विश्व बंधुत्व दिवस के उपलक्ष्य में विवेकानन्द केन्द्र कन्याकुमारी , शाखा - रायपुर द्वारा दिनांक 13 सितम्बर को युवा विमर्श आयोजित किया गया जिसका विषय था " है भारत ! उठो ! जागो !!" इस कार्यक्रम में मुख्य अथिथि के रूप में सहकार एवं संस्कृति मंत्री माननीय दयालदास बघेल , तथा मुख्य वक्ता के रूप में सेवानिवृत्त मेजर जनरल जी .डी .बक्शी विशेष रूप से उपस्थित रहे।
कार्यक्रम का प्रारंभ तीन ओमकार तथा प्रार्थना से हुआ , अतिथियों द्वारा दीप प्रज्ज्वलन के पश्चात् केन्द्र द्वारा प्रकाशित पुस्तक "तेजस्वी युवा " का विमोचन किया गया। इसी पुस्तक पर सम्पूर्ण छत्तीसगढ़ प्रांत में उठो ! जागो !! युवा प्रेरणा '' प्रतियोगिता का आयोजन किया जाएगा।
इस कार्यक्रम में केन्द्र के सह नगर प्रमुख श्री सुयश जी शुक्ला द्वारा केन्द्र का परिचय तथा कार्यक्रम की रूप रेखा दी गयी।
मुख्य अतिथि माननीय दयाल दास बघेल जी ने कहा कि ''भारत के युवाओं में अपार क्षमता है , भारत से निकला हुआ चिर युवा स्वामी विवेकानन्द ने अकेले विश्व धर्म महा सभा में अमेरिका जाकर अपने भाषण से तहलका मचा दिया , वे रातों -रात पूरी दुनिया में मशहूर हो गये। स्वामीजी ने मानवता के लिए बहुत कुछ किया, अगर इस सभा में उपस्थित युवा स्वामीजी के आदर्शों में चलने की थोड़ी भी कोशिश करेंगे तो छत्तीसगढ़ स्वर्ग बन जाएगा" ।
गीत एवं स्वदेश मन्त्र में पश्चात् मुख्य वक्ता सेवानिवृत्त मेजर जनरल जी .डी . बक्शी का उद्बोधन रहा उन्होंने अपने अनुभव में कहा - "साल 1971वमे जब लड़ाई का माहोल बना तो एक महिना पहले हमको बोला गया कि तैयार रहना जंग होनी तय है। मैं उस वक्त 20 साल का था। हम सीधे ट्रेन में बैठे और सिलीगुड़ी में उतरे। अपनी सर्विस की पहली रात मैंने युद्ध में बिताई।
महज 16 दिन में हमारी फौज ने पाकिस्तान के दो टुकड़े कर दिये। तब जो ईस्ट पाकिस्तान था वो आज का बांग्लादेश है। हमारी फौज सिलीगुड़ी , कलकत्ता और अगरतला की ओर से आगे बढ़ी और दुश्मन को हराकर ही हमने दम लिया। ढाका में बैठे लेफ्टिनेंट जनरल अमीर अहमद अब्दुल्ला खान ने बड़ी धमकी दी थी की 1 हजार साल तक हिन्दुस्तान की फौज हमें नहीं हिला पाएगी , हमे छू नही पाएगी। 1 हजार साल तो छोडिये हमने महज 16 दिन में उन्हें धुल चटा दी।"'
उन्होंने कहा " हमारी पीढ़ी ने पाकिस्तान के दो टुकड़े कर दिये और अगर पाक नहीं सुधरा तो आज की युवा पीढ़ी आने वाले दिनों में पाकिस्तान के चार टुकड़े करने में सक्षम है।" तत्पश्चात मेजर जनरल जी .डी . बक्शी जी द्वारा युवाओं के प्रश्नों का समाधान किया गया। अंत में नगर संचालक श्री माव जी भाई पटेल द्वारा धन्यवाद ज्ञापन दिया गया तथा शन्ति मन्त्र एवं वन्देमातरम गायन के साथ समापन किया गया।
कार्यक्रम का प्रारंभ तीन ओमकार तथा प्रार्थना से हुआ , अतिथियों द्वारा दीप प्रज्ज्वलन के पश्चात् केन्द्र द्वारा प्रकाशित पुस्तक "तेजस्वी युवा " का विमोचन किया गया। इसी पुस्तक पर सम्पूर्ण छत्तीसगढ़ प्रांत में उठो ! जागो !! युवा प्रेरणा '' प्रतियोगिता का आयोजन किया जाएगा।
इस कार्यक्रम में केन्द्र के सह नगर प्रमुख श्री सुयश जी शुक्ला द्वारा केन्द्र का परिचय तथा कार्यक्रम की रूप रेखा दी गयी।
मुख्य अतिथि माननीय दयाल दास बघेल जी ने कहा कि ''भारत के युवाओं में अपार क्षमता है , भारत से निकला हुआ चिर युवा स्वामी विवेकानन्द ने अकेले विश्व धर्म महा सभा में अमेरिका जाकर अपने भाषण से तहलका मचा दिया , वे रातों -रात पूरी दुनिया में मशहूर हो गये। स्वामीजी ने मानवता के लिए बहुत कुछ किया, अगर इस सभा में उपस्थित युवा स्वामीजी के आदर्शों में चलने की थोड़ी भी कोशिश करेंगे तो छत्तीसगढ़ स्वर्ग बन जाएगा" ।
गीत एवं स्वदेश मन्त्र में पश्चात् मुख्य वक्ता सेवानिवृत्त मेजर जनरल जी .डी . बक्शी का उद्बोधन रहा उन्होंने अपने अनुभव में कहा - "साल 1971वमे जब लड़ाई का माहोल बना तो एक महिना पहले हमको बोला गया कि तैयार रहना जंग होनी तय है। मैं उस वक्त 20 साल का था। हम सीधे ट्रेन में बैठे और सिलीगुड़ी में उतरे। अपनी सर्विस की पहली रात मैंने युद्ध में बिताई।
महज 16 दिन में हमारी फौज ने पाकिस्तान के दो टुकड़े कर दिये। तब जो ईस्ट पाकिस्तान था वो आज का बांग्लादेश है। हमारी फौज सिलीगुड़ी , कलकत्ता और अगरतला की ओर से आगे बढ़ी और दुश्मन को हराकर ही हमने दम लिया। ढाका में बैठे लेफ्टिनेंट जनरल अमीर अहमद अब्दुल्ला खान ने बड़ी धमकी दी थी की 1 हजार साल तक हिन्दुस्तान की फौज हमें नहीं हिला पाएगी , हमे छू नही पाएगी। 1 हजार साल तो छोडिये हमने महज 16 दिन में उन्हें धुल चटा दी।"'
उन्होंने कहा " हमारी पीढ़ी ने पाकिस्तान के दो टुकड़े कर दिये और अगर पाक नहीं सुधरा तो आज की युवा पीढ़ी आने वाले दिनों में पाकिस्तान के चार टुकड़े करने में सक्षम है।" तत्पश्चात मेजर जनरल जी .डी . बक्शी जी द्वारा युवाओं के प्रश्नों का समाधान किया गया। अंत में नगर संचालक श्री माव जी भाई पटेल द्वारा धन्यवाद ज्ञापन दिया गया तथा शन्ति मन्त्र एवं वन्देमातरम गायन के साथ समापन किया गया।
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