Friday, July 12, 2013

Prant Karyakarta Prashikshan Shibir

कार्यकर्ता प्रशिक्षण शिविर : मध्यप्रांत

कार्यकर्ता प्रशिक्षण शिविर : मध्यप्रांत विवेकानन्द केन्द्र कन्याकुमारी मध्यप्रांत द्वारा दिनांक 15 से 21 जून 2013 सात दिवसीय प्रांतीय कार्यकर्ता प्रशिक्षण शिविर का आयोजन कस्तूरबा ग्राम, इंदौर में किया गया ! स्वामी विवेकानन्द सार्धशती समारोह का आद्यघोष “भारत जागो विश्व जगाओ’’ इस शिविर की आधार संकल्पना थी, समारोह वर्ष को दृष्टीगत रखते हुए प्रान्त के सभी विभागों जबलपुर,इंदौर,ग्वालियर,भोपाल से चयनित 11 बहिने व 24 भाइयों सहित कुल 55 कार्यकर्ता सहभागी हुए (सञ्चालन व व्यवस्था चमू सम्मिलित है)|
भारत जागो ...........
प्रात: 4:30 जागरण से रात्री 10 बजे तक एक निश्चित दिनचर्या का पालन करते हुए सभी कार्यकर्ताओं ने प्रशिक्षण प्राप्त किया I समारोह वर्ष के निमित्त एक विशेष प्रयोग इस शिविर का केन्द्र विन्दु रहा – प्रत्येक दिन प्रथम सत्र आरम्भ होने के पूर्व नगर के प्रतिष्ठित सतशक्तियों को दीप प्रज्वलन व आशीर्वचन हेतु आमंत्रित किया गया जिसमे क्रमशः पूज्य स्वामी प्रबुद्धानन्द जी(सन्यासी चिन्मय मिशन),मा. पराग जी(मालवा प्रान्तप्रचारक राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ),आ.पुष्पा दीदी(वरिष्ठ पदाधिकारी कस्तूरबाग्राम इंदौर),आ.मनोहर देव जी(नगरसंचालकइंदौर),पूज्यस्वामी राघवेन्द्रानन्द जी(सचिव,रामकृष्ण मिशन इंदौर),पूज्यस्वामी एश्वर्यानंद जी(आर्ष विद्या गुरूकुलम) से प्राप्त पाथेय रूप में सामाजिक क्षेत्रों के प्रत्यक्ष अनुभवों से सभी कार्यकर्ताओं को मार्गदर्शन मिला I
विश्व जगाओ ...........  व्यक्ति व्यक्ति में जगायें राष्ट्र चेतना ....... (शिविर गीत )
प्रतिदिन बौद्धिक सत्रों के माध्यम से सभी कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षण–प्रकर्षण– प्रबर्धन,संगठित कार्य की आवश्यकता,मनुष्य निर्माण–राष्ट्र पुनरुत्थान,संगठन मंत्र और तंत्र,आदर्श कार्यकर्ता,एवं बनें और बनाएं विषयों पर वैचारिक संकल्पना दी गईIसमारोह वर्ष की आधार स्तम्भ पुस्तक “भारत जागो विश्व जगाओ’’ से भारत जागरण के प्रमुख विन्दु–अपनी अन्तर्निहित शक्ति के साथ हे भारत जागो !,सेवा के आह्वान पर हे भारत जागो !,अपनी सांस्कृतिक परम्पराओं के साथ हे भारत जागो!,पुनर्निर्माण के कार्य के लिए हे भारत जागो !,त्याग की महान परम्परा के साथ हे भारत जागो!,राष्ट्र निर्माण का उद्देश्य कभी विस्मृत न होने दो! द्वितीय बौद्धिक सत्र के विषय रहे इसके माध्यम से जागरण के आधारभूत सिद्धांतों को और अधिक गहराई से समझने का प्रयास कार्यकर्ताओं द्वारा किया गया I
युवा शक्ति व संवर्धिनी आयामों के माध्यम से आगामी समय में होने वाले कार्यक्रमों का प्रायोगिक अनुभव नैपुण्य वर्ग में रखा गया जिसमे विभागश: मंडल बनाते हुए कार्यक्रमों पर विस्तृत चर्चा,नियोजन,अनुवर्तन इत्यादी पर गहन चिंतन हुआ परिणाम स्वरुप सेवा सप्ताह में जाने वाली चमू के अग्रेसर भी इस शिविर में प्रशिक्षित हुएI साथ ही पी.पी.टी. के माध्यम से स्वामीजी के जीवन को कुशलता के साथ युवाओं तक ले जाने का प्रशिक्षण भी कार्यकर्ताओं ने लिया I
सदाविवेकानंदमयम परिसर .... स्वामीजी के प्रेरक बंधुओं के नाम पर कक्ष व चार गण – ओज,शौर्य,वीर व तेज, शारीरिक एवं बौद्धिक विभाग इस तरह शिविर की रचना की गई थी ! नित्य ऊर्जावान योग वर्ग व संस्कार वर्ग के माध्यम से प्रभावी कार्यपद्धति का नियोजन व क्रियान्वयन भी सभी कार्यकर्ताओं को दिया गया ! नए खेल गीत व सायं भजन संध्या के साथ सभी कार्यकर्ताओं ने उत्साह से आध्यात्मिक वातावरण का आनंद लिया ! प्रेरणा से पुनरुत्थान के विशेष प्रयोगों में एक गण द्वारा स्वामी जी के सन्देश पर आधारित नाट्य लेख पर अभिनय तैयार कर श्रेष्ठ प्रस्तुति दी ! शिविर में राष्ट्रीय पदाधिकारी मा किशोर जी व आ सरोज अग्रवाल एवं प्रान्त से अन्य दायित्ववान कार्यकर्ता आ.रामभुवन सिंहजी(प्रान्त प्रमुख),आ.गीता अगासे, आ.रजत जी तथा शिविराधिकारी के रूप में आ.शीतल दीदी (प्रान्त संगठक) सभी का मार्गदर्शन प्राप्त हुआ I 

 

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