Tuesday, December 19, 2017
Geeta Jayanti Celebration at Kamrup Vibhag
Gita Jayanti Celebration was organised by Vivekananda Kendra Kanyakumari, Kamrup Vibhag on 3rd December at "Geeta Mandir". The program began with three Omkar & mangalacharan followed by "Karmayoga Shlok Sangraha". About 96 karyakartas attended this program. Nayan - a Karyakarta of Aanandalaya project informed about Aanandalaya activities. Sri Dilip Sharma spoke on Gita. Mananeeya Meera Didi, Pranta sangathak discussed on "Gita in every day life".
Activities Update from Mysore
1. Yoga Satra started for class 10th students of J S S High school, Lakshmipuram, Mysore from 29th November. Total 51 students are attending.
2. Bhagavadgita recitation competition was organised on the occasion of Gita Jayanti on 29th November, in which 42 students from 7 schools and 38 parents also participated.
3. Swadhayaya examination conducted for Karyakartas, 12 karyakartas wrote.
Book: Ma. Eknathji- Uttama Manava.
4. Swadhayaya examination conducted for Samskara varga students in which 80 students from 5 samskara varga attended.
Book: Ma. Eknathji- Uttama Manava.
5. Gita Jayanti celebrated in all Samskara vargas- 7 places.
6. Kutumba Probodhan was organised on the occasion of Gita Jayanti. Prof. K Keshavamurthiji, Retd. Principal talked on this occasion.
7. Swadhyaya examination was conducted at Amrita Vidyalayam in which 146 students participated. Smt. Katyayani Didi co-ordinated the examination.
Book: Incidents from the Life of Swami Vivekananda.
8. Swadhyaya examination was conducted at Deepa School, Roopanagar in which 48 students participated. Smt. Geeta Didi co- ordinated the examination.
Book: Swami Vivekananda Jeevana & Sandesha.
9. Swadhyaya examination was conducted at Samskriti Gurukula, Mandya in which 55 students participated. Kum. Sindoora Didi co-ordinated the examination.
Book: Incidents from the Life of Swami Vivekananda.
Talk on Sister Nivedita at VKIC
A talk on Sister Nivedita was organised by Vivekananda Kendra Institute of Culture at Assam Institute of Management on 4th December at 11 A.M. Mananeeya Shraddha Vays Patil from Mumbai delivered the oration which centered on the subject- "Sister Nivedita and Indian Women"
Sixty eight management students along with four karyakartas took part in the event.To spread the message of Swami Vivekananda the book "Vijay Hi Vijay" was given to the students.
Geeta Jayanti Program at VKIC
Gita Jayanti was organised in VKIC on Thursday, November 30 in its own auditorium full to its capacity. Sri Govindramji Sharma from Belda, Haridwar delivered the oration which centered on the subject – What Gita tells about Karmayoga. The elder Gita Pracharak mentioned that although many physical developments were happening all around us, there was no peace. “People are doing Karma, but is that in accordance with what the Gita says?”
The development we see around us has not contributed to the welfare of all. Working for one’s own narrow interest is not Karma yoga. Our saints and visionaries make us learn that one has to go much beyond. They are remembered and worshiped because they worked for the good of others, the welfare of society and the nation. Swami Vivekananda had said, “Expansion is life. Contraction is death,” and we have to abide by this.
Karma yoga also entails that whatever is performed is in tune with Swadharma. Equanimity is one of the greatest of quality that the Gita upholds. The wise person sees no difference among various life forms. The behaviour may vary according to the relationships they have, but they will perceive everyone as equal. From this viewpoint of equanimity they try to work with no attachment and seek to bring in welfare for all.
A VKIC publication on Sister Nivedita – the ardent disciple of Swami Vivekananda – was released on the occasion. The Editor of the book, Dr Mukunda Rajbongshi spoke briefly about the life of the great Indian nationalist who also made significant contributions to girls’ education.
