विवेकानंद केंद्र कन्याकुमारी, शाखा -रायपुर द्वारा गीता जयंती के उपलक्ष्य में फुटबॉल प्रतियोगिता का आयोजन किया गया l इस प्रतियोगिता में तीन टीमों ने भाग लिया, साथ ही प्रत्येक टीम द्वारा भगवत गीता का श्लोक अर्थ सहित प्रस्तुत किया गया, इसके पश्चात स्वामी triyambakananda जी का मार्गदर्शन हुआ उन्होंने कहा स्वामी विवेकानंद के विचारों को लेते हुए सर्वप्रथम हमारे युवकों को बलवान बनना होगा। शरीर में तेजस्वी रक्त होने पर ही तुम श्री कृष्ण की महान शक्ति और प्रतिभा को अच्छी तरह समझ सकोगे जिस समय तुम्हें अपने पौरुष का भान होगा उस समय तुम उपनिषद और आत्मा की महिमा को भली-भांति समझ सकोगे हम बहुत सी बातें तोते के समान बोलते हैं, उसके अनुसार आचरण नहीं करते निरर्थक बातें करना हमारी आदत हो गई है, इसका कारण है शारीरिक दुर्बलता । इस प्रकार दुर्बल मस्तिष्क कुछ नहीं कर सकता हमें अपने मस्तिष्क को बलवान बनाना होगा हमें खून में तेज और स्नायुओं में बल की आवश्यकता है, लोहे की भुजाएं और फ़ौलाद का शरीर चाहिए न कि दुर्बलता लाने वाले निरर्थक विचार। इस प्रतियोगिता में बच्चो द्वारा भगवत गीता का श्लोक अर्थ सहित बताया गया। इसी आधार पर उन्हें प्रथम , द्वितीय, तृतीय पुरस्कार दिए गए। इस कार्यक्रम में विवेकानंद केंद्र के नगर संचालक श्री मावजी भाई पटेल तथा अन्य सभी कार्यकर्ता उपस्थित थेI
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