)
4) गोजापारा, (गोआलपारा)
5) रंगाजान, (गोलाघाट)
6) मोरियानी, (जोरहाट)
1) खनिकर,मौमारी,बकपरा, बोकुल (डिब्रूगढ़)
2) दुलियाबाम, (खोवांग)
3) हिंगरिजान चाय बागान, पोथालिबाम, गोजाली, सावरा लाइन (मोरान)
4) गोजापारा, (गोआलपारा)
5) रंगाजान, (गोलाघाट)
6) मोरियानी, (जोरहाट)
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