एसएम कॉलेज में मंगलवार को विवेकानंद केंद्र कन्याकुमारी के भागलपुर शाखा की ओर से भगिनी निवेदिता सार्धशती समारोह का आयोजन किया गया।कार्यक्रम का उद्धघाटन तीन ओमकार प्रार्थना,वैदिक मंत्र पाठ से किया गया।अतिथियों का स्वागत डॉ अर्चना ठाकुर ने पुस्तक और श्रीफल देकर किया।केन्द्र परिचय एवं बिषय प्रवेश कराते हुए प्रान्त सम्पर्क प्रमुख डॉ विजय वर्मा ने कहा कि विवेकानंद केन्द्र मनुष्य निर्माण और राष्ट्रीय पुनरुत्थान के उद्देश्य के साथ आगे बढ़ रहा है।उन्होंने कहा कि वास्तविक आध्यात्म मानब सेवा ही है और मानव सेवा ही पूजा है।उन्होंने कहा कि निवेदिता के जीवन के एक आयाम में सनातन धर्म की सत्यता त्याग, सहिष्णुता, श्रद्धा, समर्पण, उदारता ही साधना का मार्ग थी।उनके जीवन के दूसरे आयाम में उत्साह, वीरता, शौर्य और निर्भयता थी।मुख्य वक्ता प्रो. अमिता मोइत्रा ने स्वामी विवेकानंद की मानस पुत्रीभगिनि निवेदिता के सम्पूर्ण व्यक्तित्व विकास पर प्रकाश डाला।वहीं टीएनबी कॉलेज के प्रो. मनोज कुमार ने धर्म और मनुष्यता के संदर्भ में भारत के अतीत, मध्य एवं आधुनिक युग की चर्चा की।किशोर टोकेकर जी(संयुक्त सचिव) ने कहा कि आज भगनी निवेदिता के राष्ट्र निर्माण भाव को बल प्रदान करने के लिए युवाओं को आगे आने की आवश्यकता है। कार्यक्रम में महाविद्यालय की छात्राओं और नगर के गणमान्य जन भी उपस्थित रहे।
No comments:
Post a Comment