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Saturday, September 29, 2012

"विवेक सन्देश" - पोलीटेकनिक महाविद्यालय, हरदा

Vivek Sandesh polytechnic college, Hardaविवेकानन्द केन्द्र कन्याकुमारी शाखा हरदा द्वारा दिनांक २१/०९/२०१२ को स्थानीय शासकीय पोलीटेकनिक महाविद्यालय, हरदा में ‘‘विवेक संदेश’’ कार्यक्रम आयोजित किया गया । कार्यक्रम में स्वामी विवेकानन्द  के जीवन कि रोचक घटनाओं पर आधारित चित्र प्रदर्षनी लगाई, जिसमें महाविद्यालयों के छात्र-छात्राओं ने स्वामी विवेकानन्द जी के जीवन कि विभिन्न घटनाओं से जूडी चित्र प्रदर्षनी पर हर्ष जताया व सभी ने विवेकानन्द केन्द्र द्वारा आयोजित इस चित्र प्रदर्षनी व पुस्तक मेले के महाविद्यालय में आयोजन पर केन्द्र कि सराहना भी कि, पुस्तक मेले में स्वामी विवेकानन्द के विभिन्न साहित्यों के लगभग 100 प्रकार की  पुस्तकों व नावेल्टीस का प्रदर्षन किया गया,  साथ ही महाविद्यालय के छात्र-छात्राओं व षिक्षकों ने पोस्टकार्ड पर स्वामी विवेकानन्द जी के उध्धरण लिखकर 200 पोस्टकार्ड अपने परिचितो व रिष्तेदारो के पते पर पोस्ट भी किये ।

कार्यक्रम का उद्घाटन महाविद्यालय के प्राचार्य श्री व्ही. के. तिवारी, विवेकानन्द केन्द्र के नगर व्यवस्था प्रमुख श्री सुनील जी बागरे, श्री घनष्यामदास जी सोमानी, श्री कमल बागड़, ने भारत माता के सम्मुख दीप प्रज्वलन कर किया। साथ ही चित्र प्रर्दषनी का अवलोकन कर अपने परिचितो को स्वामी जी के उध्धरण वाले पोस्ट कार्ड भी लिखे व केन्द्र द्वारा आयोजित किये गये विवेक संदेश कार्यक्रम की सराहना करते हुए कहां की इस तरह के कार्यक्रम महाविद्यालय के युवाओं में एक सकारात्मक जागृति पैदा करते है इसलिए ऐसे कार्यक्रमों का नियमित आयोजन होते रहना चाहिए।

Vivek Sandesh polytechnic college, Hardaजैसा कि आपको विदित है विवेकानन्द केन्द्र कन्याकुमारी द्वारा वर्ष २०१३ में स्वामी विवेकानन्द  के १५० जन्म वर्ष होने के उपलक्ष्य में संपूर्ण देश, प्रांत व नगर में  "भारत जागो विश्व जगाओ" सार्ध शती समारोह का आयोजन धूमधाम से किया जाना है, पूर्व माह जनवरी में दिनांक २१ को केन्द्र द्वारा स्थानीय नेहरू स्टेडियम पर ५००० से अधिक स्कूली छात्र-छात्राओं द्वारा सूर्य नमस्कार महायज्ञ में सहभागी होते हुए ६५,००० से अधिक आहुतियाँ दी थी, इसी कडी में हरदा जिले में भी तैयारी चल रही है और वर्तमान में ‘‘विश्व बंधुत्व दिवस’’ के उपलक्ष्य में हरदा जिले के समस्त महाविद्यालयों में इस प्रकार के कार्यक्रमों का आयोजन किया जाना है । जिसमें स्वामी जी के जीवन से जुडी चित्र प्रदर्षनी, साहित्य प्रदर्षनी, व अन्य महाविद्यालयीन प्रतियोगिताएँ आयोजित कि जाऐगी ।

इसी क्रम में सितम्बर के अंत तक हरदा आर्दष कालेज में भी विवेक संदेश का अयोजन किया जायेगा। आज के इस विवेक संदेष कार्यक्रम में महाविद्यालयीन स्टाफ, पत्रकार बंधु, नागरिक गण, केन्द्र कार्यकर्ता रवि अग्रवाल, अमित पुरोहित, हेमंत मोराने, निलेष, सुदिप, डाली माहेषवरी, मोनाली ऐषकर, प्रियका यादव, व छात्र-छात्राएँ बडी संख्या में उपस्थित हुए । 

दोन युवा राष्ट्र निर्माते राजे शिव छत्रपती व स्वामी विवेकानन्द

Universal brotherhood Day Program at Nashikविश्व बन्धुत्व दिन के उपलक्ष्य में विवेकानन्द केन्द्र कन्याकुमारी शाखा नाशिक द्वारा युवाओं के लिये राष्ट्रीय कीर्तनकार श्री चारुदत्त आफळेजी की कार्यशाला का आयोजन किया गया। शनिवार दि.15 सप्टेंबर को शंकराचार्य संकुल मे तीन सत्रों में मा. आफळेबुवाने ‘दोन युवा राष्ट्र निर्माते राजे शिव छत्रपती व स्वामी विवेकानन्द’‘ इस विषयपर मार्गदर्शन किया। साधना के साथ साथ सामर्थ्यवान होना भी आवश्यक है ऐसे छत्रपती शिवराय और स्वामी विवेकानन्द दोनो ने बताया है। माता के संस्कारों से ही दोनोका जीवन उज्वल बना। शिवराय को जिजामाता ने और स्वामी विवेकानन्दजी को भुवनेश्वरी देवीने सुसंस्कारित किया था। दोनोने अपने जीवन में बहत संघर्ष किया। राष्ट्र के लिए समर्पण भावना से योगदान दिया। संस्कार ही भारतीय संस्कृती का मेरुदण्ड है। प्रखर देशभक्ती के कारण ही दोनो ने भारत माता का गौरव बढाया। दोनोका चरित्र अगली कई पीढियोंको मार्गदर्शन करेगा। कार्यशाला को विविध महाविद्यालयों से 500 युवक-युवती उपस्थित थे।

Universal brotherhood Day Program at Nashikदिन भर की कार्यशाला का प्रारंभ तीन ओमकार एवं प्रार्थना से हुआ। महाराष्ट्र प्रांत संघटक मा. विश्वासजी लपालकर ने ‘भारतमाता ध्यान’ का अभिनव उपक्रम लिया। संपूर्ण भारतमाता का, वैषिष्ट्यों सहित परिचय करवाया,आजकी दिक् भ्रमित अवस्था की जानकारी दी। आखिर में इस अवस्था से निकल कर पुनः जगत्‍गुरू पदपर आरुढ करने के लिए अपने पूरे सामर्थ्य के साथ राष्ट्रकार्य में सामिल होने का आहवान किया। प्रास्ताविक केंद्र परिचय अभिषेक कासोदेने दिया।  अतिथी परिचय दिग्विजय मगरने दिया, सूत्र संचलन निनाद पाठक ने किया। कार्यक्रम में मंचपर विवेकानन्द केन्द्र महाराष्ट्र प्रान्त संगठक श्री विश्वासजी लपालकर, नाशिक नगर संचालक श्री श्रीकृष्ण विद्वांस, राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघके  पदाधिकारी श्री जयंत रानडे उपस्थित थे।  वंदे मातरम से  कार्यशाला का समापन हुआ।