विवेकानन्द केंद्र कन्याकुमारी, भरूच कार्यस्थान - वडोदरा विभाग, गुजरात द्वारा श्रवण विद्यालय भरूच में तीन दिवसीय *समर्थ शिक्षक* कार्यशाला का आयोजन किया गया। जिसमे दो विद्यालय श्रवण विद्यालय एवं एलिड विद्यालय के 67 शिक्षको की सहभागिता रही। जिन्हें चार गणो, भगिनी निवेदिता, डॉ. ए. पी. जे. अब्दुलकलाम, गिजुभाई बधेका, श्री रामकृष्ण परमहंस में विभाजित किया गया।
सत्र में मुख्य वक्ता वडोदरा विभाग संचालक मा. श्री हरिशभाई व्यास, वडोदरा विभाग संगठक श्री लोकेशभाई केशरे , भरूच कार्यस्थान संयोजक एवं प्रधानाचार्य श्रवण विद्यालय श्री सुनीलभाई उपाध्याय, केंद्र कार्यकर्ता एवं एलिड विद्यालय के ट्रस्टी श्री अरुणभाई जाधव, श्रवण विद्यालय के ट्रस्टी एवं रेवा चलचित्र के निर्देशक श्री वैभव भाई की विशेष उपस्थिति रही।
पंजीयन श्री शेलेशभाई द्वारा, संचालन श्री उत्तमभाई द्वारा, प्रार्थना श्री यशभाई द्वारा, कृतिगीत एवं नर्मदाष्टकम् श्री लोकेशभाई द्वारा लिए गए। संबंधित व्यायाम एवं खेल सत्र के पश्चात मा. श्री हरिशजी ने समर्थ के प्रथम दिवस के *'शिक्षक होने का गौरव'* विषय पर प्रभावपूर्ण मार्गदर्शन दिया। द्वितीय दिवस के विषय *" सकारात्मक प्रतिसाद"* को वडोदरा विभाग प्रशिक्षण प्रमुख श्री तेजसभाई एवं अंतिम दिवस के विषय *"समस्त जवाबदारी अपने कंधो पर"* को गुजरात प्रांत संगठक आ. शितलबेन जोशी द्वारा लिया गया।
*कार्यशाला के समापन के पश्चात अनुवर्तन बैठक में प्रत्येक शनिवार सायं केंद्र वर्ग का नियोजन किया गया एवं सभी शिक्षकों ने एक भारत विजयी भारत महा संपर्क अभियान में सहभागी होने का निश्चय किया।
सत्र में मुख्य वक्ता वडोदरा विभाग संचालक मा. श्री हरिशभाई व्यास, वडोदरा विभाग संगठक श्री लोकेशभाई केशरे , भरूच कार्यस्थान संयोजक एवं प्रधानाचार्य श्रवण विद्यालय श्री सुनीलभाई उपाध्याय, केंद्र कार्यकर्ता एवं एलिड विद्यालय के ट्रस्टी श्री अरुणभाई जाधव, श्रवण विद्यालय के ट्रस्टी एवं रेवा चलचित्र के निर्देशक श्री वैभव भाई की विशेष उपस्थिति रही।
पंजीयन श्री शेलेशभाई द्वारा, संचालन श्री उत्तमभाई द्वारा, प्रार्थना श्री यशभाई द्वारा, कृतिगीत एवं नर्मदाष्टकम् श्री लोकेशभाई द्वारा लिए गए। संबंधित व्यायाम एवं खेल सत्र के पश्चात मा. श्री हरिशजी ने समर्थ के प्रथम दिवस के *'शिक्षक होने का गौरव'* विषय पर प्रभावपूर्ण मार्गदर्शन दिया। द्वितीय दिवस के विषय *" सकारात्मक प्रतिसाद"* को वडोदरा विभाग प्रशिक्षण प्रमुख श्री तेजसभाई एवं अंतिम दिवस के विषय *"समस्त जवाबदारी अपने कंधो पर"* को गुजरात प्रांत संगठक आ. शितलबेन जोशी द्वारा लिया गया।
*कार्यशाला के समापन के पश्चात अनुवर्तन बैठक में प्रत्येक शनिवार सायं केंद्र वर्ग का नियोजन किया गया एवं सभी शिक्षकों ने एक भारत विजयी भारत महा संपर्क अभियान में सहभागी होने का निश्चय किया।
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