Friday, January 20, 2017

इंदौर विभाग में विवेकानन्द जयंती एवं पुष्पार्पण कार्यक्रम

इंदौर नगर : विवेकानन्द केंद्र कन्याकुमारी इंदौर नगर द्वारा दिनांक 12 जनवरी से 23 जनवरी तक इंदौर नगर में पुष्पार्पण के ३०० कार्यक्रम का संकल्प किया है ! इंदौर नगर में दिनांक 12 जनवरी को कुल १२० पुष्पार्पण के कार्यक्रम का आयोजन हॉस्पिटल्स, महाविद्यालय, विद्यालय, योग शिविर, हास्य क्लब, आवासीय सोसाइटीज इत्यादी जगह पर कार्क्रम किये गए ! कार्यक्रम में समाज के सामान्य वर्ग ने लगभग ७००० की संख्या में भाग लिया और संकल्प लिया की मेरा प्रत्येक कार्य, कृति और विचार यह राष्ट्र के अनुरूप होगा ! पुष्पार्पण कार्यक्रम में स्वामी विवेकानन्द के जीवन के घटनाक्रम, जयघोष,स्वामी विवेकानन्द चित्र के सामने पुष्पार्पण और अंत में सामुहित संकल्प लेकर कार्यक्रम समाप्त किया गया !

उज्जैन नगर : विवेकानन्द केंद्र कन्याकुमारी उज्जैन नगर द्वारा दिनांक  12जनवरी को  पुष्पार्पण कार्यक्रम का आयोजन किया गया ! कार्यक्रममें मुख्या वक्ता के रूप में परमहंस डॉ अवदेशपुरी महाराज काआशीर्वाद प्राप्त हुआ ! उन्होंने स्वामी विवेकानन्द के कई सारे अनछुए पहलुओं को सभी श्रोतओंके सामने उजागर किया ! कार्यक्रम के मुख्या अतिथि राष्ट्रिय सांदीपनी वेद विद्या प्रतिष्ठान के सचिव देवीप्रसाद त्रिपाठी ने स्वामी विवेकानन्द के जीवन दर्शन को प्रस्तुत किया ! समाज के सामान्य वर्ग ने लगभग 100 की संख्या में भाग लिया और संकल्प लिया की मेरा प्रत्येक कार्य, कृति

और विचार यह राष्ट्र के अनुरूप होगा ! पुष्पार्पण कार्यक्रम में स्वामी विवेकानन्द के जीवन के घटनाक्रम, जयघोष, स्वामी विवेकानन्द चित्र के सामने पुष्पार्पण और अंत में सामुहित संकल्प लेकर कार्यक्रम समाप्त किया गया !

धार  नगर : स्वामी विवेकानन्द के विचारों की प्रासंगिकता सदा बनी रहेगी व वर्त्तमान में विदेशी विचारक श्री स्वामी जी के चिंतन से प्रेरित हो रहे है ! स्वामीजी के जीवन दर्शन से उर्जा प्राप्त कर व्यक्ति अपने आप में बृहद परिवर्तन ला सकता है ! यह उदगार माखनलाल चतुर्वेदी विश्वविद्यालय के कुलाधिसचिव लाजपत आहूजा ने यहाँ विवेकानन्द केंद्र कन्याकुमारी शाखा धार की विवेकानन्द व्याख्यानमाला में व्यक्त किये ! मिलन महल त्रिमूर्ति नगर में आयोजित इस व्याख्यानमाला में उन्होने कहा की इतिहास के अनेक अनछुए प्रसंगों को समझकर भारत की विरासत को समझा जा सकता है तथा स्वयं में परिवर्तन से ही समाज में बदलाव लाया जा सकता है ! कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे प्रसिद्ध लेखक डॉ. मुरलीधर चांदनिवाला ने संबोधित करते हुए कहा की स्वामीजी ने शिकागो धर्म सम्मलेन में जो सनातन संस्कृति का अलख जगाया वो आज भी प्रकाश पुंज बनकर बिखरा हुआ है ! पूरी दुनिया में स्वामीजी के विचार “वसुधैव कुटुम्बकम” की  भावना को बदल देते है ! उन्होंने उपस्थित श्रोताओं से आव्हान भी किया की राष्ट्र व समाज की उन्नति के लिए अधिक से अधिक देने की प्रवृत्ति होनी चाहिए ! नगर में विगत ४५ वर्षों से यह व्याख्यानमाला आयोजित की जा रही है जिसमे अनेक विद्वान् अपनी उपस्थिति दर्ज करा चुके है ! कार्यकर्म में केंद्र के वरिष्ठ सदस्य श्री हरिशचंद्र पाठकजी का सम्मान उनकी सुदीर्घ सेवाओ के लिए अतिथिओं द्वारा किया गया ! साथ ही स्थानीय आनंद हिन्दू अनाथाश्रम, पीपलखेडा की वार्षिक पत्रिका अश्रमवाणी का विमोचन भी इस अवसर पर किया गया ! विमोचन समिति अध्यक्ष श्री उदय वडनेरकर, सचिव श्री सरदार सिंह तंवर व सहसचिव श्री भारत सिंह दसौधि ने करवाया ! पूर्व में स्वस्तिवाचन व प्रार्थना राहुल जाटव ने गाया ! अतिथिओं का स्वागत मा.नगर संचालक श्री सरदार सिंह तंवर व सह संचालक श्री सुरेश राजपूतजी ने किया ! प्रेरक गीत श्री सत्येन्द्र जोशी व श्रीमती श्वेता जोशी ने प्रस्तुत किया ! श्रीमती जोशी के साथ हारमोनि संगत श्री दीपक खळतकर व तबला संगत श्री आशीष पुराणिक ने की ! कार्यक्रम का संचालन विवेकानन्द केंद्र के नगर संपर्क प्रमुख श्री नविन राठोर ने किया तथा आभार इंदौर विभाग प्रमुख श्री नंदन जोशी ने किया ! कार्यक्रम स्थल पर स्वामी विवेकानन्द की जीवन पर आधारित प्रदर्शिनी लगायी गयी थी  साथ ही साहित्य सेवा स्टाल भी लगाया गया था ! कार्यक्रम में  धार नगर ४०० की संख्या में प्रबुद्ध, युवा एवं मातृशक्ति  ने भाग लिया !

