आगामी वर्ष स्वामी विवेकानन्द की 150 वीं जयन्ती का महापर्व लेकर आ रहा है। इसअवसर विश्वभर में अनेक उपक्रमों का आयोजन किया जा रहा है। इस उत्सव को अधिक हेतुपूर्ण तथा रोचक बनाने के लिए भारतवर्ष में अनेक सुन्दर कराक्रमों की योजना है। इस श्रंखला की पहली कड़ी अर्थात स्वामी विवेकानन्द सन्देश यात्रा।
स्वामी विवेकानन्द सार्ध शती समारोह समिति और लोकमान्यसांस्कृतिक व क्रीडा मंडल के संयुक्त तत्वावधान में प्रारंभ हुई इस यात्रा की शुरुवात 21 नवम्बर 2012 से हो चुकी है। 18 नवम्बर 2012 को नागपुर से 23 कार्यकर्ता इस यात्रा में सम्मिलित हुए। जिनमें से 12 वर्ष के ओंकार रमण सेनाड, आयु में यह सबसे छोटा कार्यकर्ता तथा 65 वर्षीय श्री बी.एम. अग्रवाल बड़े हैं। बाइक द्वारा निकली इस यात्रा के संयोजक अड. श्री रमण सेनाड तथा श्री आशीष जाधव सह संयोजक हैं। यह यात्रा कन्याकुमारी से प्रारंभ होकर रामेश्वरम, धनुषकोटि, मदुरै, मैसूर, बेंगलुरु, तिरुपति, श्री शैलम, हैदराबाद, आदिलाबाद, यवतमाल तथा वर्धा से होकर 2 दिसम्बर 2012 को नागपुर पहुंचेगी। इस यात्रा के दौरान स्थान-स्थान पर पथनाट्य, व्याख्यान, कथोपकथन तथा देशभक्ति गीतों के माध्यम से स्वामी विवेकानन्दजी के सन्देशों का प्रचार किया जायेगा।
इस यात्रा में सम्मिलित 23 कार्यकर्ता 18 नवम्बर 2012 संघमित्रा एक्सप्रेस द्वारा नागपुर से कन्याकुमारी रवाना हुए। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के दलित आघाडी के महाराष्ट्र प्रदेश अध्यक्ष श्री प्रकाशजी गजभिये ने हरी झंडी दिखाकर इस यात्रा में सम्मिलित कार्यकर्ताओं का यात्रा के लिए शुभकामनाएं दीं। इस अवसर पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, विदर्भ प्रदेश के सहकार्यवाह श्री अतुल मोघे विशेष रूप से उपस्थित थे। सभी सन्देश यात्रियों को स्वामी विवेकानन्द के जीवन चरित्र तथा विचारों पर आधारित पुस्तक भेंट की गई।
विवेकानन्द केंद्र कन्याकुमारी, शाखा- नागपुर के नगर संचालक श्री भरत जोशी, वरिष्ठ कार्यकर्ता श्रीमती अरुणा देशपांडे तथा संघ के नागपुर महानगर कार्यवाह श्री मोहन अग्निहोत्री आदि अनेक कार्यकर्ताओं ने सन्देश यात्रियों को शुभकामनाएं देकर उनका उत्साह बढ़ाया।
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