Wednesday, January 22, 2020

विवेकानंद केंद्र अजमेर में मैदानी खेल कार्यशाला का आयोजन

आज बच्चों में मोबाइल टीवी और सोशल मीडिया के प्रति इतनी सक्रियता हो चुकी है कि उन्हें बाहर के मैदानी खेल खेलने में रुचि ही नहीं बची जिससे बच्चों का सर्वांगीण विकास नहीं हो पाता है। बच्चों को कम से कम दो घंटा मैदानी खेल अवश्य खेलने चाहिए क्योंकि इससे हमारा शरीर एवं मन तरोताजा बनता है जिससे हमारे मस्तिष्क की क्षमता जैसे एकाग्रता, स्मरणशक्ति आदि का विकास होता है। आज यदि हमें कैंसर जैसी बीमारियों से बचना है तो मोबाइल के रेडिएशन से दूर रहना होगा और स्वामी विवेकानंद के विचारों का अनुसरण करते हुए अपने जीवन को उन्नत और श्रेष्ठ बनाने की दिशा में काम करना होगा। उक्त विचार पार्षद कीर्ति हाड़ा ने अध्यात्म प्रेरित सेवा संगठन विवेकानंद केंद्र कन्याकुमारी शाखा अजमेर द्वारा पांच दिवसीय आउटडोर विण्टर कैंप के समापन समारोह में धौला भाटा स्थित महाराणा प्रताप सामुदायिक भवन में व्यक्त किए। केन्द्र के युवा प्रमुख अंकुर प्रजापति के अनुसार इस पांच दिवसीय कैंप में बच्चों को आदर्श दिनचर्या, पर्यावरण संरक्षण, संतुलित आहार और श्रेष्ठ जीवन तथा एक भारत विजयी भारत की संकल्पना क्रमशः अखिल शर्मा, शुभ्रा यादव, रजनी यादव ने ली। कार्यालय प्रमुख कुलदीप कुमावत ने बताया कि बच्चों को सूर्यनमस्कार एवं आसनों के अतिरिक्त विभिन्न खेल जैसे मगरमच्छ दौड़, किसान लोमड़ी, सुरंग दौड़, चरण स्पर्श आदि  खिलाए गए। इस संपूर्ण कैंप के दौरान कैलाश, राकेश, समृद्धि शर्मा का सहयोग रहा। कैंप में 35 बच्चों ने सहभागिता की।

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