Geeta Jayanti Program at Kadapa Nagar
From 12 Schools More Than 500 Registrations for Bhagavadgita Recitation Competition, STEP CEO Mamatha garu, Ramakrishna Mission Saha Aacharyulu Swami Achintyananda Maharaj, attended as a Chief Guests, Amogha Group M.D Sri Sunkara Sreenivas Sir attended as a Guest Of Honour, Vivekananda Kendra Telugu Pranth Sanghatak Aa.Sujatha Nayak garu, Vivekananda Kendra Rayalaseema Vibhag Pramukh Sri Maruthi Mohan Reddy garu and Other Deligates Sri Byreddy Ramakrishna Reddy garu, Sri Bhaskar Bharadwaj Garu, Sri Siva Kumar Reddy garu, Sri Obulesh garu,Mamatha garu, Jyothirmayee garu, Sri hari degree College Chariveti team, and all Karyakarthas and Nagar Samithi Made this Program Successful and Tried their level best to Promote Srimad Bhagavadgita into People.
भागलपुर में युवा सम्मेलन
विवेकानन्द केन्द्र कन्याकुमारी शाखा-भागलपुर द्वारा दिनाँक 26 nov को सुन्दरवती महिला महाविद्यालय में युवा सम्मेलन का आयोजन किया गया जिसकी कुल उपस्थिति 40 रही | दिनाँक 27 nov को भागलपुर विभाग के नौगछिया जिले के गौरीपुर सत्यदेव महाविद्यालय में युवा सम्मेलन सम्पन्न हुआ जिसकी कुल उपस्थिति 30 रही...! दिनाँक 28 nov को भागलपुर विभाग के मुंगेर केन्द्र द्वारा 2 स्थानों grs कॉलेज मुंगेर और brm कॉलेज में युवा सम्मेलन का आयोजन किया जिसकी कुल उपास्थिति 70 रही....!
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Bihar, India
विवेकानन्द केन्द्र द्वारा एकनाथजी फिल्म का क्रिस्टल पार्क में प्रदर्शन
विवेकानन्द केन्द्र कन्याकुमारी शाखा-भागलपुर द्वारा दिनाँक 26 नवम्बर को सुन्दरवती महिला महाविद्यालय में युवा सम्मेलन का आयोजन किया गया जिसकी कुल उपस्थिति 40 रही | दिनाँक 27 नवम्बर को भागलपुर विभाग के नौगछिया जिले के गौरीपुर सत्यदेव महाविद्यालय में युवा सम्मेलन सम्पन्न हुआ जिसकी कुल उपस्थिति 30 रही...! दिनाँक 28 नवम्बर को भागलपुर विभाग के मुंगेर केन्द्र द्वारा 2 स्थानों GRS कॉलेज मुंगेर और BRM कॉलेज में युवा सम्मेलन का आयोजन किया जिसकी कुल उपास्थिति 70 रही!
किशनगढ़ । आज विभिन्न क्षेत्रों में किए जा रहे सेवा कार्य जहां स्वार्थ पर आधारित हैं वही हिंदू धर्म विश्व में एकमात्र ऐसा माध्यम है जो निस्वार्थ भाव से सेवा करता है तथा जिसका मूलमंत्र ही सर्वे भवन्तु सुखिनः है। स्वामी विवेकानंद ने अमेरिका में वेदांत को बहुत साधारण शब्दों में समझाते हुए कहा था कि नर सेवा ही नारायण सेवा होती है। भारत में रंतिदेव, स्वामी अखंडानंद और ऐसे अनेकों संतों ने अपने जीवन को सेवा के लिए समर्पित कर दिया। एकनाथ जी स्वामी विवेकानंद के हनुमान कहे जाते हैं। एकनाथ जी के जीवन पर आधारित फिल्म केवल मनोरंजन करने का साधन नहीं है अपितु कार्य