Wednesday, August 24, 2011

अनावासीय व्यक्तित्व विकास शिविर, हरदा

आत्मविश्वास के बल पर ही मिलती मंजिल


विवेकानन्द केन्द्र कन्याकुमारी, शाखा हरदा द्वारा बच्चों के लिए 24 से 26 जून; 2011 तक तीन दिवसीय अनावासीय व्यक्तित्व विकास शिविर का आयोजन किया गया. जिसमें बच्चों को सूर्यनमस्कार, खेल, गीत, बौद्धिक सत्र, मंथन एवं संस्कृत श्लोकों के माध्यम से भारतीय संस्कृति और स्वामी विवेकानन्द के तेजस्वी विचरों से रूबरू कराया गया.

बौद्धिक सत्र के अंतर्गत शिविर के पहले दिन वक्ता के रूप में श्री हेमंत जी टाले (अध्यक्ष, नगरपालिका हरदा) ने बच्चों को ‘मैं से हम’ विषय पर उदबोधन देते हुए कहा कि शारीरिक, मानसिक और बौद्धिक रूप से परिपक्व जागरूक नागरिक ही बेहतर समाज एवं देश की उन्नति में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता हैं वहीँ शिविर के दूसरे दिन पुलिस विभाग से श्री संतोष कुमार मिश्रा जी ने बच्चों को बताया की आत्मविश्वास, एकाग्रता और समर्पण भाव से लबरेज बालक शून्य से शिखर तक पहुंच जाते हैं. इसलिए हर परिस्थिति में खुद पर विश्वास रखना चाहिए. आत्मविश्वास के बल पर ही कठिन से कठिन मंजिल को प्राप्त किया जा सकती हैं.

शिविर के अंतिम दिन श्री मयंक जी येवलेकर ने विवेकानन्द केन्द्र कन्याकुमारी द्वारा समाज और राष्ट्र के लिए किए जा रहे हैं मनुष्य निर्माण से राष्ट्र पुनरुथान के कार्य से बच्चों को अवगत कराया और विवेकानन्द केन्द्र द्वारा बच्चों के लिए चलाये संस्कार वर्ग में नियमित रूप से शामिल होकर अपने व्यक्तित्व विकास कर देश का अच्छा नागरिक बनने का आव्हान किया. शिविर के समापन पर शिविर में आए सभी अभिभावकों ने ख़ुशी के साथ अपने बच्चों के साथ विदाई लेते हुए विवेकानन्द केन्द्र हरदा का आभार व्यक्त किया.

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