ह्रदय से पवित्र व्यक्तियों को ईश्वर अपना शिष्य बनाते हैं : प्रोफेसर ओपीएन कल्ला
सुप्रसिद्ध अंतरिक्ष वैज्ञानिक प्रोफेसर ओपीएन कल्ला जी ने गुरु पूर्णिमा के अवसर पर विवेकानंद केंद्र जोधपुर द्वारा आयोजित वर्चुअल व्याख्यान में सहभागियों को संबोधित करते हुए कहा कि जिनके हृदय पवित्र होते हैं उन्हें ईश्वर अपना शिष्य चुनते हैं। और यही शिष्य आगे चलकर गुरु बनते हैं। प्रोफेसर कल्ला ने ह्रदय की पवित्रता को सर्वाधिक महत्व दिया। अनेक वैज्ञानिकों के जीवन के उदाहरण देते हुए उन्होंने उनकी सफलता का रहस्य उनके हृदय की पवित्रता बताया। प्रोफ़ेसर कल्ला जी ने यह विश्वास जताया कि आज उनके व्याख्यान सुनने वालों में अनेक भावी वैज्ञानिक भी होंगे।
इस व्याख्यान का लगभग 55 सहभागीयों ने लाभ उठाया।
कार्यक्रम का संचालन मगराज भैया ने किया, नगर प्रमुख डॉ अमित व्यास ने केंद्र परिचय, विभाग प्रमुख श्री प्रेम रतन जी ने वक्ता परिचय और विवेकानंद केंद्र हिंदी प्रकाशन विभाग प्रमुख श्री अशोक माथुर जी ने धन्यवाद ज्ञापन दिया। हरि भैया, विश्वा शर्मा, पंकज व्यास का सहयोग प्राप्त हुआ।
सुप्रसिद्ध अंतरिक्ष वैज्ञानिक प्रोफेसर ओपीएन कल्ला जी ने गुरु पूर्णिमा के अवसर पर विवेकानंद केंद्र जोधपुर द्वारा आयोजित वर्चुअल व्याख्यान में सहभागियों को संबोधित करते हुए कहा कि जिनके हृदय पवित्र होते हैं उन्हें ईश्वर अपना शिष्य चुनते हैं। और यही शिष्य आगे चलकर गुरु बनते हैं। प्रोफेसर कल्ला ने ह्रदय की पवित्रता को सर्वाधिक महत्व दिया। अनेक वैज्ञानिकों के जीवन के उदाहरण देते हुए उन्होंने उनकी सफलता का रहस्य उनके हृदय की पवित्रता बताया। प्रोफ़ेसर कल्ला जी ने यह विश्वास जताया कि आज उनके व्याख्यान सुनने वालों में अनेक भावी वैज्ञानिक भी होंगे।
इस व्याख्यान का लगभग 55 सहभागीयों ने लाभ उठाया।
कार्यक्रम का संचालन मगराज भैया ने किया, नगर प्रमुख डॉ अमित व्यास ने केंद्र परिचय, विभाग प्रमुख श्री प्रेम रतन जी ने वक्ता परिचय और विवेकानंद केंद्र हिंदी प्रकाशन विभाग प्रमुख श्री अशोक माथुर जी ने धन्यवाद ज्ञापन दिया। हरि भैया, विश्वा शर्मा, पंकज व्यास का सहयोग प्राप्त हुआ।
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