विवेकानन्द केन्द्र कन्याकुमारी, शाखा - भीलवाड़ा: 20 मार्च को मेवाड़ चेम्बर डवलमेन्ट ट्रस्ट एवं विवेकानन्द केन्द्र कन्याकुमारी शाखा - भीलवाड़ा की ओर से आयोजित कार्यक्रम में मुख्य वक्ता माननीय निवेदिता दीदी ने भीलवाड़ा शहर के प्रसिद्ध युवा उद्योगपतियों के बीच में ‘व्यावहारिक जीवन में आध्यात्मिक दृष्टिकोण’ इस विषय पर बोलते हुए बताया कि अगर जीवन में (1) समत्व यानि आत्मभाव में स्थित रहना, भावनात्मक से भी अधिक आध्यात्मिक बनना। (2) सन्तोष अर्थात् आनन्द प्राप्त करना। (3) सर्वसमावेशक अर्थात् सबको जोड़ने वाला एवं पूर्णत्व की ओर जाने वाला। (4) संयम अर्थात् फायदे के लिए देश, समाज को नुकसान न पहुँचाना। (5) सेवा करना, जहाँ आवश्यक है वहाँ तुरन्त पहुँचना, आध्यात्मिकता के आधारित अक्षय विकास पर काम करना।कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पी.एम. बेसवाल जी एवं अध्यक्ष आर.एन. नौलखा जी ने सभी का स्वागत एवं आभार व्यक्त किया।
22 मार्च को माननीय एकनाथजी जन्मशती पर्व पर ‘दानदाता सम्मेलन’ का आयोजन माननीया निवेदिता दीदी एवं माननीया रेखा दवे की अध्यक्षता में किया जिसमें ‘राष्ट्र निर्माण में योगदान’ इस विषय पर प्रश्नोत्तर के जवाब में माननीया दीदी ने बताया कि केन्द्र आज देशभर में 836 शाखाओं और प्रकल्पों के माध्यम से देश में जागरण का कार्य हो रहा है, कार्यक्रम में माननीय एकनाथजी पर बनी फिल्म को दिखाया गया। कार्यक्रम में कुल 86 लोग उपस्थित रहे।
माण्डलगढ़: 24 मार्च को विवेकानन्द केन्द्र की ओर से भारतीय संस्कृति की प्रासंगिकता पर आयोजित व्याख्यान में मुख्य वक्ता राष्ट्रीय उपाध्यक्ष मा. निवेदिता दीदी ने बताया कि स्वामी विवेकानन्द के अमेरिका में सभा संबोधन से पूर्व आई समस्याओं से भागे बिना आत्मविश्वास के साथ भाग लेने को तत्पर रहने से सभा संबोधन के बाद पूरे विश्व द्वारा वाहवाही करने का विस्तार से विवरण पेश किया। साथ ही सभी को उठो जागो, आगे बढ़ो की तर्ज पर जीवन यापन करने के लिए प्रेरित किया। सभी को भारतीय संस्कृति, गोमाता, धरती माता का संरक्षण करने में अग्रणी भूमिका निभाने, ईश्वर को सर्वत्र व्याप्त मानते हुए सफल सेवा भाव अपनाने पर जोर दिया। कार्यक्रम में विवेकानन्द के आदर्शों पर आधारित एक फिल्म केमाध्यम से लोगों को दिखाया गया। कार्यक्रम मेंमाननीया रेखा दीदी व भगवानसिंह भी उपस्थित रहे।
विवेकानन्द केन्द्र कन्याकुमारी, शाखा - जयपुर: 19 मार्च को केन्द्र कार्यकर्ताओं के साथ राष्ट्रीय उपाध्यक्ष माननीया निवेदिता दीदी ने संवाद में बताया कि कार्यकर्ता का स्वाध्याय कृतिशील होना है, जिसमें सप्ताह/महीने में एक दिन को ऐसे स्ािान पर सफाई या ऐतिहासिक स्थान पर स्वाध्याय करना चाहिए। केन्द्र वर्ग में सभी कार्यकर्ताओं की उपस्थिति रहें इस पर जोर देना है। कार्यक्रम में 16 कार्यकर्ता प्रेरित हुए।
फुलेरा: 20 मार्च को विवेकानन्द केन्द्र की ओर से ‘परिवार स्नेह मिलन’ का कार्यक्रम आयोजित किया गया। जिसमें मुख्य उद्बोधन केन्द्र की राष्ट्रीय उपाध्यक्षा माननीया निवेदिता दीदी का रहा। दीदी ने बताया कि अपने परिवार में प्रेम और बचत के कारण अर्थतंत्र में कितनी भी मुश्किलें आने पर भी हमारे बच्चे सर्वश्रेष्ठ कार्य करते हैं। बच्चों को जीवन का उद्देश्य बताना, साथ ही स्वयं के भीतर ईश्वर पर विश्वास करना सीखाना, जिसमें 47 परिवार प्रेरित हुए।
विवेकानन्द केन्द्र कन्याकुमारी, शाखा - कोटा : वर्द्धमान महावीर खुला विश्वविद्यालय एवं विवेकानन्द केन्द्र शाखा कोटा के संयुक्त तत्वावधान में कार्यशाला आयोजित की गई। ‘सफल युवा समृद्ध भारत’ विषय पर आयोजित कार्यशाला की अध्यक्षता करते हुए कुलपति प्रो. विनय पाठक ने कहा कि विवेकानन्द को जानना जितना जरूरी है उतना ही उसके आदर्शों पर जीना भी जरूरी है। मुख्य अतिथि प्रमुख उद्यमी गोविन्दराम मित्तल ने भारत के बढ़ते औद्योगिक विकास में युवाओं के लिए अवसरों के बारे में बताया। केन्द्र की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष माननीया निवेदिता दीदी ने कहा कि स्वामी विवेकानन्द गरीबों का जीवन स्तर प्रदान करने के लिए तत्पर थे। वे देश को विश्व पटल पर स्थापित करने के प्रेरक माने जाते हैं। कार्यशाला संयोजक प्रो. वी.के. शर्मा ने धन्यवाद ज्ञापित किया।
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