इंदौर , तारीख 9 दिसम्बर शुक्रवार को विवेकानंद केंद्र इंदौर द्वारा
युवा विमर्श का कार्यक्रम तीन जगह (जाल सभाग्रह, आई. आई. इदौर डिपार्टमेंट
ऑफ़ सोशियोलॉजी एवं एम.जी.एम. मेडिकल कॉलेज, इंदौर) आयोजीत किया गया। इस
विमर्श में श्री तुफैल अहमद जी मुख्य वक्ता थे उन्होंने “भारत में धर्म
निरपेक्षता एवं अल्पसंख्यक”, "सेकुलरिज्म – इश्यूज एंड चलेंजेस",
"राष्ट्रियता" ऐसे विषय पर अपना व्याख्यान दिया। श्री तुफैल अहमद भारतीय
मूल के ब्रिटिश पत्रकार है और OPEN SOURCE INSTITUTE NEW DELHI के
EXCECUTIVE DIRECTOR है।
धर्म निरपेक्षता एवं अल्पसंख्यक के अपने विषय पर श्री तुफैल अहमद ने
अल्पसंख्यको पर अपने गहन विचारो को प्रकट किया एवं आज भारत के समाज में
धर्मनिरपेक्षता को किस प्रकार राजनैतिक हितो के लिए उपयोग किया जाता है ,इस
पर अपने विचार रखे।
उन्होंने बताया की "लोकतंत्र की यह खूबसूरती है की इसने एक नया प्रबुद्ध
वर्ग पैदा किया, जो की वर्तमान मतदाता है जो फैसला लेता है और देश की
सियासत बदलने की छोटी ही सही लेकी कोशीश करता है। १९४७ में जो हुआ सो हुआ
लेकिन उसके बाद भी बटवारा थमा नहीं । कुछ लोग अपने निजी स्वार्थ के लिये
धर्म निरपेक्षता का इस्तमाल सत्ता पाने के लिए करते है। मेडिकल कॉलेज,
इंदौर में श्री तुफैल अहमद ने प्राध्यापक एवं विद्यार्थिओं को चिकित्सा
क्षेत्र में पूरी ईमानदारी से कम करने के लिए प्रोत्साहित किया। चिकित्सा
क्षेत्र को मिशन मानते हुए पुरे ईमानदारी से कार्य करते है तो यह सबसे बड़ी
राष्ट्र सेवा होगी।
कार्यक्रम में विवेकानंद केंद्र के प्रान्त संचालक (मध्य प्रान्त
)मा.श्री मनोहर देव जी भी उपस्तिथ थे।| समाज के विभिन्न वर्गों से पधारे
वरिष्ठजनो के साथ-साथ महाविध्यलायीं छात्र छात्राए भी बड़ी संख्या में
उपस्तिथ थे ।
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