विवेकानंद केंद्र कन्याकुमारी मध्य प्रांत के द्वारा आयोजित प्रांतीय कार्यकर्ता प्रशिक्षण शिविर ऑनलाइन का आज समापन हुआ ।
शिविर में मध्य प्रांत के 123 कार्यकर्ताओं की उपस्थिति रही जिसमें
इंदौर विभाग से 30,
भोपाल विभाग से 39,
ग्वालियर विभाग से 18,
जबलपुर विभाग से 8,
छत्तीसगढ़ विभाग से 21
एवं प्रांत के वरिष्ठ कार्यकर्ता 7 सम्मिलित हुए । इस प्रकार शिविर मैं शिविरार्थियो की कुल संख्या 123 रही ।
प्रातः स्मरण ,योग वर्ग, बौद्धिक सत्र के पश्चात शिविर की संकल्पना आदरणीय श्री सरोज अग्रवाल दीदी के द्वारा रखी गई । शिविर व्रत के पश्चात् मध्य प्रांत संचालक माननीय श्री मनोहर देव जी के आशीर्वचन प्राप्त हुए जिसमें उन्होंने प्रकृति का संतुलन के विषय और हमारा योगदान के ऊपर अपने विचार रखे। तत्पश्चात विवेकानंद केंद्र कन्याकुमारी के राष्ट्रीय महासचिव माननीय श्री भानु दास जी ने कार्यकर्ताओं को संबोधित किया। मैं ही भारत हूं इस विषय को आत्मसात करते हुए अपनी संस्कृति को पहचानना और
उसके अनुरूप कार्य करना अत्यंत महत्वपूर्ण है। प्रत्येक व्यक्ति का योगदान राष्ट्र के लिए आवश्यक है ऐसे विचारों का समावेश माननीय भानुदास जी ने अपने संबोधन में किया और ऐसे विचारों के कारण प्रांत के शिविरार्थि लाभान्वित हुए।
शिविर में मध्य प्रांत के 123 कार्यकर्ताओं की उपस्थिति रही जिसमें
इंदौर विभाग से 30,
भोपाल विभाग से 39,
ग्वालियर विभाग से 18,
जबलपुर विभाग से 8,
छत्तीसगढ़ विभाग से 21
एवं प्रांत के वरिष्ठ कार्यकर्ता 7 सम्मिलित हुए । इस प्रकार शिविर मैं शिविरार्थियो की कुल संख्या 123 रही ।
प्रातः स्मरण ,योग वर्ग, बौद्धिक सत्र के पश्चात शिविर की संकल्पना आदरणीय श्री सरोज अग्रवाल दीदी के द्वारा रखी गई । शिविर व्रत के पश्चात् मध्य प्रांत संचालक माननीय श्री मनोहर देव जी के आशीर्वचन प्राप्त हुए जिसमें उन्होंने प्रकृति का संतुलन के विषय और हमारा योगदान के ऊपर अपने विचार रखे। तत्पश्चात विवेकानंद केंद्र कन्याकुमारी के राष्ट्रीय महासचिव माननीय श्री भानु दास जी ने कार्यकर्ताओं को संबोधित किया। मैं ही भारत हूं इस विषय को आत्मसात करते हुए अपनी संस्कृति को पहचानना और
उसके अनुरूप कार्य करना अत्यंत महत्वपूर्ण है। प्रत्येक व्यक्ति का योगदान राष्ट्र के लिए आवश्यक है ऐसे विचारों का समावेश माननीय भानुदास जी ने अपने संबोधन में किया और ऐसे विचारों के कारण प्रांत के शिविरार्थि लाभान्वित हुए।
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