![](https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEhOSgQKdAYowEezGqXhdTVuvlUwSul4S2d7Il26ZjbfYYQWNKlfUmGBDXwmSnzqT0Bh0Mph3qlhgtwjXMeD5A-vkbs2PDULj3bItjygbh0Egz4d34VBsw9Y0jB1u_c28DpWew7FUcMqqAzA/s200/18560843511_47b22aa900_n.jpg)
शिविर मे बच्चो को व्यक्तित्व विकास के सभी आयामो से परिचित कराया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि श्री के . के. बंसल ने कहा की बच्चो एवं युवाओ को अपने जीवन का लक्ष्य निर्धारित करके माता-पिता तथा गुरुजनों का सम्मान का करते हुवे जीवन जीना चाहिए। श्री बंसल ने अपने विद्यार्थी जीवन के समय का उदाहरण भी बताया।
मुख्य वक्ता श्री डी. एन. लाल ने जीवन मे मेहनत से पढ़ाई करेके देश एवं राष्ट्र की सेवा करने का संदेश दिया। ओ.एन. जी. के इंजिनीयर श्री एस. के. जुतसी ने स्वामी विवेकानंद के जीवन का एकाग्रता का उदाहरण देते हुवे शिविरार्थियों को एकाग्रता के महत्व के विषय मे बताया।श्री जुतसी ने मूल्यपरक जीवन जीने के लिए बच्चो को प्रेरित किया।
विवेकानंद केंद्र के संगठक अश्वनी ने योग, सूर्यनमस्कर समूह चर्चा के माध्यम से शारीरिक, मानसिक, बौद्धिक विकास का पकेज दिया। श्री अश्वनी ने कहा कि बच्चे ही इस देश का भविष्य है जिनके योगदान से आगे चलकर हमारा देश उन्नति करेगा . कार्यक्रम मे शिविरर्थियों के माता- पिता एवं स्थानीय निवासी भी सम्मिलित थे। यह कार्यक्रम तीन दिन तक प्रतिदिन 6बजे से 9बजे तक प्रातः चलेगा।
No comments:
Post a Comment