खंडवा  नगर : खंडवा नगर विवेकांनद व्यख्यान माला में विश्वभर में भारतीय संकृति का प्रभाव आज भी है यह विचार विवेकानन्द केंद्र के महाराष्ट्र प्रान्त सह संचालक श्री  प्रकाश पाठक ने विवेकानन्द व्याख्यान माला में प्रकट किये ! उन्होंने अपने व्याख्यान में विदेशो के स्कूल कॉलेज स्वामी विवेकानन्द के अनेक पहुओं पर शोध व पी. एच. डी. भी हो रही है ! आज हमें स्वामी विवेकानन्द के सिद्धांतो व आदर्श पर चलने की आवश्यकता है ! स्वामीजी ने शिकागो व्याक्यान में विश्वबंधुत्व की संकल्पना दी ! इसके बाद ही विश्व इस अवधारण पर आगे बडा ! श्री प्रकाशजी ने अपने उद्बोधनमें आगे बतया की मेरा समर्पण मेरे मातृभूमि के प्रति होनी चाहिए ! आज समाज का परिदृश्य बदल रहा है ! हम अपने बच्चों को अच्छी शिक्षा देना और बड़े पदों पर तो पहुचना चाह रहे है लेकिन आज इसमे नैतिकता का और बंधुत्व का अभाव दिखता है ! यह भी समाज के लिए जरुरी है ! उन्होंने संत तुकाराम द्वारा लिखे अर्थ के प्रभाव की चर्चा करते हुए कहा की धर्म, अर्थ, काम और मोक्ष जीवन के हिस्से है ! इसमे अर्थ और काम भी

जीवन से जुडा होना चाहिए ! उन्होंने स्वतंत्रता और समता को भी परिभाषित किया ! कार्यक्रम में खंडवा नगर के ४०० युवा, मातृशक्ति और प्रबुद्ध वर्ग ने भाग लिया !

खंडवा नगर साहित्य सेवा : खंडवा नगर में विवेकानन्द जयंती के अवसर पर 3 दिवसीय दिनांक 12,13,14 जनवरी को विवेकानन्द व्याख्यान माला में साहित्य सेवा स्टाल लगाया गया ! विवेकानन्द व्याख्यान माला में लगभग ५०० की संख्या में खंडवा नगर जन ने भेट दी और साहित्य विक्रय किया !

उज्जैन नगर साहित्य सेवा : उज्जैन नगर में विवेकानन्द जयंती के अवसर पर पुष्पार्पण कार्यक्रम में साहित्य सेवा स्टाल दिनांक 12 जनवरी २०१७ को लगाया गया ! साहित्य सेवा स्टाल पर उज्जैन नगर के कलेक्टर महोदयजी ने भेद देकर साहित्य सेवा स्टाल की गरिमा बढायी  !साहित्य सेवा स्टाल पर लगभग उज्जैन के 100 जन सामान्य लोगों ने भेद दी और साहित्य विक्रय किया !

धार नगर साहित्य सेवा : विवेकानन्द जयंती 12 जनवरी २०१७ के अवसर पर धार नगर में विवेकानन्द केंद्र द्वारा आयोजित कार्यक्रम में साहित्य सेवा का स्टाल लगाया गया ! साहित्य सेवा स्टाल पर धार नगर के २०० जन सामान्य लोगों ने भेट दी और साहित्य विक्रय किया! कार्यक्रम के समाप्ति के बाद विवेकानन्द जयंती व्याख्यान के मुख्या वक्ता श्री लाजपत आहूजाजी ने भी भेट दी !

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