विवेकानंद केंद्र कन्याकुमारी, शाखा –रायपुर द्वारा गीता जयंती के उपलक्ष्य में परिवार मिलन का कार्यक्रम रखा गया।
इस कार्यक्रम में संस्कार वर्ग के बच्चों द्वारा दैनिक जीवन में गीता का
हिंदी में प्रस्तुतीकरण हुआ। तथा कर्मयोग श्लोक संग्रह का पठन किया गया।
केंद्र की व्यवस्था प्रमुख श्रीमती अल्पना मोहदिवाले द्वारा मेसेज पास खेल
खिलाया गया। एवं विजेता टीम को पुरुस्कार रूप में पुस्तक भेंट की गयी। इस
कार्यक्रम में मुख्या वक्ता के रूप में पंडित संतोष जी महाराज का विशेष
मार्गदर्शन रहा , उन्होंने कहा कि गीता के माध्यम से हममे त्याग की भावना
आती है अतः हम आसक्ति रहित होकर कर्म करे जिस तरह से कीचड़ में कमल रहते हुए
भी कीचड़ उस पर नही लगता उसी तरह संसार में कमल की भांति हम भी रहे।
उन्होंने कहा की जब मनुष्य की कामना की पूर्ति नही होती तो व्यक्ति क्रोधित
होता है एवं पतन की और गिरता है। हम सभी पर दया का भाव रखे किन्तु मोह
बिलकुल न करे । अंत में उन्होंने कहा की अगर हम धर्म की रक्षा करेंगे तो
धर्म हमारी रक्षा करेगा। कार्यक्रम का समापन शांति मन्त्र एवं केंद्र
प्रार्थना के साथ किया गया।
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