में जुट जाने की प्रेरणा लेने के संकल्प का माध्यम है। आज किशनगढ़ नगर का यह सौभाग्य है कि जिस नगर ने स्वामी विवेकानंद की चरण धूलि प्राप्त की थी वहीं आज उनके नाम पर बने कन्याकुमारी में शिला स्मारक के निर्माता एकनाथ जी के जीवन का चित्रण यहां किया जा रहा है। स्वामी विवेकानंद युवाओं का आव्हान करते हुए कहते थे कि आगामी 50 वर्षों के लिए यदि समस्त देवी-देवताओं को छोड़ कर केवल भारत मां के स्वरूप की ही पूजा की जाए और उसकी ही वंदना हो तो भारत फिर से विश्वगुरु बन सकता है। एकनाथ जी ने यह सिद्ध कर दिया केवल चित्र की पूजा ना करके श्रेष्ठ चरित्र का अनुसरण एवं आचरण की आज आवश्यकता है। बंकिम चंद्र चटर्जी ने वंदे मातरम गीत में त्वं ही दुर्गा कहते हुए भारत मां के स्वरूप को ही सब कुछ माना है। उक्त विचार राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के क्षेत्र कार्यवाह श्री हनुमान सिंह राठौड़ ने विवेकानंद केंद्र कन्याकुमारी शाखा किशनगढ़ द्वारा आयोजित क्रिस्टल पार्क सिनेमा में एकनाथजी फिल्म के प्रदर्शन के अवसर पर उपस्थित युवाओं को संबोधित करते हुए व्यक्त किए।
इस अवसर पर किशनगढ़ के विधायक श्री भागीरथ चौधरी ने बोलते हुए कहा कि विवेकानंद केंद्र संपूर्ण भारतवर्ष में मनुष्य निर्माण से राष्ट्र पुनरुत्थान के लिए कार्य कर रहा है। किशनगढ़ में विवेकानंद केंद्र का कार्य सराहनीय है और इसे जन-जन तक पहुंचाने की आवश्यकता है। विवेकानन्द केन्द्र की विद्यालय संपर्क प्रमुख मृदुला व्यास ने इस अवसर पर क्रिस्टल पार्क सिनेमा को इस फिल्म हेतु निःशुल्क उपलब्ध कराने के लिए ललित हासानी एवं एवं अजय विशनानी का विशेष आभार व्यक्त किया। संयोजक राजेंद्र सिंह खंगारोत ने बताया कि इस अवसर पर विवेकानंद केंद्र कन्याकुमारी राजस्थान प्रांत के प्रशिक्षण प्रमुख डॉ. स्वतंत्र शर्मा सहित शहर के गणमान्य नागरिक भी उपस्थित थे। कार्यक्रम में मोहन कृष्णानी, लाजवंती भारद्वाज, हेमराज, अंकित सोनी, विष्णु मालाकार सहित केन्द्र के सभी कार्यकर्ताओं ने सहयोग दिया। कार्यक्रम का संचालन दीपाली शर्मा ने किया।
नवम्बर माह की गतिविधि - दिब्रुगढ
साधना दिवस
विवेकानन्द केन्द्र कन्याकुमारी की शाखा-दिब्रुगढ़ केन्द्र कार्यालय में मा० एकनाथजी की जयंती 19 नवम्बर को साधना दिवस के रूप में मनायी गयी। कार्यक्रम की शरुआत तीन ॐकार एवं शांति पाठ से की यी। उसके बाद केन्द्र प्रार्थना के सभी पंक्तियों को क्रमशः पढ़ते हुए उसकी अर्थ सहित व्याख्या की भी गयी। चर्चा में कार्यकर्ताओं ने प्रार्थना के भाव को हृदयंगम करते हुए अपने दायित्व को शरीर का एक अभिन्न अंग मानते हुए उसे पूरी निष्ठा के साथ पालन करने का संकल्प लिया। साथ ही साथ एकनाथजी के उस वाणी को भी स्मरण किया कि हमारा भारतवर्ष में जन्म क्यों हुआ ? हम इस संगठन में क्यों आएँ? अतः हमारे मानव जीवन का कुछ निश्चित ही अद्वितिय उद्देश्य हैं!
