विवेकानन्द केन्द्र कन्याकुमारी की पटना शाखा द्वारा दिनांक 09 जुलाई को गुरु पूर्णिमा के अवसर पर केंद्र प्रार्थना अभ्यास वर्ग व संस्कार वर्ग के बच्चों द्वारा अपनी माताओं का पाद पूजन किया गया। नगर सह संचालक शिखा सिंह ने बताया की कार्यक्रम को मुख्य अतिथि के रूप में डॉण् वीणा पाण्डेय ने संबोधित करते हुए बताया की माँ ही बालक की प्रथम गुरु होती है। जन्म लेने के बाद बच्चे के मुख से निकलना वाला पहला शब्द माँ होता है द्य माँ से ही वह संसार का परिचय पाता है। माँ जैसे बालक को संस्कार देती है वही संस्कार लेकर बालक बड़ा होता है और चरित्रवान बनता है जिससे समाज और राष्ट्र केलिए एक निधि बनता है । इन मातृपूजन से इन बालकों के मन में माँ के प्रति कर्तव्य का बोध होगा।
कार्यक्रम का सञ्चालन शिवशंकर और स्नेहा ने किया द्य कार्यक्रम का प्रारंभ 3 ओमकार प्रार्थना से सुलेखा ने किया। गीत जूही द्वारा लिया गया द्य उसके पश्चात केंद्र कार्यकर्ताओं द्वारा केंद्र प्रार्थना की प्रत्येक पंक्ति की व्याख्या की गयी। धन्यवाद ज्ञापन देव नरेश दास ने किया द्य कार्यक्रम का समापन शांतिपाठ से हुआ।
कार्यक्रम का सञ्चालन शिवशंकर और स्नेहा ने किया द्य कार्यक्रम का प्रारंभ 3 ओमकार प्रार्थना से सुलेखा ने किया। गीत जूही द्वारा लिया गया द्य उसके पश्चात केंद्र कार्यकर्ताओं द्वारा केंद्र प्रार्थना की प्रत्येक पंक्ति की व्याख्या की गयी। धन्यवाद ज्ञापन देव नरेश दास ने किया द्य कार्यक्रम का समापन शांतिपाठ से हुआ।
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