विवेकानंद केंद्र कन्याकुमारी शाखा अजमेर द्वारा विश्वबन्धुत्व दिवस की
पूर्वसंध्या पर सूचना केन्द्रअजमेर में कार्यक्रम आयोजित किया गया। मुख्या
वक्ता श्री पुरुषोत्तम परांजपे, संस्कृति विचारक व श्री भंवर देथा,
प्राचार्य जेल प्रशिक्षण संस्थान के मुख्या आतित्थ्य में किया गया।
स्वागत भाषण में श्री अविनाश शर्मा विश्वबन्धुत्व दिवस की महत्ता व
स्वामीजी की अमेरिकायात्रा के बारे में बताया। देश हमें देता हैं
सबकुछ.....हम भी तो कुछ देना सीखें गीत एवं विवेक वाणी मधुर स्वर में
प्रस्तुत की गयी। मुख्या वक्ता के रूप में बोलते हुए श्री पुरुषोत्तम
परांजपे ने कहा की,"विश्व को शांति का मार्ग भारत ही दिखा सकता है।
स्वामीजी ने शिकागो में दिए गए भाषण के अंशो को बताते हुए कहा की केवल
स्वामीजी के संबोधन से ही सम्पूर्ण अमेरिका वासियों में अपनत्व का भाव
निर्माण हो गया. भारत की संस्कृति, साहित्य की महत्ता, वर्तमान में
विश्वबन्धुत्व की भावना प्रासंगिक है। नगर प्रमुख महेश शर्मा ने केंद्र
परिचय प्रस्तुत किया। मुख्या अतिथि के रूप में बोलते हुए भँवर देथा ने कहा
कि विश्वबन्धुत्व की भावना विश्व का कल्याण कर सकती है. हमें आपस में
जुड़ना हैं, उन्होंने आह्वान किया की, देश को भौतिकता से आध्यात्मिकता की और
आना होगा। अध्यक्षीय उदबोधन में सु श्री प्रांजलि दीदी ने हमें भी
विवेकानन्द बनने हेतु कहा। अन्त में अखिल शर्मा ने आभार व्यक्त किया।
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