कार्यक्रम में नगर व विभाग समिति के सदस्यों के अलावा आनन्दालय तथा VKVए०पी०टी० के सदस्यगण भी उपस्थित रहे । इस प्रकार कुल 30 कार्यकर्ताओं की उपस्थिति में व्याख्यान सत्र का समापन हुआ। उसके पश्चात् भजन संध्या का भी आयोजन किया गया।
मासिक अध्ययन चक्र (एम०टी०एस०)
हर महीने की भाँति इस बार भी एम०टी०एस० का आयोजन केन्द्र कार्यालय में 25 नवम्बर को किया गया। भगिनी निवेदिता के भारतवर्ष के प्रति अतीव योगदान को देखते हुए जैसा कि पिछले माह में तय किया गया था कि आगामी 12 महीने के विमर्ष का विषय भगिनी निवेदिता से संबंधित रखा जाएगा। अतः कार्य क्रम के मुख्य वक्ता डाॅ० महेष्वर हाजरिका जी ने भी विशेषतः भगिनी निवेदिता के बारे में ही व्याख्यान दिया। उन्होंने भगिनी निवेदिता द्वारा स्वामीजी को लिखे पत्रों का स्मरण करवाते हुए यह बात साझा करने का प्रयास किया कि भारतीय संस्कृति को गहनता से समझने के प्रति कितना भगिनी निवेदिता का आग्रह था? भारत में आने पर इतने सारे कष्टों को सहने के बावजूद भी वह अविचलित रहीं तथा स्वामीजी के निर्देषानुसार महिलाओं के उत्थान के लिए हरसंभव योगदान देने में किंचित मात्र भी पीछे नहीं हठी। भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में भी उनका योगदान अवर्णनीय है।
कार्यक्रम में संस्कार वर्ग के 8 बच्चों ने सामूहिकतः ‘चन्दन है इस देश की माटी’ गीत गाकर शोभा बढ़ाया। चर्चा के दरम्यान कार्यक्रम प्रमुख श्री पवन गाड़ोदिया जी ने बताया कि भगिनी निवेदिता के योगदान को अधिकाधिक लोगों तक पहुचाने की जरूरत है। नगर प्रमुख डाॅ० भारती दत्त जी ने भगिनी निवेदिता द्वारा भारत में किए गए कार्यो की विशेष सराहना की। दिब्रुगढ़ व तिनसुकिया के विभाग प्रमुख श्री शान्तनू देब दादा ने धन्यवाद ज्ञापन किया। कार्यक्रम में कुल 40 की संख्या में लोग उपस्थित रहे ।
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Assam, India
One Day Leadership Development Program organised at south kolkata
Vivekananda Kendra Kanyakumari, Paschim Banga Print organised one day Leadership Development Program at Heritage Group of Institutions Campus in South Kolkata on 3rd December 2017. The Leadership Development Program was attended by 45 Participants from Colleges and Universities all across West Bengal and 13 Karyakartas. The Program started with an inaugural lecture by Dr Rajashree Shukla, Professor, Department of Hindi, Calcutta University. The daylong program was from 11.00 a.m. to 4.00 p.m. with included lectures, film shows, sports, yoga followed by lunch and then the concluding lecture was given by Prant Sanghathak Sri Manoj Das.
माननीय एकनाथ जी जयन्ती के उपलक्ष में भागलपुर में कार्यक्रम
विवेकानन्द केन्द्र कन्याकुमारी शाखा भागलपुर द्वारा माननीय एकनाथ जी जयन्ती मारवाड़ी महाविद्यालय के सभागृह में ये कार्यक्रम आयोजित किया गया इस अवसर युवा सम्मेलन का आयोजन भी किया गया कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में प्रान्त बिहार-झारखंड सम्पर्क प्रमुख आ. विजय वर्मा उपस्थित रहे कार्यक्रम की अध्यक्षता राष्ट्रीय सेवा योजना के विश्वविद्यालय प्रभारी दीपो मेहता द्वारा की गई ! आ.विजय वर्मा द्वारा एकनाथ जी के जीवन पर प्रकाश डाला गया औऱ उन्होंने बताया कितनी विपरीत परिस्थिति होने के बाद भी समाज के सहयोग से एक भव्य स्मारक बन कर तैयार हुआ इस स्मारक को वनबाने में मुख्य भूमिका माननीय एकनाथ जी की रही !
कार्यक्रम का संचालन आलोक बजाज (सह नगर प्रमुख) द्वारा किया गया दीपो महेता जी ने बताया कि एकनाथ जीवन का अनुकरण करते हुए कुछ सीखना चाहिए कार्यक्रम नगर के गणमान्य जन भी उपस्थित रहे |
Wednesday, December 6, 2017
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