Saturday, February 18, 2017

संस्कार बिना शिक्षा अधूरी : "बनो और बनाओ" युवा नेतृत्व कार्यशाला सम्पन्न

रायपुर, फरवरी 05 : विवेकानन्द केन्द्र कन्याकुमारी, शाखा रायपुर की ओर से रविवार को युवा नेतृत्व कार्यशाला का आयोजन किया गया। यह कार्यशाला "बनो और बनाओ" इस थीम पर केन्द्रित थी। युवाओं को सम्बोधित करते हुए विवेकानन्द केन्द्र के कार्यकर्ता लखेश्वर चन्द्रवंशी ने कहा कि शिक्षा व संस्कार दोनों ही मनुष्य जीवन का आधार है। संस्कार के बिना शिक्षा अधूरी है। इसलिए समाज में शिक्षा युक्त वातावरण की निर्मिति करनी होगी। चंद्रवंशी ने आगे कहा कि स्वामी विवेकानन्द ने संस्कार के लिए Be and Make (बनो और बनाओ) का सूत्र दिया है। स्वामीजी ने Be and Make कहा है, लेकिन कई बार हम इसे Be than Make समझ लेते हैं। यह ठीक नहीं। बनने और बनाने की प्रक्रिया साथ-साथ होती है। उन्होंने युवाओं से आह्वान किया कि वे नगर के विभिन्न स्थलों पर संगठित होकर संस्कार वर्ग चलाएं जिससे कि बालकों के शारीरिक, मानसिक, बौद्धिक, भावनात्मक और आध्यात्मिक विकास हो सके।

इस कार्यशाला में चपलतावर्धक, तितिक्षावर्धक, बलवर्धक व एकाग्रतावर्धक मैदानी खेल का प्रशिक्षण दिया गया। इस अवसर पर केन्द्र के नगर संगठक बलबीर कुशवाह ने वीर सावरकर व मदनलाल धींगरा के प्रेरक जीवन प्रसंग को कथाकथन के माध्यम से प्रस्तुत किया। आयोजन की सफलता के लिए देवेन्द्र नगर गर्ल्स कॉलेज की प्राध्यापिका डॉ.मनीषा गर्ग तथा स्थानीय कार्यकर्ता प्रेमानन्द साहू, नंदिनी तांडी, देवश्री साहू, अखिलेश नामदेव व नमन शुक्ला ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। कार्यशाला के दौरान केन्द्र के सहनगर रूपेश अवधिया, सहव्यवस्था प्रमुख विष्णु महोबिया, नटवरलाल टाक प्रमुखता से उपस्थित थे।

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