वीके बीओआरएल चिकित्सालय में 36 लोगों ने किया रक्तदान
बीना। यदि हम किसी एक व्यक्ति जो जीवन के लिए संघर्श कर रहा हो उसे जीवन दान दे तो यह एक महान कार्य है। रक्तदान को महादान इसलिए कहा जाता है, क्योंकि रक्त की कुछ मात्रा किसी का जीवन बचा सकती है। चिकित्सालयों में आज भी अनेक सडक हादसों में घायल युवा इसलिए दम तोड देते हैं, क्योंकि समय पर उन्हे रक्त नहीं मिल पाता है। ऐसा ही कुछ उन गर्भवती स्त्रियों के साथ होता है, जिन्हे प्रसव के दौरान रक्त की आवष्यकता के समय रक्त नहीं मिल पाता है। इसलिए रक्तदान एक महान दान है, खासकर युवाओं को इसमें बढचढकर हिस्सा लेना चाहिए।
यह बात राश्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के जिला प्रचारक सत्यनारायण त्रिपाठी ने विवेकानंद जयंती के उपल्क्ष्य में विवेकानंद केन्द्र कन्याकुमारी की बीना षाखा व विवेकानंद केन्द्र बीओआरएल चिकित्सालय के संयुक्त तत्वावधान में 17 जनवरी,
रविवार को आयोजित स्वैच्छिक रक्तदान षिविर में युवा रक्तदाताओं से कही। षिविर में प्रथम रक्तदाता श्रीमती कामना सिंह थी, जिन्होने दूसरी बार रक्तदान किया। वहीं विदिषा के युवा सौरभ मराठे जिन्होने षिविर में आज 26वीं बार रक्तदान किया। इसके अलावा राश्ट्र सेविका समिति की जिला कार्यवाहिका कु. किरण लोधी व उनकी छोटी बहन भारती लोधी ने भी रक्तदान किया। षिविर में बीओआरल के युवा इंजीनियर व अधिकारियों की टीम के अलावा बीना, खिमलासा, खुरई तथा आस-पास के युवाओं ने भी बढचढकर हिस्सा लिया और रक्तदान किया। षिविर में बीओआरएल के सीनियर वाइस प्रसिडेण्ट एस. प्रकाष, जीवन रेखा एनजीओ के संचालक गोल्डी अरोरा, राजेन्द्र दूरवार सहित बडी संख्या में समाजसेवी व गणमान्य नागरिकों ने रक्तदाताओं को हौंसला बढाया। षिविर में कुल 36 युवाओं ने रक्तदान किया।
षिविर सहयोग हेतु जिला चिकित्सालय सागर के रक्तकोश के चिकित्सक डाॅ. श्री विधुआ अपनी टीम सहित आए थे। षिविर में रक्तदान करने वाले सभी रक्तदाताओं को प्रषस्ति पत्र व विवेकानंद केन्द्र के संस्थापक माननीय एकनाथ रानाडे द्वारा लिखी गई स्वामी विवेकानंद के विचारों पर आधारित पुस्तक ‘हे हिन्दू राश्ट्र उतिश्ठत् जाग्रत‘ भेंट की गई|
षिविर में आए सभी रक्तदाताओं को विवेकानंद केन्द्र बीओआरएल चिकित्सालय के चिकित्सा अधीक्षक डाॅ. एस.के. तिवारी ने प्रषस्ति पत्र प्रदान किए। चिकित्सालय के प्रषासनिक अधिकारी गिरीष कुमार पाल, कार्यालय अधीक्षक राहुल उदैनिया, प्रवीण षर्मा, कमल परिहार सहित अन्य केन्द्र कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
प्रेशक&
जाग्रति बुंदेला
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