११ सितंबर १८९३, भारतिय इतिहास का वो स्वर्णिम दिन है जिस दिन स्वामी विवेकानन्दजी ने शिकागो में विश्व बन्धुत्व पर एेतिहासिक भाषण दिया था। यह दिवस पूरे देश में "विश्व बन्धुत्व दिवस" के रुप में मानाया जाता है।
विवेकानन्द केन्द्र शिमला, भाषा एवं संस्कृति विभाग हि. प्र. के साथ मिलकर उठो व जागो भाषण प्रतियोगिता का दिनांक ११, सितंबर २०१५ को गेयटी थियटर (Multipurpose Hall) शिमला में आयोजन किया। इस प्रतियोगिता के विषय "Yoga way of life”, “Swami Vivekananda and Students”, “Samskrit – our Mother tongue” आदि थे।
भाषण प्रतियोगिता दिनांक ११, सितंबर १५, को प्रात: ९:३० से प्रारंभ होकर १ बजे दोपहर तक चलेगी तदपुरांत दोपहर ३ बजे से ४:३० तक मुख्य कार्यक्रम व पारितोषक वितरण हुआ। जिसमें माननिय आचार्य श्री ए. डी. एन. बाजपेयी, कुलपति, हि प्र विश्व विध्यालय, कार्यक्रम के मुख्य अतिथि रहें। माननिय स्वामी नीलकन्ठान्दजी सेक्रेटरी महाराज, रामकृष्ण मिशन शिमला, कार्यक्रम की अध्यक्षता की। विशेष अतिथि के रुप में विवेकानन्द केन्द्र, शिमला के संचालक श्री तेजरामजी शर्मा थे।
बाजपेयजी ने स्वामी विवेकानन्द को अपने जीवन में उतारने का सुचन किया व स्वमी निलकंठाजी ने स्वमी विवेकानन्द के जीवन के संस्मरण बाताते हुए युवाअों को प्रेरीत किया।
भाषण प्रतियोगीतामें कुल ३५ स्कुलों से ५५ विध्यार्थीयों ने हिस्सा लिया था। प्रतियोगीता २ गणो में विभाजीत थी - ८,९,१० अौर ११,१२। प्रथम तिन विजेता के नाम ईस प्रकार है
उच्चत्तर माध्यमिक -प्रथम - पुरुषार्थ जम्बल - मोनाल पब्लिक स्कुल
द्वितिय - सीमा नेगी - सरस्वती विध्यामंदिर, विकास नगर
तृतिय - मुकेश कुमार - रा व मा वि, टूटु
माध्यमिक - प्रथम - खुश्बु ठाकुर - सरस्वती विध्यामंदिर, विकास नगर
द्वितिय - चारु अगस्ति - डी ए वी,टूटु
तृतिय - सुकन्या ठाकुर - डी ए वी,टूटु
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