विवेकानन्द केंद्र कन्याकुमारी इंदौर विभाग द्वारा खंडवा नगर में स्थानिक कार्यकता प्रशिक्षण शिविर दिनांक 22 मार्च से 26 तक आयोजित किया गया। कार्यकर्ता प्रशिक्षण शिविर यह कार्यकर्ता के वैचारिक स्पष्टता तथा राष्ट्र निर्माण में कार्यकर्ता की भूमिका इन विषयों को लेकर आयोजित किया जाता है।
शिविर में कुल 6 बौद्धिक सत्र हुए, 1.राष्ट्र भक्त सन्यासी स्वामी विवेकानंद , 2. केंद्र प्रार्थना, 3. संघटित कार्य की आवश्यकता 4. मा. एकनाथजी, 5. संस्कार वर्ग क्यों और कैसे 6. गुण एवं जीवन ध्येय। शिविर में दिनचर्या सुबह 4.30 बजे जागरण व प्रातः स्मरण से प्रारम्भ कर संस्कार वर्ग का अभ्यास, कर्म योग श्लोक संग्रह का अभ्यास व पठन किया गया। मंथन सत्र में सेवा ही साधन से सुव्यवास्थित मानसिकता अध्याय का पठन, संस्कार वर्ग से वर्त्तमान चुनोतिया का समाधान इन विषय पर चर्चा व प्रस्तुति की गयी। अभ्यास सत्र में उठो जागो अभियान, महाविद्यालय में केंद्र वर्ग एवं उत्सव के विषय कार्यकर्ता ने लिए। शाम शारीरिक अभ्यास में संस्कार वर्ग लिया गया। प्रेरणा से पुनरुत्थान में भगिनी निवेदिता की कहानी बताई गयी।
शिविर में समापन सत्र में मुख्य अतिथि के रूप में राष्ट्रिय स्वयं सेवक संघ के मा. प्रान्त सह संघचालकजी डॉ प्रकाश शास्त्री, खंडवा शासकीय बहुशिल्प महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ चंद्रशेखर ढबू और विवेकानंद केंद्र की प्रान्त संघटक कु. रचना दीदी ने कार्यकर्ताओं को आशीर्वचन दिए। डॉ शास्त्रीजी ने बताया की संगठन में नेतृत्व करने वाला कार्यकरता स्पष्ट और व्यवस्थित है तो कार्य यह परिणामकारक होता है, डॉ चंद्रशेखर ढबू जी ने स्वयं पर नियंत्रण करने की बात कही, आ. रचना दीदी ने कार्यकरताओ को आहवाहन किया की यह समय अधिक कार्य करने का है अतः अपने जीवन का अधिक से अधिक समय हम दे । समापन कार्यक्रम में खंडवा नगर से प्रबुद्धजन भी उपस्थित थे। शिविर के अंतिम दिन कार्यकर्ताओं ने श्री दादाजी धूनीवाले के दर्शन किये और प्रसादी ग्रहण की ।
शिविर में कुल 4 गण त्याग, सेवा, समर्पण,श्रद्धा की रचना की गयी थी। शिविर में इंदौर नगर से 16, धार नगर से 3 और उज्जैन नगर से 9 , खंडवा नगर से 2 , संचालन चमु 10 ऐसे कुल 40 कार्यकर्ता उपस्थित थे।
शिविर में कुल 6 बौद्धिक सत्र हुए, 1.राष्ट्र भक्त सन्यासी स्वामी विवेकानंद , 2. केंद्र प्रार्थना, 3. संघटित कार्य की आवश्यकता 4. मा. एकनाथजी, 5. संस्कार वर्ग क्यों और कैसे 6. गुण एवं जीवन ध्येय। शिविर में दिनचर्या सुबह 4.30 बजे जागरण व प्रातः स्मरण से प्रारम्भ कर संस्कार वर्ग का अभ्यास, कर्म योग श्लोक संग्रह का अभ्यास व पठन किया गया। मंथन सत्र में सेवा ही साधन से सुव्यवास्थित मानसिकता अध्याय का पठन, संस्कार वर्ग से वर्त्तमान चुनोतिया का समाधान इन विषय पर चर्चा व प्रस्तुति की गयी। अभ्यास सत्र में उठो जागो अभियान, महाविद्यालय में केंद्र वर्ग एवं उत्सव के विषय कार्यकर्ता ने लिए। शाम शारीरिक अभ्यास में संस्कार वर्ग लिया गया। प्रेरणा से पुनरुत्थान में भगिनी निवेदिता की कहानी बताई गयी।
शिविर में समापन सत्र में मुख्य अतिथि के रूप में राष्ट्रिय स्वयं सेवक संघ के मा. प्रान्त सह संघचालकजी डॉ प्रकाश शास्त्री, खंडवा शासकीय बहुशिल्प महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ चंद्रशेखर ढबू और विवेकानंद केंद्र की प्रान्त संघटक कु. रचना दीदी ने कार्यकर्ताओं को आशीर्वचन दिए। डॉ शास्त्रीजी ने बताया की संगठन में नेतृत्व करने वाला कार्यकरता स्पष्ट और व्यवस्थित है तो कार्य यह परिणामकारक होता है, डॉ चंद्रशेखर ढबू जी ने स्वयं पर नियंत्रण करने की बात कही, आ. रचना दीदी ने कार्यकरताओ को आहवाहन किया की यह समय अधिक कार्य करने का है अतः अपने जीवन का अधिक से अधिक समय हम दे । समापन कार्यक्रम में खंडवा नगर से प्रबुद्धजन भी उपस्थित थे। शिविर के अंतिम दिन कार्यकर्ताओं ने श्री दादाजी धूनीवाले के दर्शन किये और प्रसादी ग्रहण की ।
शिविर में कुल 4 गण त्याग, सेवा, समर्पण,श्रद्धा की रचना की गयी थी। शिविर में इंदौर नगर से 16, धार नगर से 3 और उज्जैन नगर से 9 , खंडवा नगर से 2 , संचालन चमु 10 ऐसे कुल 40 कार्यकर्ता उपस्थित थे।
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